Bollywood की चमक-धमक और अरबों की संपत्ति, कौन है आरव जिसकी सादगी भरी ज़िंदगी सबके लिए है मिसाल

अक्षय कुमार के बेटे आरव भाटिया ने लग्जरी लाइफ के बजाय सादगी और आत्मनिर्भरता को चुना है। लंदन में रहकर खुद खाना बनाते हैं, सेकंड हैंड कपड़े पहनते हैं और बॉलीवुड से दूरी बनाए रखते हैं।

Aarav Bhatia low profile lifestyle and fashion design journey

Aarav Bhatia:बॉलीवुड की चमक-धमक और अरबों की संपत्ति होने के बावजूद अक्षय कुमार का बेटा आरव भाटिया एक बेहद सामान्य और सादा जीवन जीता है, जो आज के युवाओं के लिए एक बड़ी प्रेरणा है।आज के समय में जहां लोग थोड़ा सा पैसा कमाकर ही लग्जरी लाइफ जीने लगते हैं, वहीं बॉलीवुड के सुपरस्टार अक्षय कुमार के बेटे आरव भाटिया एक बिलकुल अलग रास्ता चुनकर सबको हैरान कर रहे हैं। अरबों की संपत्ति होने के बावजूद आरव ना ही ब्रांडेड कपड़े पहनते हैं और ना ही लाइमलाइट में रहना पसंद करते हैं। वह सेकंड हैंड कपड़े पहनते हैं, अपना खाना खुद बनाते हैं और बर्तन भी खुद धोते हैं।

15 साल की उम्र में छोड़ा घर

आरव ने सिर्फ 15 साल की उम्र में घर छोड़ दिया था और लंदन जाकर स्वतंत्र जीवन जीने का फैसला लिया। अक्षय कुमार ने खुद एक इंटरव्यू में बताया कि आरव हमेशा से आत्मनिर्भर बनना चाहता था। उसने ग्लैमर और शोहरत की दुनिया से दूर रहकर अपनी पहचान बनाने की ठानी।

बॉलीवुड से दूरी, फैशन डिज़ाइन में दिलचस्पी

जहां उनके परिवार के सभी सदस्य राजेश खन्ना, डिंपल कपाड़िया, ट्विंकल खन्ना और अक्षय कुमार बॉलीवुड से जुड़े हैं, वहीं आरव का रुझान बॉलीवुड की बजाय फैशन डिज़ाइनिंग की ओर है। वह फिलहाल लंदन में फैशन डिजाइन का कोर्स कर रहे हैं और उन्हें अपनी लाइफ को अपने तरीके से जीना पसंद है।

शिक्षा और सादगी भरा रहन-सहन

आरव ने अपनी शुरुआती पढ़ाई मुंबई के इकोल मोंडियल स्कूल से की और फिर सिंगापुर के यूनाइटेड वर्ल्ड कॉलेज से ग्रेजुएशन किया। आरव का सोशल मीडिया पर भी ज्यादा दिखना नहीं होता, और ना ही वो सेलिब्रिटी पार्टीज़ में शिरकत करते हैं। लो प्रोफाइल रहना ही उनका पसंदीदा तरीका है।
खुद की जिंदगी के फैसले खुद लिए

आरव ने बॉलीवुड में करियर बनाने से साफ मना कर दिया है। उन्हें क्रिएटिव फील्ड पसंद है और मार्शल आर्ट में भी उनकी खास दिलचस्पी है। लोग अक्सर उनकी तुलना उनके नाना राजेश खन्ना से करते हैं, लेकिन आरव ने हमेशा कहा कि वह अपनी अलग पहचान बनाना चाहते हैं, किसी और की छाया नहीं।

Exit mobile version