Wednesday, November 12, 2025
  • Login
News1India
  • राष्ट्रीय
  • देश
  • बिहार चुनाव 2025
  • विदेश
  • राज्य ▼
    • दिल्ली
    • हरियाणा
    • राजस्थान
    • छत्तीसगढ़
    • गुजरात
    • पंजाब
  • क्राइम
  • टेक्नोलॉजी
  • धर्म
  • मौसम
  • ऑटो
  • खेल
🔍
Home विदेश

Dire Wolf कैसे हुई 13,000 साल पहले विलुप्त हुए डायर वुल्फ की वापसी क्या डायनासोर भी लौट सकते हैं?

वैज्ञानिकों ने जीन एडिटिंग से विलुप्त डायर वुल्फ को फिर से जीवित किया है। यह तकनीक भविष्य में अन्य प्रजातियों को पुनर्जीवित कर सकती है, लेकिन डायनासोर की वापसी संभव नहीं है।

Ahmed Naseem by Ahmed Naseem
April 10, 2025
in विदेश
491
SHARES
1.4k
VIEWS
Share on FacebookShare on Twitter

Dire Wolf Is Back,वैज्ञानिकों ने अब वो कर दिखाया है, जो पहले सिर्फ फिल्मों में ही देखा गया करता था। अमेरिका की एक बायोटेक कंपनी ‘कोलॉसल बायोसाइंसेस’ (Colossal Biosciences) ने करीब 13,000 साल पहले धरती से पूरी तरह गायब हो चुके डायर वुल्फ (Dire Wolf) को फिर से जिंदा कर दिया है। ये काम जीन एडिटिंग टेक्नोलॉजी की मदद से किया गया है। ये वैज्ञानिक उपलब्धि कई मायनों में खास है, क्योंकि अब ऐसी प्रजातियों को भी वापस लाया जा सकता है जो इंसानों की लापरवाही या प्रकृति के बदलावों की वजह से विलुप्त हो गई थीं।

कैसे हुआ ये चमत्कार?

वैज्ञानिकों ने डायर वुल्फ की हड्डियों और दांतों से उसका डीएनए निकाला और फिर ग्रे वुल्फ की जीन संरचना में 20 बदलाव किए। इसके बाद इन एडिट किए गए जीन से भ्रूण तैयार किए गए और उन्हें एक मादा कुत्ते के गर्भ में प्रत्यारोपित किया गया। कुछ समय बाद तीन पिल्ले पैदा हुए जिनका नाम रोमुलस, रेमुस और खलीसी रखा गया। ये पिल्ले दिखने में डायर वुल्फ जैसे लगते हैं और इनका व्यवहार भी लगभग वैसा ही है।

RELATED POSTS

No Content Available

क्या ये सच में डायर वुल्फ हैं

कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि ये पिल्ले पूरी तरह डायर वुल्फ नहीं हैं। उनका कहना है कि सिर्फ जीन में बदलाव करके किसी प्रजाति की नकल तो की जा सकती है, लेकिन वह असली नहीं हो सकती। यानी, ये पिल्ले असल में जेनेटिकली मॉडिफाइड ग्रे वुल्फ हैं, न कि पक्के डायर वुल्फ।

डायनासोर भी लौट सकते हैं क्या

अब सवाल उठता है कि क्या डायनासोर भी दोबारा जिंदा किए जा सकते हैं? जवाब है। शायद नहीं। वजह ये है कि डायनासोर करोड़ों साल पहले खत्म हो गए थे और उनका डीएनए अब पूरी तरह नष्ट हो चुका है। डीएनए के बिना किसी भी जीव को फिर से बनाना नामुमकिन है। इसलिए फिलहाल डायनासोर की वापसी संभव नहीं लगती।

क्या ये ठीक है? नैतिक और पर्यावरणीय सवाल

कुछ एक्सपर्ट्स का कहना है कि लुप्त प्रजातियों को दोबारा लाना एक रोमांचक खोज जरूर है, लेकिन इससे प्राकृतिक संतुलन बिगड़ सकता है। अगर इन नए जानवरों का व्यवहार थोड़ा भी अलग हुआ, तो इससे पर्यावरण और इंसानों दोनों को नुकसान हो सकता है। ऐसे में ये सवाल भी उठता है कि क्या हमें नई तकनीकों के बजाय मौजूदा जीव जंतुओं को बचाने पर ज्यादा ध्यान नहीं देना चाहिए

Tags: extinct speciesgene editing
Share196Tweet123Share49
Ahmed Naseem

Ahmed Naseem

Related Posts

No Content Available
Next Post
World War 3,‘लिविंग नास्त्रेदमस’ की भविष्यवाणी,क्या तीसरा विश्व युद्ध नजदीक कैसे दुनिया पर खतरा मंडरा रहा है?

World War 3,‘लिविंग नास्त्रेदमस’ की भविष्यवाणी,क्या तीसरा विश्व युद्ध नजदीक कैसे दुनिया पर खतरा मंडरा रहा है?

The Big Oneभूकंप कब आएगा  जो दुनिया को हिला देगा, क्या भारत है खतरे में? जानिए पूरी सच्चाई

The Big Oneभूकंप कब आएगा जो दुनिया को हिला देगा, क्या भारत है खतरे में? जानिए पूरी सच्चाई

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

News1India

Copyright © 2025 New1India

Navigate Site

  • About us
  • Privacy Policy
  • Contact

Follow Us

No Result
View All Result
  • राष्ट्रीय
  • देश
  • बिहार चुनाव 2025
  • विदेश
  • राज्य
    • दिल्ली
    • हरियाणा
    • राजस्थान
    • छत्तीसगढ़
    • गुजरात
    • पंजाब
  • क्राइम
  • टेक्नोलॉजी
  • धर्म
  • मौसम
  • ऑटो
  • खेल

Copyright © 2025 New1India

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In

Add New Playlist

Go to mobile version