Friday, December 19, 2025
  • Login
News1India
  • राष्ट्रीय
  • देश
  • बिहार चुनाव 2025
  • विदेश
  • राज्य ▼
    • दिल्ली
    • हरियाणा
    • राजस्थान
    • छत्तीसगढ़
    • गुजरात
    • पंजाब
  • क्राइम
  • टेक्नोलॉजी
  • धर्म
  • मौसम
  • ऑटो
  • खेल
🔍
Home देश

भारत में भूजल तेजी से सूख रहा: संसद में पेश आंकड़े, 730 इलाकों में ओवर-एक्सट्रैक्शन

संसद में पेश CGWB आंकड़े: भारत में 730 इलाकों में भूजल ओवर-एक्सट्रैक्टेड। पंजाब-राजस्थान सबसे प्रभावित, कारण-सुझाव और सरकारी कदमों की पूरी रिपोर्ट।

Swati Chaudhary by Swati Chaudhary
December 19, 2025
in देश
491
SHARES
1.4k
VIEWS
Share on FacebookShare on Twitter

केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय ने संसद में पेश आंकड़ों से जाहिर किया है कि भारत में भूजल स्तर तेजी से गिर रहा है। डायनामिक ग्राउंड वाटर रिसोर्सेज असेसमेंट 2025 के अनुसार, वार्षिक भूजल रिचार्ज 448.52 अरब घन मीटर (bcm) है, जबकि एक्सट्रैक्टेबल संसाधन 407.75 bcm हैं। 2025 में 247.22 bcm निकाला गया, जो राष्ट्रीय एक्सट्रैक्शन स्तर को 60.6% तक ले गया।​

संसद में पेश भयावह आंकड़े

केंद्रीय भूजल बोर्ड (CGWB) के आकलन में देश के 6,762 आकलन इकाइयों (ब्लॉक, तहसील आदि) में से 730 ओवर-एक्सप्लॉइटेड, 201 क्रिटिकल, 758 सेमी-क्रिटिकल और 1,067 वार्निंग श्रेणी में हैं। पंजाब (156%), राजस्थान (147%) और दिल्ली (92%) सबसे प्रभावित हैं। 54% कुओं में जल स्तर गिरा है।​

RELATED POSTS

No Content Available

सबसे ज्यादा प्रभावित राज्य

पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, तमिलनाडु और दिल्ली में एक्सट्रैक्शन रिचार्ज से ज्यादा है। कर्नाटक में 66.49%, महाराष्ट्र में 51.79% एक्सट्रैक्शन है। दक्षिणी राज्यों में क्रिस्टलाइन एक्विफर्स कम स्टोरेज के कारण संकट गहरा है। 21 शहरों जैसे दिल्ली, बेंगलुरु, चेन्नई में ‘डे जीरो’ का खतरा।​

गिरावट के प्रमुख कारण

87% भूजल सिंचाई, 11% घरेलू उपयोग और 2% उद्योग पर खर्च होता है। शहरीकरण, अनियमित बोरवेल, मानसून की कमी (2023 में 5.6% डेफिसिट) और जलवायु परिवर्तन जिम्मेदार हैं। 2080 तक डिप्लेशन ट्रिपल हो सकता है।​

प्रदूषण की अतिरिक्त समस्या

कई इलाकों में आर्सेनिक, फ्लोराइड, नाइट्रेट और क्लोराइड से प्रदूषण। CGWB की वार्षिक रिपोर्ट में कुछ क्षेत्रों में पीने योग्य भूजल सीमित है।​

सरकारी प्रयास और चुनौतियां

जल जीवन मिशन (JSA) ओवर-एक्सप्लॉइटेड क्षेत्रों पर फोकस कर रहा है। करोड़ों जल संरचनाएं बनीं, लेकिन सिर्फ 54% कुओं में सुधार। NITI आयोग ने रेगुलेटरी फ्रेमवर्क और मार्केट-बेस्ड इंटरवेंशन्स सुझाए।

Tags: CGWB groundwater assessment over-exploited areasGroundwater extraction exceeds recharge IndiaIndia groundwater depletion 2025 parliament dataIndia water crisis states Punjab Rajasthan Delhi
Share196Tweet123Share49
Swati Chaudhary

Swati Chaudhary

Related Posts

No Content Available
Next Post
बांग्लादेश ने भी अपने हिसाब का नर्क चुन लिया है।

बांग्लादेश ने भी अपने हिसाब का नर्क चुन लिया है।

Anurag Dwivedi

साइकिल से लैंबोर्गिनी तक: सट्टे की पिच पर अनुराग का 'पावरप्ले' या काली कमाई का मायाजाल?

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

News1India

Copyright © 2025 New1India

Navigate Site

  • About us
  • Privacy Policy
  • Contact

Follow Us

No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • देश
  • बिहार चुनाव 2025
  • विदेश
  • राज्य
    • दिल्ली
    • हरियाणा
    • राजस्थान
    • छत्तीसगढ़
    • गुजरात
    • पंजाब
  • क्राइम
  • टेक्नोलॉजी
  • धर्म
  • मौसम
  • ऑटो
  • खेल

Copyright © 2025 New1India

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In

Add New Playlist

Go to mobile version