उत्तर भारत में सर्दी का प्रकोप चरम पर है, जहां न्यूनतम तापमान सामान्य से 4-6 डिग्री नीचे लुढ़क गया है। मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, जनवरी के पहले दो सप्ताह तक शीतलहर जारी रहेगी, लेकिन 15-20 जनवरी के आसपास राहत मिलने के संकेत हैं। पश्चिमी विक्षोभ और जेट स्ट्रीम के कारण ठंड बढ़ी है।
शीतलहर के मुख्य कारण
शीतलहर तब होती है जब न्यूनतम तापमान 4.1°C से नीचे चला जाता है। इस बार हिमालय से ठंडी हवा का प्रवाह, कम दबाव क्षेत्र और पश्चिमी विक्षोभ ने उत्तर भारत (दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, यूपी, राजस्थान, बिहार) को जकड़ लिया। दिल्ली का न्यूनतम 3-4°C, माउंट आबू -5°C तक गिरा। कोहरा और धुंध ने विजिबिलिटी घटाई।
जनवरी में शीतलहर का समयसीमा
IMD के लॉन्ग रेंज फोरकास्ट के अनुसार:
1-10 जनवरी: शीतलहर चरम पर; न्यूनतम 2-5°C, अधिकतम 12-15°C।
11-20 जनवरी: धीरे-धीरे सुधार; पश्चिमी विक्षोभ कमजोर, हल्की बारिश संभव।
21 जनवरी से: सामान्य तापमान (10-18°C); उत्तर-पश्चिमी हवाएं कम।
पंजाब-हरियाणा में 10 जनवरी तक ‘शीतलहर की चेतावनी’ जारी।
प्रभावित क्षेत्र और स्वास्थ्य जोखिम
क्षेत्र: दिल्ली-NCR, यूपी, बिहार, राजस्थान, पंजाब, झारखंड।
स्वास्थ्य: हाइपोथर्मिया, सांस की बीमारियां, जोड़ों का दर्द। NDMA ने अलर्ट जारी किया।
ट्रांसपोर्ट: फ्लाइट्स/ट्रेनें लेट, हाईवे पर दुर्घटनाएं बढ़ीं।
सरकार के उपाय और सलाह
GRAP-4 लागू, स्कूल बंद। बिजली विभाग अलर्ट पर। IMD सलाह: गर्म कपड़े, भाप लें, हाइड्रेटेड रहें। किसानों को फसल सुरक्षा के निर्देश। अगले पश्चिमी विक्षोभ 5-7 जनवरी को प्रभावित करेंगे।



