Dog Bite Death in Bulandshahr: कुत्ते के काटने से युवक की दर्दनाक मौत,एंटी रेबीज इंजेक्शन लेने के बाद भी नहीं बच सकी जान, गांव में फैली दहशत

बुलंदशहर के अमरगढ़ गांव में पागल कुत्ते के काटने से एक महीने बाद युवक की दर्दनाक मौत हो गई। चार वैक्सीन लेने के बावजूद उसकी हालत बिगड़ती गई। गांव के चार और लोग अब दहशत में हैं।

Dog bite rabies death case in Bulandshahr

Dog bite case: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के नरसेना क्षेत्र के गांव अमरगढ़ में एक दर्दनाक घटना सामने आई है। यहां एक पागल कुत्ते के काटने के करीब एक महीने बाद एक 45 वर्षीय मजदूर सरदार की मौत हो गई। सबसे हैरानी की बात यह है कि उसने रेबीज से बचाव के लिए चारों एंटी रेबीज इंजेक्शन (ARV Vaccine) लगवाए थे, फिर भी उसकी जान नहीं बच सकी।

घटना कैसे हुई

मृतक सरदार के बेटे अंकुर ने बताया कि घटना 7 सितंबर की है। उस दिन गांव में एक पागल कुत्ते ने उसके पिता पर हमला कर दिया था। कुत्ते ने उनके हाथ और पैरों में कई जगह काट लिया था। ग्रामीणों ने बड़ी मुश्किल से कुत्ते को भगाया और सरदार को गांव के ही एक झोलाछाप डॉक्टर के पास ले गए। वहां उन्हें पहली वैक्सीन लगाई गई। अगले दिन परिवार उन्हें ऊंचागांव स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) लेकर गया, जहां बाकी इंजेक्शन लगाए गए।

वैक्सीन के बावजूद बिगड़ी तबीयत

परिजनों का कहना है कि सरदार को चारों इंजेक्शन समय पर लगवाए गए थे। लेकिन कुछ दिन पहले उन्हें खुजली और बेचैनी होने लगी। इलाज कराने के बाद थोड़ी राहत मिली, पर जल्द ही हालत फिर बिगड़ गई।धीरे-धीरे उनमें रेबीज के लक्षण दिखने लगे, पानी देखकर डरना, मुंह से झाग आना और खाना-पीना बंद कर देना। स्थिति गंभीर होने पर उन्हें फिर अस्पताल ले जाया गया, जहां से डॉक्टरों ने उन्हें दिल्ली रेफर कर दिया। परिवार उन्हें लेकर जा ही रहा था कि रास्ते में उनकी तड़प-तड़पकर मौत हो गई।

गांव में फैली दहशत

इस घटना के बाद अमरगढ़ गांव में दहशत फैल गई है। बताया जा रहा है कि उसी पागल कुत्ते ने गांव के चार और लोगों को भी काटा था। अब वे सभी डर के साए में जी रहे हैं और इलाज करवा रहे हैं।

स्वास्थ्य विभाग की जांच शुरू

ऊंचागांव सीएचसी के प्रभारी डॉ. सौवीर सिंह ने बताया कि सरदार को पहली वैक्सीन गांव में ही लगी थी और बाकी तीन डोज सीएचसी में दी गईं। उन्होंने कहा, “पागल कुत्ते के काटने के मामले में मरीज को कैटिगरी वन में रखा जाता है, जिनके लिए सिरम वैक्सीन लगवाना जरूरी होता है।”

डॉक्टर ने बताया कि बाकी चारों मरीजों की जांच के लिए टीम भेजी जा रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि कहां लापरवाही हुई।

सरदार की मौत ने यह साफ कर दिया है कि रेबीज एक जानलेवा बीमारी है, जिसमें जरा-सी लापरवाही भी जान ले सकती है। डॉक्टरों ने लोगों से अपील की है कि कुत्ता काटने के बाद तुरंत सही इलाज और सभी इंजेक्शन समय पर लगवाएं, ताकि ऐसी दर्दनाक घटनाएं दोबारा न हों।

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