नई दिल्ली. भारत में शिक्षा और शिक्षण संस्था को बढ़ावा देने के लिए EQFI एक गैर -लाभकारी संगठन है। ये संस्था दे देश में शिक्षा और शिक्षण संस्थानों के उज्जवल भविष्य के लिए काम करती है। ईक्यूएफआई संस्था की खास बात यह है कि ये छात्रों के साथ-साथ शिक्षकों को भी उनके क्षेत्र में सफल बना रही है।
2007 में हुई थी ईक्यूएफआई की स्थापना
“ईक्यूएफआई” की स्थापना 2007 में हुई थी, EQFI एक ऐसी दुनिया का कल्पना करता है जहां हर शैक्षिक अनुभव गुणवत्ता में निहित हो, जिससे छात्रों के साथ-साथ शिक्षकों को भी सक्षम बनाया जा सके ताकि हर शैक्षणिक अनुभव क्षमताओं को मजबूत किया जा सकें। संगठन का प्रभाव 19 भारतीय राज्यों में फैला हुआ है, जिससे ३० लाख छात्रों, 15,000 शिक्षकों, और 5,000 स्कूलों को अपने कार्यकर्मों से सकारात्मक रूप से प्रभावित किया है।
यूपी के लखनऊ में EQFI और IBM का आयोजन
उत्तर प्रदेश के लखनऊ में, ईक्यूएफआई ने आईबीएम के साथ मिलकर तथा उत्तर प्रदेश सरकार के मौलिक शिक्षा और बेसिक शिक्षा विभाग के समर्थन से एक परिवर्तनात्मक बहु-स्तरीय सम्मेलन का आयोजन किया है। जिसका मुख्य उद्देश्य भारत के छात्रों में मौलिक विचार और रचनात्मकता बढ़ाने के लिए उभरती तकनीकों के शिक्षण और सीखने को सुधारना है।
इन मूल उद्देश्यों के साथ काम कर रही संस्था
बता दें कि इस सम्मेलन का मूल उद्देश्य शिक्षकों की क्षमता और विशेषज्ञता को बढ़ाना है। ईक्यूएफआई – आईबीएम का उद्देश्य है शिक्षा में उभरती तकनीक को सुनिश्चित करने के लिए एक विविध समूह, एनजीओ, उद्योग के विशेषज्ञों, और राज्य सरकारों आदि को एक मंच पर ला कर सबके विचारो को संगृहीत और वितरित करना है।
EQFI के प्रबंध ट्रस्टी डॉ. अंजली प्रकाश ने ये कहा
EQFI के प्रबंध ट्रस्टी डॉ. अंजली प्रकाश ने स्वागत प्रमाचार साझा करते हुए कहा कि, ‘बच्चों में कुशलता बढ़ाने के लिए उभरती नई तकनीको का उपयोग, इस गतिशील समय मे उनके व्यक्तिगत और समाज के विकास के लिए अति आवश्यक है। ईक्यूएफआई में, हम यह सुनिश्चित करने के लिए हम कटिबद्ध हैं कि शिक्षक और शिक्षार्थी, दोनों इन परिवर्तनकारी क्षमता के बारे में सीखे और भविष्य के लिए तैयार और उत्साहित हैं।’
स्टडी हॉल एजुकेशनल फाउंडेशन की अध्यक्ष और सीईओ डॉ. उर्वशी साहनी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 पर एक टिप्पणी करते हुए कहा कि एनईपी पहली बार स्कूल के परिवेश और अधिगम के पारिस्थितिक तंत्र के बारे में बात कर रही है और रचनात्मकता की संस्कृति को बढ़ावा दे रही है।
जानिए क्या है सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य
सम्मेलन का मुख्य विषय है NEP 2020 के साथ समानुकूलित पाठ्यक्रम का विकास करना, जिसमें प्रौद्योगिकी, मौलिक विचार और रचनात्मकता पर बल दिया जाये । इस पाठ्यक्रम को आधिकारिक भाषा में प्राप्त कराया जाएगा और इसे 6 से 12 वर्ग के छात्रों के लिए उपलब्ध कराया जाएगा।
ईक्यूएफआई-आईबीएम शिक्षा में तकनीक और शिक्षण उपकरणों को स्वीकृति देने में सहायक हो, रचनात्मकता, मौलिक विचार, और शिक्षार्थियों में नवाचार को पोषण करता हो ऐसा एक संघ/नेटवर्क स्थापित करने का लक्ष्य रखता है। इसके अलावा, सम्मेलन का उद्देश्य तकनीक तक पहुंच के अंतराल को समाप्त करना है। आईआरजी (इंस्टीट्यूट फॉर रिसर्च एंड ग्रोथ) ने इस सम्मेलन का आयोजन करने में ईक्यूएफआई को अपना सहयोग दिया है।