Strict Action on Rising Road Accidents:जिले में बढ़ते सड़क हादसों ने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है। वर्ष 2025 में अब तक 16 लोगों की मौत और 25 लोग घायल हो चुके हैं। इस पर जिलाधिकारी आशुतोष द्विवेदी ने गंभीरता से संज्ञान लेते हुए अधिकारियों के साथ हादसों की रोकथाम के लिए कदम उठाने शुरू कर दिए हैं।
ब्लैक स्पॉट्स का किया दौरा
जिलाधिकारी आशुतोष द्विवेदी ने क्षेत्राधिकारी मोहम्मदाबाद विश्वास मिश्रा, एनएचएआई के साइट इंजीनियर, लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता मुरलीघर, और थानाध्यक्ष मोहम्मदाबाद के साथ जैतपुर, सकवई और रोहिला चौराहा जैसे ब्लैक स्पॉट्स का निरीक्षण किया।
उन्होंने मौके पर पहुंचकर सड़क की स्थिति देखी और अधिकारियों को तत्काल सुधारात्मक कार्य करने के निर्देश दिए। साथ ही वेबर रोड से काली नदी पुल तक राष्ट्रीय राजमार्ग का निरीक्षण भी किया।
सड़क सुरक्षा पर दिए निर्देश
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए त्वरित कार्रवाई जरूरी है।
जैतपुर ब्लैक स्पॉट पर दोनों लिंक मार्गों पर स्पीड ब्रेकर बनाने, रिफ्लेक्टर बार और दुर्घटना संभावित क्षेत्र के बोर्ड लगाने के आदेश दिए गए।
सकवई ब्लैक स्पॉट पर स्ट्रीट लाइट चालू करने, कैट्स आई और रिपीटेड बार लगाने के निर्देश दिए गए।
रोहिला चौराहा पर दोनों ओर स्पीड ब्रेकर, रिपीटेड बार, दुर्घटना क्षेत्र के चेतावनी बोर्ड और झाड़ियों की सफाई कराने को कहा गया।
संतोषपुर में भी किया निरीक्षण
जिलाधिकारी ने संतोषपुर क्षेत्र का भी दौरा किया, जहां सड़क की स्थिति देखकर उन्होंने अधिकारियों को सुधारात्मक कार्य शीघ्र करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि हर ब्लैक स्पॉट पर सुरक्षा के सभी मानक पूरे किए जाएं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
राजमार्ग की खस्ता हालत पर नाराज़गी
निरीक्षण के दौरान मोहम्मदाबाद से काली नदी पुल तक के राजमार्ग पर गड्ढे देखकर जिलाधिकारी ने नाराज़गी जताई। उन्होंने लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिया कि सड़क की मरम्मत तत्काल की जाए और एक सप्ताह के भीतर रोड सेफ्टी ऑडिट कर रिपोर्ट प्रस्तुत की जाए।
सड़क हादसों पर लगाम लगाने का प्रयास
जिलाधिकारी ने कहा कि मानव जीवन सबसे मूल्यवान है, इसलिए सड़क सुरक्षा में किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को आदेश दिया कि सभी ब्लैक स्पॉट्स पर सुरक्षा मानक पूरी तरह लागू किए जाएं और आम जनता को भी यातायात नियमों के प्रति जागरूक किया जाए।





