कुलदीप सेंगर की बेल पर भड़के राहुल: “मृत अर्थव्यवस्था के साथ मृत समाज बन रहा भारत”

हम सिर्फ़ एक मृत अर्थव्यवस्था नहीं - ऐसी अमानवीय घटनाओं के साथ हम एक मृत समाज भी बनते जा रहे हैं।

23 दिसंबर 2025 को दिल्ली हाईकोर्ट ने उन्नाव बलात्कार मामले में पूर्व बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर की आजीवन कारावास की सजा निलंबित कर सशर्त जमानत दे दी। इस फैसले पर लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी भड़क गए। उन्होंने इसे “शर्मनाक और निराशाजनक” बताते हुए X पर पोस्ट किया कि भारत न केवल मृत अर्थव्यवस्था बन रहा है, बल्कि ऐसी अमानवीय घटनाओं से मृत समाज भी।

सेंगर को जमानत का पूरा मामला

दिल्ली हाईकोर्ट की जस्टिस सुब्रमणियम प्रसाद और हरीश वैद्यनाथन शंकर की बेंच ने सेंगर की अपील लंबित रहने तक उनकी सजा निलंबित कर दी। शर्तें: ₹15 लाख का पर्सनल बॉन्ड + 3 जमानतदार, पीड़िता के निवास से 5 किमी दूर न जाना, दिल्ली में रहना। सेंगर अभी भी एक अन्य मामले में 10 साल की सजा काट रहे हैं, इसलिए तुरंत रिहा नहीं होंगे। 2019 में दिल्ली CBI कोर्ट ने उन्हें POCSO एक्ट के तहत दोषी ठहराया था।

राहुल गांधी की कड़ी प्रतिक्रिया

राहुल ने X पर लिखा, “हम न केवल एक मृत अर्थव्यवस्था बनते जा रहे हैं, बल्कि ऐसी अमानवीय घटनाओं के कारण हम एक मृत समाज में भी तब्दील होते जा रहे हैं।” उन्होंने पीड़िता को “सम्मान, सुरक्षा और न्याय” का हक बताया, न कि “बेबसी, भय और अन्याय”। इसे संस्थागत विफलता और नैतिक पतन का संकेत कहा। राहुल ने कहा कि लोकतंत्र में असहमति का दमन अपराध है।

पीड़िता और परिवार का विरोध

पीड़िता ने इंडिया गेट पर प्रदर्शन किया। उनके वकील ने कहा कि सेंगर की जमानत रद्द होनी चाहिए, वरना जान दे देंगे। परिवार ने आरोप लगाया कि सुरक्षाकर्मी उन्हें “बंदी बनाकर ले जा रहे हैं”। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही। उन्नाव पीड़िता ने कहा, “वे मेरी बेटियों को CRPF वाहन में ले गए… हम सुरक्षित नहीं।”

राजनीतिक प्रतिक्रियाएं

कांग्रेस ने फैसले की निंदा की। बीजेपी नेता नलिन कोहली ने कहा, “यह न्यायिक मामला है।” यूपी विधानसभा LoP माता प्रसाद पांडे ने कहा, “कोर्ट का आदेश है, क्या कर सकते हैं?” विपक्ष ने इसे न्याय व्यवस्था पर सवाल बताया।

उन्नाव केस का पृष्ठभूमि

2017 में 17 वर्षीय लड़की ने सेंगर पर बलात्कार का आरोप लगाया। उसके पिता की हिरासत में हत्या हुई। सुप्रीम कोर्ट ने CBI जांच के आदेश दिए। सेंगर को 2019 में उम्रकैद हुई। पीड़िता के चाचा की हत्या भी सेंगर से जुड़ी।

भविष्य की कानूनी लड़ाई

पीड़िता सुप्रीम कोर्ट जाएंगी। सेंगर की अपील लंबित है। राहुल का बयान राजनीतिक बहस छेड़ सकता है।

Exit mobile version