रामायण और रामचरितमानस जैसा तो इस फिल्म में कुछ है ही नहीं। जो कुछ है मर्यादा संस्कृति और सनातन धर्म का बस मजाक उड़ाना है। आदिपुरुष फिल्म पर दिन पर दिन बवाल बढ़ता जा रहा हैं। अब तो प्रधानमंत्री जी से इस फिल्म को बैन करने की मांग की जा रही हैं। ये मांग करने वाले न तो कोई फ़िल्मी सितारे हैं और न ही कोई नेता। बल्कि अयोध्या के साधु संत हैं। यानि अब इस फिल्म को लेकर साधु संतो का ग़ुस्सा फुट रहा हैं उनका कहना हैं कि प्रधानमंत्री जी इस फिल्म को करे बैन नहीं तो नष्ट होगी सनातन संस्कृति।”आदिपुरुष ” टीजर रिलीज होने के साथ ही विवादो में आ गई है. विवाद की सबसे बड़ी वजह सैफ अली खान के रावण लुक को और हनुमान जी के चित्रण को लेकर हैं।
फिल्म को बैन करने की मांग
फिल्माए गए दृश्य को अयोध्या के संत अमर्यादित बता रहे है। सवाल कर रहे है यह किस धार्मिक ग्रंथ में लिखा है जैसा कि फिल्म में दिखाया गया है। विरोध के बीच अयोध्या से ऐसी आवाज उठना आदि पुरुष के लिए मुश्किल खड़ी कर सकता है।रामायण के जिस किरदारों को पूजने और जानने की बात बता कर पूरी फिल्म यूनिट लोगों से फिल्म देखने की अपील कर रही थी अब उसी पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं. और एक बाद एक इस फिल्म पर आरोप लगाए जा रहे है.साधु संत भी इस फिल्म पर अपना मत रख रहे हैं।
आचार्य सत्येंद्र दास
जो कि राम जन्मभूमिके पुजारी हैं – कहीं भी ऐसा चरित्र में नहीं है। पूरे रामायण में न जाने कौन से रामायण के आधार पर पिक्चर बना रहे हैं यही नहीं पता चलता है। लगता है किसी मुस्लिम विचारों से प्रेरित होकर के बनाया गया है जो सनातन धर्म के बिल्कुल प्रतिकूल है यहां बैन करने योग्य है.
कल्कि राम जी
जो कि रामादल ट्रस्ट से हैं – हम प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी से नतमस्तक होकर याचना करते हैं कि आप स्वयं एक राम भक्त हैं और मैं मानता हूं कि आप से बड़ा कोई रामभक्त नहीं है तत्काल इस फिल्म पर पूर्णतया प्रतिबंध लगाया जाए।
जगतगुरु परमहंस आचर्य
जो की पिठाधिश्वर तपस्वीछावनी से हैं – जिस तरह से सनातन धर्म.को खत्म करने के लिए ये आदिपुरुष फिल्म बनाई गयी है यह प्रतिबंधित किया जाए या फिर बदलाव किया जाए ये हमारी चेतवानी भी है और ये सुझाव भी है अगर इसको नहीं माने तो फिर गर्दन भी कटेगी खून की नदी भी बहेगी जय श्री राम। इसका अंजाम भुगतने के लिए तैयार हो जाओ।
नरसिंहानंद और अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि
इसके अलावा जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद ने बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्रीज को इस्लामिक बता दिया है.और अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि महाराज ने भी फिल्म में सैफ अली खान के लुक की निंदा की है। उन्होंने कहा, ‘भगवान शिव के भक्त लंकापति रावण की भूमिका में सैफ अली खान का चित्रण ऐसे किया गया है जैसे आतंकी खिलजी या चंगेज खान या औरंगजेब है। माथे पर ना हीं तिलक है ना ही त्रिपुंड। हमारे पौराणिक चरित्रों के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं।’