Train Accident update: मालगाड़ी के डिब्बे पटरी से उतरे, रेल यातायात ठप ,14 ट्रेनें रद, 53 के बदले मार्ग, यात्रियों को भारी परेशानी

आसनसोल मंडल में मालगाड़ी के आठ डिब्बे पटरी से उतरने से रेल यातायात प्रभावित हुआ। 14 ट्रेनें रद, 53 के मार्ग बदले गए। बहाली कार्य जारी है और यात्रियों से यात्रा से पहले अपडेट जांचने की अपील की गई है।

Freight train accident railway update

Freight Train Accident Update:पूर्व रेलवे के आसनसोल मंडल में शनिवार देर रात हुए एक बड़े हादसे ने रेल व्यवस्था को बुरी तरह प्रभावित कर दिया। लाहाबन और सिमुलतला स्टेशनों के बीच किलोमीटर संख्या 344/05 के पास रात करीब 11.25 बजे एक मालगाड़ी के आठ डिब्बे अचानक पटरी से उतर गए। इस दुर्घटना के बाद अप और डाउन दोनों लाइनों पर ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह बाधित हो गया। हादसे की सूचना मिलते ही रेलवे प्रशासन में हड़कंप मच गया और राहत व बहाली कार्य तुरंत शुरू कर दिया गया।

राहत और मरम्मत का काम जारी

रेलवे अधिकारियों के अनुसार, घटना के तुरंत बाद आसनसोल, मधुपुर और झाझा से दुर्घटना राहत यान (ART) मौके पर भेजे गए। तकनीकी टीमें ट्रैक की मरम्मत, क्षतिग्रस्त डिब्बों को हटाने और सुरक्षा जांच में जुटी रहीं। रेलवे सूत्रों का कहना है कि इस तरह के हादसे के बाद सुरक्षा मानकों के अनुसार हर स्तर पर जांच जरूरी होती है, इसलिए बहाली में कई घंटे लग सकते हैं।

लंबी दूरी और सवारी गाड़ियों पर बड़ा असर

इस हादसे का सीधा असर लंबी दूरी की एक्सप्रेस ट्रेनों के साथ-साथ रोजाना सफर करने वाले यात्रियों पर पड़ा है। रेलवे प्रशासन ने एहतियात के तौर पर कुल 14 ट्रेनों को रद कर दिया है, जिनमें छह मेमू ट्रेनें भी शामिल हैं। इसके अलावा सोमवार को भी दो एक्सप्रेस ट्रेनें रद रहेंगी। अचानक ट्रेनें रद होने से यात्रियों को स्टेशन पर काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।

कुछ ट्रेनें बीच रास्ते से लौटीं

स्थिति को संभालने के लिए रेलवे ने छह ट्रेनों को शॉर्ट ओरिजिनेट और शॉर्ट टर्मिनेट किया। यानी ये ट्रेनें अपने तय शुरुआती या अंतिम स्टेशन तक नहीं पहुंच सकीं। कुछ ट्रेनें झाझा या जसीडीह से ही शुरू की गईं और वहीं समाप्त कर दी गईं, ताकि ट्रैक पर अतिरिक्त दबाव न पड़े और बहाली कार्य में तेजी लाई जा सके।

53 ट्रेनों के बदले गए रूट

हादसे के कारण 53 ट्रेनों का मार्ग परिवर्तित किया गया। पटना से हावड़ा रूट पर चलने वाली कई ट्रेनों को गया के रास्ते भेजा गया। पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन से गुजरने वाली कई गाड़ियों का भी रूट बदला गया, जिससे पटना जंक्शन होकर जाने वाली ट्रेनों की संख्या कम हो गई।
पटना-हावड़ा वंदे भारत एक्सप्रेस को पटना से ही गया होकर आसनसोल तक डायवर्ट किया गया। पंजाब मेल को जसीडीह होते हुए बांका-किऊल मार्ग से चलाया गया। साउथ बिहार एक्सप्रेस, हावड़ा-राजेंद्रनगर एक्सप्रेस, पाटलिपुत्र एक्सप्रेस और अकालतख्त एक्सप्रेस जैसी कई प्रमुख ट्रेनों के मार्ग बदले गए या उन्हें आंशिक रूप से रद किया गया।

यात्रियों से सतर्क रहने की अपील

रेल प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे यात्रा पर निकलने से पहले अपनी ट्रेन की स्थिति जरूर जांच लें। इसके लिए रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट, मोबाइल ऐप और हेल्पलाइन नंबर का सहारा लेने की सलाह दी गई है। अधिकारियों का कहना है कि ट्रैक की मरम्मत और सुरक्षा जांच पूरी होने के बाद ही रेल यातायात को पूरी तरह सामान्य किया जाएगा।

पूर्व मध्य रेलवे की मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सरस्वती चंद्र ने बताया कि यात्रियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है और बिना पूरी जांच के किसी भी ट्रेन को पटरी पर नहीं उतारा जाएगा।

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