दिल्ली–NCR जैसी खराब वायु गुणवत्ता के दौर में सबसे अच्छा मास्क वह है जो PM2.5 जैसे सूक्ष्म कणों को 90–95% या इससे अधिक तक फिल्टर कर सके और चेहरे पर अच्छी तरह फिट भी बैठे। रिसर्च और हेल्थ एडवाइजरी साफ संकेत देती हैं कि सही फिट किया हुआ N95 (या समकक्ष KN95/KF94/FFP2) मास्क एयर पॉल्यूशन से बचाव के लिए सबसे व्यावहारिक और प्रभावी विकल्प है; कॉटन/क्लॉथ या सामान्य सर्जिकल मास्क सिर्फ सीमित सुरक्षा देते हैं।
कौन सा मास्क सबसे बेहतर है?
N95 मास्क (सबसे संतुलित और बेहतर विकल्प)
N95 रेस्पिरेटर 0.3 माइक्रोन तक के कणों में से कम से कम 95% को फ़िल्टर करने के लिए डिजाइन किए जाते हैं, जिनमें PM2.5 कण भी शामिल हैं।
स्टडीज़ दिखाती हैं कि जब N95 सही तरीके से फिट हो, तो यह बाकी विकल्पों (KN95, सर्जिकल, कपड़ा) से कहीं बेहतर सुरक्षा देता है; खराब फिट होने पर इसकी सुरक्षा काफी घटकर सर्जिकल या कपड़े के मास्क के करीब आ सकती है, इसलिए फिट बहुत ज़रूरी है।
WHO और भारत सरकार दोनों की वायु प्रदूषण एडवाइजरी में भी N95 को PM2.5 से बचाव के लिए सर्वोत्तम प्रैक्टिकल विकल्प माना गया है।
KN95/KF94/FFP2 मास्क (अच्छा विकल्प, पर फिट पर ध्यान दें)
KN95 और KF94 मास्क भी 95% (KN95) या 94% (KF94) तक कणों को फ़िल्टर करने के रेटिंग वाले होते हैं, लेकिन कई व्यावहारिक स्टडीज़ में पाया गया कि इनका फिट ढीला रहने पर असली सुरक्षा काफी कम हो जाती है।
अच्छी क्वालिटी और सही साइज वाला KN95/KF94, खासकर नोज़ क्लिप और सही स्ट्रैप के साथ, रोज़मर्रा इस्तेमाल के लिए अच्छा विकल्प है, लेकिन भरोसेमंद ब्रांड ही लें।
N99 मास्क (सैद्धांतिक रूप से सबसे अधिक फिल्ट्रेशन, पर सभी के लिए नहीं)
N99 मास्क 99% कणों को फ़िल्टर कर सकते हैं, लेकिन इनमें breathing resistance ज़्यादा होता है; यानी लंबे समय तक पहनने पर घुटन, सिरदर्द या असहजता हो सकती है, खासकर अस्थमा या हृदय रोगियों में।
ऐसे लोगों के लिए डॉक्टर आमतौर पर N95 जैसे relatively कम resistance वाले मास्क की सलाह देते हैं।
क्लॉथ और सर्जिकल मास्क (सबसे कम सुरक्षा)
सर्जिकल और कपड़े के मास्क PM2.5 के अधिकांश कणों को रोक नहीं पाते; स्टडीज़ में इनका “fit factor” बहुत कम पाया गया और इनके बीच सुरक्षा में बहुत ज्यादा अंतर भी नहीं दिखा।
ये कुछ बड़े कण, धूल और ड्रॉपलेट्स को तो रोक सकते हैं, लेकिन टॉक्सिक स्मॉग में अकेले इन पर भरोसा करना पर्याप्त नहीं माना जाता।
मास्क पहनते समय किन बातों का ध्यान रखें?
फिट सबसे ज़रूरी
मास्क नाक के ऊपर से ठुड्डी के नीचे तक पूरी तरह ढका रहे, किनारों से हवा न घुसे; नोज़ क्लिप अच्छी तरह दबाएँ।
अगर चश्मा धुंधला हो रहा है, तो अक्सर इसका मतलब है कि हवा ऊपर से निकल रही है – फिट सुधारें।
बच्चे और पतले चेहरे वाले लोगों के लिए छोटा साइज या बच्चों के लिए डिज़ाइन किया मास्क लेना बेहतर है, वरना गैप्स से प्रदूषित हवा अंदर आती रहेगी।
सही इस्तेमाल और बदलने का समय
N95/KN95 एक–दो दिन लगातार उपयोग के लिए हैं, लेकिन बहुत ज़्यादा प्रदूषण, पसीना या नमी होने पर इन्हें जल्दी बदलना बेहतर है।
मास्क गीला, फटा या ढीला हो जाए तो तुरंत बदलें।
बाहर का हिस्सा गंदा मानकर चलें; मास्क उतारते समय सिर्फ स्ट्रैप पकड़ें, फ़्रंट को हाथ न लगाएँ, और बाद में हाथ धो लें।
फिल्टर वाला या वाल्व वाला मास्क?
एक–तरफ़ा exhalation valve वाले मास्क पहनने में ज़रूर आसान लगते हैं, लेकिन ये आपके निकाले हुए हवा/कणों को फिल्टर नहीं करते, इसलिए कोविड जैसी संक्रमण–स्थिति में इन्हें discourage किया जाता है।
हवा प्रदूषण के केस में स्व–सुरक्षा के लिए ये कुछ हद तक चल सकते हैं, पर भीड़भाड़ में non–valve N95 बेहतर और सामाजिक रूप से सुरक्षित विकल्प है।
मास्क के साथ और कौन–सी सावधानियाँ ज़रूरी हैं?
ज्यादा से ज्यादा घर के अंदर रहें
AQI ‘poor’ से ऊपर (200+) होने पर बेवजह बाहर निकलने से बचें, और ‘severe’/‘severe+’ (400+) होने पर संभव हो तो केवल ज़रूरी काम के लिए ही बाहर जाएँ।
आउटडोर एक्टिविटी और वर्कआउट में बदलाव
सुबह–शाम दौड़ना, जॉगिंग या भारी एक्सरसाइज से बचें; ये समय आमतौर पर PM2.5 के लिए सबसे खराब होते हैं।
अगर एक्सरसाइज ज़रूरी है तो दोपहर के comparatively बेहतर घंटों में या इनडोर (जिम, घर) में करें।
घर के अंदर की हवा भी सुधारें
खिड़की–दरवाज़े स्मॉग वाले टाइम (सुबह–शाम) पर बंद रखें; दोपहर की कम प्रदूषित घड़ी में थोड़ी देर वेंटिलेशन कर सकते हैं।
HEPA फिल्टर वाला एयर प्यूरीफायर बजट में हो तो बेडरूम/ड्रॉइंग रूम जैसे ज़्यादा इस्तेमाल वाले कमरों में इस्तेमाल करें; नहीं तो कमरे में गमले, गीले पोछे से सफाई और कम धूल वाली आदतों से भी मदद मिलती है।
खास समूहों के लिए अतिरिक्त सावधानी
अस्थमा, COPD, दिल के रोग, गर्भावस्था, बुजुर्ग और छोटे बच्चों के मामले में:
लक्षण (खाँसी, सीने में दर्द, साँस फूलना, सिरदर्द) बढ़ने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
इन ग्रुप्स के लिए मास्क के बिना बाहर जाना और ट्रैफिक–लोडेड इलाकों में खड़ा रहना खास तौर पर जोखिम भरा है।



