Air pollution Effects Immunity: दिल्ली-एनसीआर समेत देश के कई हिस्सों में वायु प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ गया है, जिससे लोगों की सेहत पर गहरा असर पड़ रहा है। आमतौर पर यह माना जाता है कि जिनकी इम्यूनिटी मजबूत होती है, उनपर प्रदूषण का कम असर होता है। लेकिन एम्स के विशेषज्ञों की मानें तो यह धारणा पूरी तरह सही नहीं है।
विशेषज्ञों डॉ. के अनुसार, अच्छी इम्यूनिटी वाला व्यक्ति प्रदूषण से होने वाले नुकसान के कुछ लक्षणों से बच सकता है या ये लक्षण कम गंभीर हो सकते हैं। हालांकि इसका अर्थ यह नहीं कि वे प्रदूषण के प्रभाव से पूरी तरह सुरक्षित हैं। लंबे समय तक प्रदूषण में रहने से शरीर में फ्री रेडिकल्स बनते हैं, जो स्वस्थ इम्यूनिटी वाले व्यक्तियों को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं।
विशेषज्ञ बताते हैं कि जिन लोगों की इम्यूनिटी पहले से कमजोर होती है, जैसे बुजुर्ग, डायबिटीज़ या हृदय रोगी, उनमें प्रदूषण का असर जल्दी और अधिक गंभीरता से दिखता है। वहीं, बेहतर इम्यूनिटी वाले लोगों में शुरुआती लक्षण कम होते हैं, लेकिन लंबे समय तक प्रदूषण के संपर्क में रहने पर जोखिम समान रहता है। इसलिए केवल अच्छी इम्यूनिटी होने पर ही सुरक्षा को पूरी तरह यकीनी नहीं माना जा सकता।
प्रदूषण के दुष्प्रभावों को कम करने का उपाय
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने प्रदूषण के दुष्प्रभावों को कम करने के लिए कुछ उपाय भी सुझाए हैं। नियमित विटामिन-C युक्त फल जैसे अमरूद, संतरा और नींबू का सेवन करें। सुबह और शाम भाप लेना फेफड़ों को साफ रखने में सहायक होता है। इसके अलावा, पर्याप्त पानी पीना जरूरी है ताकि शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर निकल सकें। धूम्रपान से बचें और जले-कचरे के धुएं के संपर्क में आने से बचाव करें।
प्रदूषण के बढ़ते स्तर के बीच सभी के लिए बचाव आवश्यक है, चाहे उनकी इम्यूनिटी कितनी भी मजबूत क्यों न हो। मास्क पहनना और स्वच्छ वातावरण बनाए रखने के लिए सामूहिक प्रयास करना भी बेहद महत्वपूर्ण है।
