UP Board के छात्रों के लिए डिजिटल क्रांति: ELTI तैयार कर रहा है 100 विशेष वीडियो लेक्चर

प्रयागराज स्थित आंग्ल भाषा शिक्षण संस्थान (ELTI) यूपी बोर्ड के कक्षा 1 से 12वीं तक के छात्रों के लिए 100 हाई-टेक वीडियो लेक्चर तैयार कर रहा है। पीएम ई-विद्या योजना के तहत ये वीडियो छात्रों को आसान भाषा में अंग्रेजी सीखने में मदद करेंगे।

UP Board ELTI Prayagraj

UP Board ELTI Prayagraj: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (UP Board) के छात्रों के लिए अंग्रेजी भाषा की बाधा को दूर करने के लिए एक बड़ी पहल की गई है। प्रयागराज स्थित इंग्लिश लैंग्वेज टीचिंग इंस्टीट्यूट (ELTI) अब प्री-प्राइमरी से लेकर इंटरमीडिएट तक के विद्यार्थियों के लिए डिजिटल कंटेंट तैयार कर रहा है। संस्थान के प्राचार्य स्कंद शुक्ला के अनुसार, पीएम ई-विद्या कार्यक्रम के तहत कुल 100 वीडियो लेक्चर तैयार किए जा रहे हैं, जिनमें से 34 पहले ही प्रसारित हो चुके हैं। ये लेक्चर हाई-टेक स्टूडियो में अनुभवी शिक्षकों द्वारा तैयार किए गए हैं, जो छात्रों को वास्तविक क्लासरूम जैसा अनुभव प्रदान करते हैं। इनका उद्देश्य डिजिटल माध्यम से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को हर गांव और शहर के छात्र तक पहुँचाना है ताकि वे वैश्विक प्रतिस्पर्धा में पीछे न रहें।

प्रमुख विशेषताएँ और फायदे

  • बहु-आयामी उपलब्धता: ये लेक्चर 24 घंटे चलने वाले डीटीएच (DTH) चैनलों, यूट्यूब और ‘पीएम ई-विद्या’ ऐप पर उपलब्ध हैं।

  • इंटरएक्टिव शिक्षण: वीडियो को इस तरह बनाया गया है कि छात्र कभी भी, कहीं भी अपने डाउट क्लियर कर सकें। जटिल विषयों को तीन अलग-अलग भागों में बाँटा गया है ताकि समझना आसान हो।

  • अवधि का प्रबंधन: छोटे बच्चों के लिए 5-10 मिनट और बड़े छात्रों के लिए 20-30 मिनट के विशेष सत्र रखे गए हैं।

  • विशेषज्ञों की टीम: इन लेक्चर्स की स्क्रिप्ट राजकीय इंटर कॉलेज और इलाहाबाद विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों द्वारा तैयार और मॉनिटर की गई है।

टीचर्स हैंडबुक और ग्रामर बुक

चूंकि UP Board में अब NCERT का पाठ्यक्रम लागू है, इसलिए ELTI ने शिक्षकों के लिए एक ‘टीचर हैंडबुक’ और छात्रों के लिए एक विशेष ‘ग्रामर बुक’ भी तैयार की है। यह सामग्री शिक्षकों को पढ़ाने के नए तरीके सिखाने और छात्रों की व्याकरण पर पकड़ मजबूत करने में सहायक सिद्ध हो रही है।

ELTI का गौरवशाली इतिहास

1956 में ब्रिटिश काउंसिल की सहायता से स्थापित यह संस्थान 1981 से SCERT के अधीन कार्य कर रहा है। दशकों से यह संस्थान शिक्षकों के प्रशिक्षण और शोध के माध्यम से अंग्रेजी शिक्षा के स्तर को सुधारने में जुटा है।

उत्तर प्रदेश: 11,350 ग्राम पंचायतों में खुलेंगी डिजिटल लाइब्रेरी, ग्रामीण युवाओं का ‘अफसर’ बनने का सपना होगा साकार

Exit mobile version