अचानक बेहोश होकर गिरे हीरो नंबर 1, जानिए क्या है यह खतरनाक बीमारी, डॉक्टर ने बताई चौंकाने वाली वजह

बॉलीवुड एक्टर गोविंदा की तबीयत अचानक बिगड़ने से उन्हें देर रात अस्पताल में भर्ती करवाया गया। डॉक्टरों के मुताबिक, उन्हें डिसओरिएंटेशन की समस्या हुई थी। फिलहाल उनकी हालत स्थिर बताई जा रही है।

Govinda, Bollywood news

 Govinda, Bollywood news:बॉलीवुड के “हीरो नंबर 1” गोविंदा को लेकर फैंस के लिए चिंताजनक खबर सामने आई है। जानकारी के मुताबिक, मंगलवार रात गोविंदा अपने घर पर अचानक बेहोश हो गए थे। रात करीब 1 बजे परिवार वालों ने उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों की टीम लगातार उनकी निगरानी कर रही है। बताया जा रहा है कि मंगलवार शाम से ही गोविंदा को चक्कर आने और असहज महसूस होने की शिकायत थी। घरवालों ने डॉक्टर से फोन पर सलाह लेकर उन्हें दवाइयां दीं, लेकिन देर रात हालत ज्यादा बिगड़ गई।

डॉक्टरों ने बताई बीमारी की वजह

डॉक्टरों ने बताया कि गोविंदा को डिसओरिएंटेशन (Disorientation) की समस्या हुई है। इसका मतलब है कि व्यक्ति को अचानक चक्कर आना, दिशा या चेतना का नियंत्रण खो देना। यह स्थिति कुछ सेकंड से लेकर कुछ मिनटों तक रह सकती है। डॉक्टरों के मुताबिक, फिलहाल गोविंदा खतरे से बाहर हैं और उनकी हालत स्थिर है। अस्पताल में उनके सभी जरूरी पैरामीटर्स पर बारीकी से नजर रखी जा रही है।

क्या है डिसओरिएंटेशन की बीमारी?

विशेषज्ञों का कहना है कि डिसओरिएंटेशन कोई अलग बीमारी नहीं बल्कि एक लक्षण है। यह तब होता है जब दिमाग को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाती या शरीर में ब्लड प्रेशर अचानक गिर जाता है। गोविंदा की उम्र 61 वर्ष से अधिक है और पहले उन्हें स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी रह चुकी हैं। बताया गया है कि कुछ दिन पहले महाराष्ट्र चुनाव में प्रचार के दौरान भी उन्हें सीने में दर्द महसूस हुआ था, जिसके बाद वह मुंबई लौट आए थे।

बीमारी के पीछे की असली वजह

डॉक्टरों का कहना है कि ऐसी स्थिति कई कारणों से हो सकती है — जैसे लो ब्लड प्रेशर, डिहाइड्रेशन, दिल की धड़कन का अनियमित होना या दवाइयों का साइड इफेक्ट। गोविंदा को पहले से ब्लड प्रेशर की समस्या है, इसलिए फिलहाल डॉक्टर उनकी जांचें कर रहे हैं जिनमें ECG, ब्लड टेस्ट और ब्रेन स्कैन शामिल हैं। अगर यह सिर्फ ब्लड प्रेशर ड्रॉप की वजह से हुआ है तो स्थिति जल्द नियंत्रित हो जाएगी, लेकिन अगर दिल या दिमाग से जुड़ी कोई दिक्कत पाई गई तो इलाज लंबा चल सकता है।

कितनी खतरनाक है यह समस्या

डॉक्टरों का कहना है कि बेहोशी यानी सिंकोप (Syncope) की समस्या अक्सर गर्मी, भूख, तनाव या थकान से होती है। हालांकि, 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में यह स्थिति गंभीर रूप ले सकती है क्योंकि यह दिल के दौरे, ब्रेन स्ट्रोक या शुगर लो होने का संकेत भी हो सकता है। हर साल लाखों लोग इस समस्या से प्रभावित होते हैं, जिनमें ज्यादातर सामान्य कारण से बेहोश होते हैं, लेकिन 10 से 20 प्रतिशत मामलों में यह गंभीर रोग का संकेत निकलता है।

फिलहाल, डॉक्टरों ने बताया कि गोविंदा खतरे से बाहर हैं और कुछ दिनों में पूरी तरह ठीक होने की उम्मीद है। फैंस उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं।

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