Extra Marital Affair ये शब्द तो आपने अच्छे से सुना होगा और ऐसे कई केस अपने ईर्द- गिर्द देखें भी होंगे। चाहे लव मैरिज हो या अरेंज इस बंधन में बंध जाने के बाद अक्सर एक ही उम्मीद की जाती है कि पति और पत्नी के बीच प्यार हमेशा बरकरार रहे और रिश्ते में कभी भी कोई खटास न आये। हालांकि ऐसा होता नहीं है और कई बार हमें इसके उदाहरण देखने को मिल जाते हैं। कई बार बातचीत से ये खटास खत्म हो जाती है तो वहीं पर कई बार ये खटास एक्सट्रा मैरिटल अफेयर की वजह बन जाती है।
आजकल हर चीच ऑनलाइन मिल जाती है जैसे कि रिश्ते ढूंढूने के लिए कई एप है, डेटिंग करने के लिए कई एप है वैसे ही एक्स्ट्रा मैरिटल अफेयर के लिये भी एक ऐप उपलब्ध है। जिसे फ्रेंस में पहली बार बनाया गया और यह दुनिया की इकलौटी वेबसाइट है जिसका इस्तेमाल भारत में भी होता है। ग्लीडन नाम से मशहूर इस ऐप को एक महिला ने ही महिलाओं की जरूरतों को ध्यान में रखकर बनाया और इसे चलाने वाली पूरी टीम भी महिलाओं की ही है।
कब लॉन्च हुआ ये ऐप
साल 2009 में लॉन्च हुई ये ऐप महिलाओं के लिए फ्री है तो पुरुषों को इसके इस्तेमाल के लिए पैसे देने पड़ते हैं। साल 2017 में भारत आने वाली इस ऐप में अब कुल यूजर्स की संख्या एक करोड़ पहुंच गई हैं। जिसमें से 20 लाख यूजर्स अकेले भारत से हैं जो सितंबर 2022 के बाद 11 फीसदी बढ़ी है। ग्लीडन ऐप के आंकड़ो के अनुसार शादी के बाद की जाने वाली बेवफाई के लिये इस्तेमाल होने वाली इस ऐपलिकेशन का इस्तेमाल भारत के हर शहर में हो रहा है। जिसमें 66 फीसदी यूजर्स टीयर-1 यानि की बड़े शहरों से हैं। जबकि 34 फीसदी टीयर-2 और 3 शहरों के हैं। इसका मतलब है कि इस ऐप की पहुंच मुंबई, बेंगलुरू, दिल्ली और कोलकाता जैसे बड़े शहरों के साथ ही मेरठ, भोपाल, पटना तक भी है। वहीं साल 2019 में बेंगलुरु, मुंबई, कोलकाता, दिल्ली, जयपुर, भोपाल, इंदौर, पुणे, हैदराबाद, चेन्नई, गुरुग्राम, अहमदाबाद, चंडीगढ़, लखनऊ, कोच्चि, नोएडा, गुवाहाटी, विशाखापट्टनम, नागपुर, सूरत और भुवनेश्वर की।
बेंगलुरु बन रहा देश की बेवफा राजधानी
चीटिंग के मामले में बेंगलुरू टॉप पर काबिज है तो वहीं पर मुंबई और कोलकाता का नाम उसके बाद आता है. बेंगलुरु में एक्स्ट्रा-मैरिटल अफेयर्स जितनी तेजी से बढ़ रहे हैं उसे देखते हुए इसे ‘चीटिंग कैपिटल’ कहा जाने लगा है. ग्लीडेन के सर्वे के अनुसार बेंगलुरु के यूजर्स हर दिन औसतन इस ऐप पर डेढ़ घंटा बिताते हैं और ज्यादातर लंच के समय 12 से 3 और रात 10 बजे के बात इसका इस्तेमाल करते हैं. ऐप के डाटा के अनुसार पुरुष 24-30 साल की महिलाओं को तलाशते हैं तो वहीं पर महिलाएं 31-40 साल के पुरुषों में रुचि दिखाती हैं. जहां पुरुष हर तरह के रिलेशन के लिये ओपन हैं तो वहीं पर महिलाएं वर्चुअल रिलेशन को ज्यादा तवज्जो देती हैं।
महिलाओं ने किया है इस ऐप का सबसे ज्यादा इस्तेमाल
सबसे ज्यादा महिलाओं ने इसका इस्तेमाल किया है। थाचीटिंग के मामले में बेंगलुरू टॉप पर काबिज है तो वहीं पर मुंबई और कोलकाता का नाम उसके बाद आता है। बेंगलुरु में एक्स्ट्रा-मैरिटल अफेयर्स जितनी तेजी से बढ़ रहे हैं, उसे देखते हुए इसे चीटिंग कैपिटल कहा जाने लगा है। बता दें कि ग्लीडेन के सर्वे के अनुसार बेंगलुरु के यूजर्स हर दिन औसतन इस ऐप पर डेढ़ घंटा बिताते हैं और ज्यादातर लंच के समय 12 से 3 और रात 10 बजे के बाद इसका इस्तेमाल करते हैं। ऐप के डाटा के अनुसार पुरुष 24-30 साल की महिलाओं को तलाशते हैं तो वहीं पर महिलाएं 31-40 साल के पुरुषों में रुचि दिकाती हैं। जहां पुरुष हर तरह के रिलेशन के लिये ओपन हैं तो वहीं पर महिलाएं वर्चुअल रिलेशन को ज्यादा तवज्जों देती हैं। शादी में बेवफा होती महिलाओं की बात करें तो 77 प्रतिशत महिलाएं का किसी न किसी जान-पहचान वाली से पहले ही संबंध रह चुका हैं।
77 प्रतिशत महिलाओं ने इस वजह से दिया धोखा
वहीं सर्वे के अनुसार 10 में से 7 महिलाओं ने पति के घरेलू कामों में शामिल होने की वजह को चीटिंग का कारण बताया तो वहीं पर 77 प्रतिशत महिलाओं ने इस वजह से धोखा दिया क्योंकि उनकी शादी बोरियत से भर गई थी। सर्वे में यह भी पता चला है कि 72 प्रतिशत भारतीय महिलाओं को धोखा देने का कोई पछतावा नहीं है तो वहीं पर 10 में से 4 महिलाओं ने खुलासा किया कि अजनबी के साथ फ्लर्ट करने से उनके और पति के बीच इंटेमेसी बढ़ गई है. इतना ही नहीं भारत में आर्टिकल 377 के निरस्त होने के बाद से शादीशुदा लोगों के बीच समलैंगिक संबंधो में इजाफा हुआ है.