Deepika Padukone battling depression and heart arrhythmia बॉलीवुड की चमक-दमक भरी दुनिया में रहने वाली दीपिका पादुकोण ने हाल ही में खुलासा किया कि वे अब भी दो गम्भीर रोगों से जूझ रही हैं। उनमें से एक है मानसिक स्वास्थ्य की समस्या डिप्रेशन और दूसरी है हार्ट की बीमारी हार्ट एरिदमिया। उनके इस साहसिक खुलासे ने एक बार फिर मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के महत्व को हमारे सामने खड़ा कर दिया है ।
डिप्रेशन, गहरे दर्द का नाम
गौरतलब है कि दीपिका ने 2014 में अपने करियर के चरम पर रहकर भी डिप्रेशन का सामना किया था। उन्होंने खुद बताया कि वह “खालीपन, दिशाहीनता, और अचानक रो पड़ना” जैसी भावनाओं से गुज़री थीं । उनका आत्म-खोज का ये सफर इतना गहरा रहा कि उन्होंने ‘द लिव लव लाफ फाउंडेशन’ की स्थापना की, ताकि मानसिक बीमारियों के बारे में जागरूकता फैलाई जा सके
ओब्सेसिव कंपल्सिव डिसऑर्डर (OCD)
इनके अलावा, दीपिका को OCD यानी Obsessive‑Compulsive Disorder भी है। इसका अर्थ है।घण्टों तक हर चीज को व्यवस्थित रखना या बार-बार चेक करना। मीडिया के अनुसार, दीपिका एल्बम या कपड़ों को पॉलिश तरीके से सजा कर रखना पसंद करती हैं। वे इंस्टाग्राम पर भी कई बार ऐसी तस्वीरें शेयर कर चुकी हैं, जिसमें उनका OCD झलकता है। डिप्रेशन से अलग, OCD एक मानसिक स्वास्थ्य का डिसऑर्डर है जिसमें व्यक्ति किसी काम को बार-बार दोहराने की आदत में फंस जाता है। कई लोग सोचते हैं कि चीजों को सही ढंग से रखना अच्छा है, पर ये आदत दुर्घटना और समय के नुकसान का कारण भी बन सकती है ।
हार्ट एरिदमिया,दिल की धड़कन पर असर
इन मानसिक चुनौतियों के साथ-साथ, दीपिका को हार्ट एरिदमिया यानी दिल की अनियमित धड़कन की समस्या भी है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, एक फिल्म की शूटिंग के दौरान, उनकी दिल की धड़कन अचानक अनियमित हो गई थी, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करना पड़ा। कुछ दिन बाद वह स्वस्थ होकर लौट आईं।हार्ट एरिदमिया अक्सर मानसिक तनाव या किसी सिंथेटिक दवा के कारण हो सकता है। इसने यह साफ कर दिया कि शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य कितने गहरे रूप से जुड़े होते हैं।
दीपिका का उपचार और शक्ति
मानसिक स्वास्थ्य के लिए, दीपिका ने काउंसलिंग और ट्रीटमेंट अपनाया। डिप्रेशन व OCD के इलाज में वह लगातार रूचि ले रही हैं। हार्ट एरिदमिया से उबरने के बाद भी वह नियमित जांच करवा रही हैं और डॉक्टर की सलाह मान रही हैं। सबसे बड़ी ताक़त उनके पीछे उनका परिवार, दोस्त और प्रोफेशनल सपोर्ट है, जिसने उन्हें हर मुश्किल दौर में संभाला।
बॉलीवुड की चमक-दमक के पीछे, दीपिका की यह कहानी हमें यह सिखाती है कि हर इंसान फ़ेमस हो या सामान्य बदन और दिमाग दोनों से संकट में पड़ सकता है। विशेषज्ञ की मदद, परिवार का साथ, और समय पर इलाज लेना कितनी ज़रूरी है।