एंजेल चकमा हत्याकांड: 5 गिरफ्तार, नेपाल भागे मुख्य आरोपी पर ₹25,000 इनाम; त्रिपुरा CM माणिक साहा ने की न्याय की मांग

देहरादून के सेलाकुई इलाके में त्रिपुरा के 24 वर्षीय एमबीए छात्र एंजेल चकमा की हत्या के मामले में पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। मुख्य आरोपी नेपाल भाग गया है, जिस पर त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक साहा ने ₹25,000 का इनाम घोषित किया है। घटना 9 दिसंबर को हुई, जब एंजेल और उनके भाई माइकल पर नस्लीय टिप्पणियों के बाद हमला हुआ; एंजेल ने 26 दिसंबर को दम तोड़ा।

घटना का पूरा विवरण

9 दिसंबर को सेलाकुई के एक रोडसाइड कैंटीन पर मणिपुर के सूरज खावास के जन्मदिन की पार्टी के दौरान विवाद हुआ। आरोप है कि शराब के नशे में कुछ युवकों ने एंजेल और माइकल पर “चीनी” कहकर नस्लीय टिप्पणियां कीं। विरोध करने पर चाकू, रॉड और ब्रास नकल्स से हमला किया गया। एंजेल को सिर और पीठ में गंभीर चोटें आईं; 17 दिनों के इलाज के बाद 26 दिसंबर को मौत हो गई।

गिरफ्तारियां और फरार आरोपी

पुलिस ने 6 संदिग्धों में से 5 को गिरफ्तार किया:

त्रिपुरा CM माणिक साहा की प्रतिक्रिया

माणिक साहा ने उत्तराखंड CM पुष्कर सिंह धामी से बात कर कड़ी कार्रवाई की मांग की। उन्होंने फरार आरोपी पर ₹25,000 इनाम घोषित किया और कहा, “नस्लीय हिंसा बर्दाश्त नहीं; उत्तर-पूर्वी छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित हो।” एंजेल के पिता तरुण प्रसाद चकमा (BSF जवान) ने फांसी की सजा की मांग की।

पुलिस का रुख: नस्लीय हिंसा से इनकार

देहरादून SSP अजय सिंह ने कहा कि CCTV, गवाहों और FIR से नस्लीय हिंसा का कोई प्रमाण नहीं मिला। विवाद जन्मदिन पार्टी में मजाक से शुरू हुआ। सोशल मीडिया पर फैली अफवाहों को खारिज किया। राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग ने पुलिस लापरवाही पर सवाल उठाए।

राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रियाएं

कांग्रेस सांसद प्रदीप्टा बोरडोलोई ने “कवर-अप” का आरोप लगाया। कपिल सिबल ने नफरत के खिलाफ आवाज उठाने को कहा। त्रिपुरा-उत्तराखंड में विरोध प्रदर्शन हुए। पुलिस ने हत्या का केस दर्ज कर जांच तेज की।

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