HS Keerthana IAS journey : फिल्म और टीवी सीरियल की एक सफल अभिनेत्री ने क्या बनने के लिए छोड़ा फिल्मी करियर

एक्ट्रेस एचएस कीर्तना ने 11 साल का एक्टिंग करियर छोड़कर IAS बनने का फैसला किया। पांच बार असफल रहीं, लेकिन छठी बार UPSC पास कर 2019 में 167वीं रैंक हासिल की।

HS Keerthana IAS journey

 HS Keerthana IAS journey : बहुत कम ऐसे कलाकार होते हैं जो अपने करियर के सुनहरे दौर में एक्टिंग छोड़ने का फैसला करते हैं। खासकर जब बात एक एक्ट्रेस की हो, तो आमतौर पर वे शादी या बच्चों के कारण फिल्मों से दूरी बनाती हैं। लेकिन आज हम जिस एक्ट्रेस की बात कर रहे हैं, उन्होंने ना सिर्फ एक्टिंग छोड़ी बल्कि IAS बनने का सपना पूरा किया।

हम बात कर रहे हैं साउथ की एक्ट्रेस एचएस कीर्तना (HS Keerthana) की, जिन्होंने बचपन से ही फिल्मों और टीवी शोज में काम किया। उन्होंने 11 साल के करियर में 32 फिल्में और 48 टीवी सीरियल किए। लेकिन फिर उन्होंने एक्टिंग छोड़ इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और बाद में एक IAS ऑफिसर बन गईं।

बचपन से थी एक्टिंग की शौकीन

एचएस कीर्तना ने महज 4 साल की उम्र में कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखा था। उन्होंने गंगा-यमुना, सर्किल इंस्पेक्टर, हब्बा, सिम्हाद्री जैसी कई हिट फिल्मों में काम किया। इसके अलावा उन्होंने टीवी पर जनानी, चिगुरु, पुत्तनी एजेंट जैसे करीब 48 शोज में अपनी एक्टिंग का जलवा दिखाया।

पिता का सपना बना मकसद

जब कीर्तना 15 साल की थीं, तब उन्होंने फिल्मों की चमक-धमक छोड़कर पढ़ाई पर ध्यान देने का फैसला किया। उनका सपना था गरीबों और किसानों के लिए कुछ करना। यही सोच उन्हें सिविल सर्विसेस की तरफ ले गई। इसके साथ-साथ उनके पिता का भी सपना था कि उनकी बेटी एक दिन IAS बने, और कीर्तना ने इसे हकीकत बना दिया।

उन्होंने पहले इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की और कुछ समय तक सॉफ्टवेयर इंजीनियर के तौर पर काम भी किया।

संघर्ष नहीं रहा आसान

साल 2011 में उन्होंने कर्नाटक एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस (KAS) की परीक्षा पास की और अफसर बन गईं। लेकिन उनका सपना यहीं नहीं रुका। उन्होंने 2013 से UPSC की तैयारी शुरू की।

रास्ता मुश्किलों से भरा था। कीर्तना को पांच बार असफलता का सामना करना पड़ा। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। आखिरकार छठी बार में उन्होंने UPSC क्लियर किया और 2019 में 167वीं रैंक हासिल की।

लाखों लोगों के लिए मिसाल

आज एचएस कीर्तना उन लाखों युवाओं के लिए एक प्रेरणा हैं, जो बड़े सपने देखते हैं और मेहनत से उन्हें पूरा भी करते हैं। उन्होंने साबित कर दिया कि अगर हौसले मजबूत हों तो कोई भी सपना अधूरा नहीं रह सकता।

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