बिधाननगर अदालत ने लियोनेल मेस्सी के विवादास्पद G.O.A.T. इंडिया टूर 2025 के प्रमोटर और आयोजक सताद्रु दत्ता को 14 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया है। यह कार्रवाई टूर को लेकर धोखाधड़ी के आरोपों के बाद हुई, जिसमें प्रशंसकों ने टिकटों के लिए पैसे चुकाए लेकिन इवेंट रद्द हो गया। कोलकाता पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने दत्ता को गिरफ्तार किया था।
G.O.A.T. टूर अर्जेंटीना के स्टार फुटबॉलर लियोनेल मेस्सी की भारत यात्रा का हिस्सा था, जो जनवरी 2025 में कोलकाता सहित कई शहरों में मैच आयोजित करने का वादा करता था। आयोजकों ने हजारों टिकट बेचे, लेकिन मेस्सी की चोट और अन्य कारणों से टूर स्थगित कर दिया गया। इससे प्रभावित प्रशंसकों ने शिकायत दर्ज कराई कि उन्हें न तो रिफंड मिला और न ही कोई स्पष्ट जानकारी। पुलिस जांच में पाया गया कि टूर के लिए मेस्सी से कोई औपचारिक अनुबंध नहीं था, जो आयोजकों की लापरवाही को उजागर करता है।
बिधाननगर कोर्ट में पेशी के दौरान पुलिस ने दलील दी कि दत्ता ने जानबूझकर लोगों को गुमराह किया और करोड़ों रुपये का गबन किया। अदालत ने हिरासत की मांग स्वीकार करते हुए कहा कि जांच के लिए यह जरूरी है ताकि अन्य सह-आरोपी और सबूत सुरक्षित रहें। दत्ता के वकील ने जमानत की अपील की, लेकिन कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया। इस मामले में अब तक कई अन्य आयोजक भी जांच के दायरे में हैं।
टूर विवाद ने भारतीय फुटबॉल प्रशंसकों में गुस्सा भड़का दिया है, खासकर कोलकाता में जहां मेस्सी के प्रशंसक भारी संख्या में हैं। फुटबॉल क्लब ईस्ट बंगाल और मोहन बागान के समर्थकों ने सोशल मीडिया पर आयोजकों की कड़ी आलोचना की। पुलिस ने पीड़ितों से रिफंड और सबूत जमा करने को कहा है।
यह घटना स्पोर्ट्स इवेंट प्रमोशन में पारदर्शिता की कमी को रेखांकित करती है। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे मामलों में सख्त कानूनी कार्रवाई से भविष्य में धोखाधड़ी रुकेगी। मेस्सी की टीम ने भी टूर से दूरी बना ली थी, जो विवाद को और गहरा गया। जांच जारी है और आगे की कार्रवाई पर नजर टिकी है।



