टीवी अभिनेता गौरव खन्ना, जो हाल ही में ‘बिग बॉस 19’ जीतकर सुर्खियों में रहे, ने अपने जन्मदिन का जश्न बड़े उत्साह से मनाया। इस पार्टी में टीवी जगत के कई सितारे शामिल हुए, लेकिन कुछ नामों की गैर-मौजूदगी ने चर्चा को हवा दी। खासकर फरहाना भट्ट की अनुपस्थिति ने सवाल खड़े किए कि क्या दोनों ने एक-दूसरे की पार्टियों में इनवाइट नहीं किया था।
कुछ रिपोर्टों में कहा गया कि जब गौरव ने अपनी पार्टी रखी, तब फरहाना वहाँ नहीं पहुँचीं। इसके उलट, कुछ मीडिया आउटलेट्स ने दावा किया कि जब फरहाना ने अपनी पार्टी रखी, तो गौरव खन्ना वहाँ शामिल नहीं हुए। इस पर अभिनेता ने खुद स्पष्टीकरण दिया है।
गौरव खन्ना का बयान: “मैंने फोन चेक किया था”
इंटरव्यू में गौरव ने स्पष्ट किया कि उन्होंने सभी को इनवाइट किया था, जिसमें फरहाना भट्ट भी शामिल थीं। उन्होंने बताया कि उन्होंने फरहाना को बुलाया था, लेकिन उन्होंने बताया कि वे नहीं आ पाएंगी क्योंकि उन्हें डॉक्टर के पास जाना था और उनकी कुछ स्वास्थ्य-समस्याएँ थीं। गौरव ने यह भी कहा कि उन्होंने तान्या और अन्य प्रतियोगियों को भी बुलाया था, लेकिन उनका कोई निश्चित जवाब नहीं आया।
गौरव ने कहा कि फरहाना की पार्टी की तारीख को वह अपने शो-शूट के लिए व्यस्त थे, और उसी दिन उनकी पत्नी आकांक्षा की तबीयत भी खराब थी। इसलिए वे समय पर पहुँच नहीं पाए। बाद में उन्होंने देखा कि फरहाना के missed कॉल्स उनके फोन पर थे, लेकिन उन्हें नहीं पता था कि वह इनवाइट करने के लिए कॉल कर रही थीं। उन्होंने यह भी बताया कि अगर उन्हें इनवाइट का इरादा पता होता, तो वे पहले स्पष्ट रूप से समझा देते कि आकांक्षा की सेहत ठीक नहीं होने के कारण वे उन पार्टी में शामिल नहीं हो पाएंगे।
सोशल मीडिया और फैन प्रतिक्रियाएँ
यह पूरा मुद्दा सोशल मीडिया पर भी ट्रेंड रहा, जहाँ फैंस अपने-अपने विचार साझा कर रहे हैं। कुछ ने इसे माफ़ समझी की स्थिति कहा, वहीं अन्य ने इसे एक कम्युनिकेशन गैप के रूप में देखा। कई उपयोगकर्ताओं ने चर्चाओं में यह भी लिखा कि इनवाइट मिसअंडरस्टैंडिंग अक्सर बड़े-छोटे आयोजनों में होती है, और इसे ज्यादा बढ़ा-चढ़ाकर नहीं देखा जाना चाहिए।
गौरव खन्ना की पुष्टि के अनुसार, पार्टी इनवाइट को लेकर कोई जानबूझकर अनदेखा करने जैसा मामला नहीं था। दोनों पार्टियों के बीच असल वजह कार्य और स्वास्थ्य कारण थी, न कि किसी जानबूझकर बहिष्कार या अनइनवाइट का मामला। गौरव ने साफ कहा कि वे शादी-शुदा जीवन में अपने परिवार को प्राथमिकता देते हैं और किसी को अपमानित करने का इरादा नहीं रखते।
