वैभव सूर्यवंशी को भारत के बच्चों के लिए दिए जाने वाले सबसे बड़े नागरिक सम्मान प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2025 से नवाजा गया है, जो राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें राष्ट्रपति भवन में प्रदान किया।
कौन सा अवॉर्ड मिला और क्यों?
14 वर्षीय बिहार के बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार (Pradhan Mantri Rashtriya Bal Puraskar – PMRBP) खेल श्रेणी में दिया गया। यह 5 से 18 वर्ष तक के बच्चों के लिए देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान माना जाता है।
यह पुरस्कार उन्हें क्रिकेट में असाधारण प्रदर्शन, खासकर विजय हजारे ट्रॉफी और जूनियर स्तर पर बनाए गए रिकॉर्ड्स के लिए मिला है।
राष्ट्रपति भवन में सम्मान का क्षण
नई दिल्ली स्थित राष्ट्रपति भवन में आयोजित भव्य समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने वैभव को मेडल, प्रमाणपत्र और 1 लाख रुपये की नकद राशि से सम्मानित किया।
सम्मान के बाद वैभव और अन्य विजेताओं की मुलाकात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी हुई, जहां PM ने बच्चों को देश का भविष्य बताते हुए आगे भी कड़ी मेहनत करने के लिए प्रेरित किया।
वैभव के रिकॉर्ड जिन्होंने दिलाया यह सम्मान
विजय हजारे ट्रॉफी में अरुणाचल प्रदेश के खिलाफ वैभव ने मात्र 84 गेंदों में 190 रन की तूफानी पारी खेली, जिसमें 16 चौके और 15 छक्के शामिल थे।
इसी पारी के दौरान उन्होंने 36 गेंदों में शतक और 54 गेंदों में 150 रन बनाकर लिस्ट‑ए क्रिकेट में कई रिकॉर्ड तोड़े, जिनमें एबी डीविलियर्स और जोस बटलर के तेजतर्रार 150 के रिकॉर्ड भी शामिल हैं।
अवॉर्ड के लिए मैदान छोड़ना पड़ा, फिर भी मुस्कान बरकरार
पुरस्कार ग्रहण करने के लिए वैभव को विजय हजारे ट्रॉफी के एक मैच (मणिपुर के खिलाफ) से बाहर होना पड़ा, लेकिन उन्होंने इसे “देश के लिए सम्मान” बताते हुए खुशी‑खुशी स्वीकार किया।
परिवार और कोचों ने इसे “बिहार और भारतीय क्रिकेट के लिए गर्व का पल” बताया और कहा कि इतनी कम उम्र में राष्ट्रपति भवन में सम्मान पाना अनोखा उपलब्धि है।
आगे का सफर: अंडर‑19 टीम और बड़ा मंच
सम्मान के तुरंत बाद वैभव भारत अंडर‑19 टीम से जुड़ने के लिए विदेश रवाना होंगे, जहां ज़िम्बाब्वे और नामीबिया में होने वाले U‑19 वर्ल्ड कप की तैयारी के लिए सीरीज़ खेली जाएगी।
IPL में पहले ही तेज़ शतक और घरेलू क्रिकेट में धमाकेदार प्रदर्शन के बाद अब यह राष्ट्रीय सम्मान उनके करियर को और ऊंचाई पर ले जाने वाला माना जा रहा है।



