नई दिल्ली ऑनलाइन डेस्क। बिहार विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण की वोटिंग 6 नवंबर को होनी है। ऐसे में 4 नवंबर की शाम चुनाव प्रचार थम जाएगा। ऐसे में मतदान से ठीक पहले केंद्रीय मंत्री और जदयू के वरिष्ठ नेता ललन सिंह की टिप्पणी ने विवाद खड़ा कर दिया है। मोकामा में दिए भाषण पर राजनीतिक हंगामे के बीच चुनाव आयोग ने भी एक्शन लिया है। आयोग ने पहले ललन सिंह को नोटिस दिया और अब उनके खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है।
मोकामा में दुलारचंद यादव की हत्या के बाद चुनावी सीन बदल गया है। जेडीयू प्रत्याशी बाहुबली अनंत सिंह के जेल जाने के बाद उनके चुनावी अभियान की कमान संभालने खुद केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह उतर गए हैं। मोकामा क्षेत्र की चुनावी लड़ाई को ललन सिंह ने अपनी साख का सवाल बना लिया और अनंत सिंह की गिरफ्तारी को सहानुभूति में तब्दील करने में जुट गए हैं। केंद्रीय मंत्री बीते दो दिनों से मोकामा में ढेरा जमाए हुए हैं। गांव-गांव, गली-गली जाकर अनंत सिंह के लिए वोट मांग रहे हैं।
अनंत सिंह के लिए मोकामा में वोट मांगने उतरे ललन सिंह ने कहा कि अब एक-एक व्यक्ति अनंत सिंह बनकर चुनाव लड़े.। अनंत बाबू बाहर थे, तब हमारी जिम्मेदारी कम थी, लेकिन अब जब वे जेल में हैं, तो हमारी जिम्मेदारी और बढ़ गई है। आज से मैंने मोकामा की कमान अपने हाथ में ले ली है। लल्लन सिंह का इसी बीच एक वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। वायरल वीडियो मोकामा स्थित एक जनसभा का बताया जा रहा है। वायरल मीडिया में लल्लन सिंह अपने समर्थकों के बीच कुछ ऐसा कह दिया, जिसके कारण कांग्रेस और आरजेडी के नेताओं ने उन्हें घेर लिया।
जेडीयू के वरिष्ठ नेता राजीव रंजन ने भी लल्लन सिंह का वीडियो शेयर किया। इस वीडियो में ललन सिंह कहते हुए सुने जा सकते हैं, ‘एक दो नेता हैं तो चुनाव के दिन इनको घर से मत निकलने दो। इनको घर पर ही बंद कर दो। अगर ये बहुत ज्यादा हाथ-पैर जोड़ें तो कहिए चलिए हमारे साथ, अपना वोट दीजिए और घर आकर सोइए। इसलिए आज से सब लोग कमान संभाल लो और चुनाव के लिए अब समय नहीं बचा है। कांग्रेस ने ’एक्स’ पर ललन सिंह का वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ‘मोदी सरकार के मंत्री ललन सिंह का कहना है कि जो लोग बीजेपी-जदयू के खिलाफ वोट करने वाले हैं, चुनाव के दिन उन्हें घर से निकलने मत दो।
आरजेडी के जरिए जारी किए गए वीडियो के बाद चुनाव आयोग हरकत में आया। जिला प्रशासन, पटना द्वारा वीडियो निगरानी टीम के वीडियो फुटेज की जांच की गई। जांचोपरांत इस मामले में श्री ललन सिंह उर्फ श्री राजीव रंजन सिंह के विरूद्ध भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता एवं लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की सुसंगत धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। अधिकारियों ने बताया कि चुनाव प्रक्रिया के दौरान कथित उल्लंघन के लिए भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता और जनप्रतिनिधित्व अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
ये तो हुई वीडियो और एफआईआर की बात। अब हम आपको बताते हैं कि लल्लन सिंह और अनंत सिंह की अनंतकथा के बारे में। पुरानी हिस्ट्री में जाएं तो ललन सिंह जिस मुंगेर लोकसभा क्षेत्र से सांसद हैं, उसी इलाके में मोकामा विधानसभा सीट आती है। मोकामा में अनंत सिंह परिवार का सियासी दबदबा साढ़े तीन दशक से है। 2024 के लोकसभा चुनाव में ललन सिंह जब मुंगेर सीट से लड़ रहे थे,उनके सामने आरजेडी से पूर्व विधायक अशोक महतो की पत्नी कुमारी अनीता थीं। अशोक महतो की वजह से ललन सिंह की सीट फंस गई थी। ऐसे में अनंत सिंह जेल से पैरोल पर बाहर आए और ललन सिंह के लिए चुनाव प्रचार किया था।
अनंत सिंह उस समय आरजेडी में थे और उनकी पत्नी नीलम देवी आरजेडी से विधायक थीं। इसके बाद भी अनंत सिंह ने ललन सिंह को जिताने के लिए पूरी ताकत झोंक दी थी। अनंत सिंह के उतरने से ललन सिंह को सियासी फायदा मिला था। अब जब अनंत सिंह जेल में हैं तो उन्हें जिताने के लिए ललन सिंह मैदान पर उतर चुके हैं। ललन सिंह मौका मिलते ही पीछे नहीं हट रहे हैं। ललन सिंह अब सार्वजनिक रूप से कह रहे हैं कि अनंत बाबू बाहर थे, तब हमारी जिम्मेदारी कम थी, लेकिन अब जब वे जेल में हैं, तो हमारी जिम्मेदारी और बढ़ गई है। इस तरह 2024 का कर्ज 2025 में अदा करने के लिए वे उतरे हैं।
मोकामा विधानसभा सीट पर अनंत सिंह को जिताने के लिए ललन सिंह उतरे हैं, लेकिन मोकामा के बहाने वह अपने मुंगेर के सियासी किले को बचाए रखने का दांव चल रहे हैं। अनंत सिंह के खिलाफ आरजेडी से उतरने वाली वीणा देवी बाहुबली सूरजभान सिंह की पत्नी हैं और 2014 में मुंगेर में ललन सिंह को चुनाव हरा चुकी हैं। अब जब मोकामा के चुनाव में अनंत सिंह की वीणा देवी से सीधी टक्कर होती दिख रही है तो ललन सिंह के लिए सियासी चुनौती दिख रही है। ललन सिंह इस बात को समझ रहे हैं कि मोकामा सीट अगर वीणा देवी जीतने में कामयाब हो जाती हैं तो भविष्य में वह उनके खिलाफ ताल ठोक सकती हैं। ऐसे में ललन सिंह बनाम सूरजभान सिंह की लड़ाई मोकामा बन गई है
। अनंत सिंह के जेल जाने के बाद ललन सिंह उनके लिए प्रचार कर रहे हैं तो आरजेडी प्रत्याशी पूर्व सांसद वीणा देवी भले ही चुनाव लड़ रही हैं, लेकिन उनके लिए जोर आजमाइश उनके पति सूरजभान सिंह कर रहे हैं। इसीलिए अनंत सिंह के लिए ललन सिंह उतर गए हैं, क्योंकि सूरजभान सिंह के खिलाफ ललन सिंह का रिकॉर्ड अच्छा नहीं है। 2014 के लोकसभा चुनाव में मुंगेर लोकसभा सीट पर जेडीयू से ललन सिंह चुनाव लड़ रहे थे तो उनके सामने सूरजभान सिंह की पत्नी वीणा देवी एलजेपी के टिकट पर भाग्य आजमा रही थीं। 2014 के आम चुनाव में ललन सिंह को 2,43,827 वोट मिले थे पर वह चुनाव हार गए थे। सूरजभान सिंह की पत्नी वीणा देवी ने उन्हें हराया था। यही वजह है कि अनंत सिंह के बहाने ललन सिंह आरजेडी उम्मीदवार वीणा देवी से अपना हिसाब बराबर करना चाहते हैं, जिसके लिए उन्होंने मोकामा सीट पर कैंप कर रखा है.।










