Ekta Kapoor: फौजियों की वर्दी का मजाक बनाना पड़ा भारी, प्रोडक्शन हाउस बायकॉट करने की मांग

अभी की ही तो बात हैं मुकेश खन्ना यानि शक्तिमान ने सास बहू सीरियल बनाने के लिये एकता कपूर को खरी-खोटी सुनाई थी. कहा था कि एकता कपूर के सीरियल सास भी कभी बहू थी ने टीवी का सत्यनाश कर दिया है. आगे कहा कि सास बहू के बीच कहीं खो गया है हमारा टीवी. दुखद, लेकिन ये सच है. हाल ही में एकता कपूर की वेब सीरीज xxx सीजन 2 को लेकर उनके और उनकी माँ के खिलाफ वारंट जारी किया गया है. अगर इस सीरीज की बात करे तो ये दो साल पहले रिलीज हुई थी।

फौजी की पत्नी अवैध संबंध बनाती है

दरअसल, दोनों माँ – बेटी के खिलाफ आरोप है कि उन्होंने इस वेब सीरीज में सैनिकों की पत्नियों की आपत्तिजनिक तस्वीर पेश की है। इसलिए इस मामले में मां और बेटी के खिलाफ बेगूसराय में केस दर्ज किया गया था। तो चलिए पूरा मामला विस्तार से जानते हैं। एकता कपूर की ये वेब सीरीज फौजियों पर है इसमें दिखाया गया हैं कि जब एक फौजी अपने घर से दूर देश की सरहद पर जाता है। तो उसकी पीठ के पीछे फौजी की पत्नी अपने पति की वर्दी दूसरे मर्द को पहनाकर उसके साथ अवैध संबंध बनाती है।

एकता कपूर और उनकी मां पर केस दर्ज

जी बिलकुल सही सुना आपने एकता कपूर की ये वेब सीरीज इसी विषय पर हैं। हो सकता है ये सब पढ़कर आपको गुस्सा आ रहा होगा। तो सोचिए जिन फौजियों ने ये सब स्क्रीन पर देखा होगा तो उन्हें कैसा लगा होगा। जो इंसान अपना घर भार छोड़कर देश की सेवा करता हैं। क्या उन्हें अब ये सब सोचना पड़ेगा। अब इस बात पर किसको ग़ुस्सा नहीं आएगा। फौजी की ऐसी छवि पर्दे पर, तो इस बात पर गुस्सा आना लाजमी ही है। बस यही कारण हैं जो एकता कपूर और उनकी मां पर केस दर्ज हुआ है और अब दिन पर दिन दोनों इस मामले में फंसती नजर आ रही हैं।

सीरीज एडल्ट वीडियो से कम नहीं

बस ये सब देखने के बाद लोग काफी भड़के हुए हैं। उनका कहना है कि एकता कपूर की वेब सीरीज किसी एडल्ट वीडियो से कम नहीं होती हैं। उनमें बहुत अश्लीलता दिखाई जाती है। ऐसी सीरीज यौन शोषण को बढ़ावा देती हैं। इसके अलावा कई यूजर्स एकता कपूर और उनके प्रोडक्शन हाउस को बायकॉट करने की भी मांग कर रहे हैं। इसी के साथ लोगों का ये भी कहना है कि एकता कपूर को कुछ समय के लिए बॉर्डर पर भेज देना चाहिए ताकि उनको सच का पता लग सके.

तो क्या लगता हैं आपको ,एकता कपूर की ये वेब सीरीज सच को सामने रखती हैं या फौजियों के मान- सम्मान को ठेस पहुँचाती हैं ?

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