मनरेगा में बड़े बदलाव की तैयारी, 100 की जगह 125 दिन की गारंटी, बदलेगा योजना का नाम

रिपोर्ट्स के मुताबिक, 125 दिन गारंटी और बढ़ी मजदूरी के लिए सालाना बजट आवंटन को भी बढ़ाकर करीब 1.5 लाख करोड़ रुपये तक ले जाने पर विचार है।​​

केंद्र सरकार मनरेगा में बड़े बदलाव की तैयारी कर रही है। नई योजना के तहत ग्रामीण परिवारों को साल में 100 की जगह 125 दिन का गारंटीड रोजगार देने और योजना का नाम बदलकर ‘पूज्य बापू ग्रामीण रोज़गार योजना’ (Pujya Bapu Gramin Rozgar Yojana – PBGRY) रखने का प्रस्ताव कैबिनेट स्तर पर मंज़ूरी की ओर बढ़ चुका है।​​

क्या बदलेगा मनरेगा में?

वित्त और कानूनी प्रक्रिया

ग्रामीण विकास मंत्रालय ने 2029–30 तक के लिए मनरेगा/नई योजना को जारी रखने हेतु लगभग 5.23 लाख करोड़ रुपये के पाँच वर्षीय आउटले का प्रस्ताव Expenditure Finance Committee को भेजा है।​

ग्रामीण मजदूरों पर क्या असर?

विशेषज्ञ मानते हैं कि अगर सिर्फ नाम बदले और गारंटीड दिनों की संख्या कागज़ पर बढ़े लेकिन फंडिंग, समय पर भुगतान, सामाजिक ऑडिट, जॉब कार्ड–DBT और डिजिटल हाज़िरी की दिक्कतें दूर न हों, तो ग्रामीण गरीबों तक इसका पूरा फायदा नहीं पहुंचेगा।

Exit mobile version