भारत की फिल्म होमबाउंड को 98वें अकादमी पुरस्कार (Oscars 2026) में बेस्ट इंटरनेशनल फीचर फिल्म श्रेणी के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया है। यह पदभार भारतीय सिनेमा के लिए गर्व का क्षण है, क्योंकि होमबाउंड अब बेस्ट इंटरनेशनल फीचर फिल्म नामांकन की दौड़ में अगले चरण के लिए पात्र फिल्मों की सूची में शामिल हो गई है।
होमबाउंड को कुल 15 अंतरराष्ट्रीय फिल्मों में से एक के रूप में चुना गया है, जो इस श्रेणी में आगे प्रतियोगिता की दिशा में बढ़ेंगी। शॉर्टलिस्ट घोषणा के साथ ही फिल्म की ऑस्कर यात्रा को एक मजबूत पहचान मिली है, और यह भारतीय सिनेमा की वैश्विक उपस्थिति को और अधिक मजबूती प्रदान करती है।
फिल्म होमबाउंड — कहानी, कलाकार और निर्देशक
होमबाउंड का निर्देशन नीरज घेवान ने किया है, और फिल्म में ईशान खट्टर, विशाल जेठवा, और जाह्नवी कपूर मुख्य भूमिकाओं में हैं। फिल्म की कहानी दो दोस्तों — शोएब और चंदन के इर्द‑गिर्द घूमती है, जो उत्तर भारत के एक छोटे गाँव से हैं और पुलिस की नौकरी पाने का कठिन सपना देखते हैं। इस संघर्ष के दौरान उन्हें न केवल सामाजिक और आर्थिक बाधाओं का सामना करना पड़ता है, बल्कि भारतीय समाज में व्याप्त जाति और धार्मिक भेदभाव की कठिन वास्तविकताओं से भी जूझना पड़ता है।
यह फिल्म एक सच्ची कहानी और गहरे सामाजिक मुद्दों पर आधारित है, जो महामारी के समय की आपबीती और मानवीय संवेदनाओं को दर्शाती है। फिल्म को दुनिया भर में कई फिल्म महोत्सवों में सराहा गया है और आलोचकों तथा दर्शकों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है।
शॉर्टलिस्टिंग का महत्त्व और भारतीय सिनेमा के लिए उपलब्धि
जब कोई फिल्म ऑस्कर के शॉर्टलिस्ट में आती है, तो इसका मतलब है कि उस फिल्म ने विश्व स्तर पर बेहतरीन अंतरराष्ट्रीय फिल्मों में अपनी जगह बनाई है। होमबाउंड का शॉर्टलिस्ट होना भारतीय सिनेमा के लिए एक बड़ा अवसर है, क्योंकि यह फिल्म अब अंतिम नामांकन (Nomination) की दिशा में भी जा सकती है — जो कि ऑस्कर के सबसे प्रतिष्ठित चरणों में से एक है।
पिछले कुछ वर्षों में भारतीय फिल्मों ने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर प्रसिद्धि पाई है, लेकिन शॉर्टलिस्ट तक पहुंच पाना हर फिल्म के लिए संभव नहीं होता। इस उपलब्धि से यह स्पष्ट होता है कि भारतीय फिल्में अब ग्लोबल सिनेमा के प्रमुख मंचों में मान्यता पा रही हैं।
आगे का रास्ता: ऑस्कर नामांकन और उम्मीदें
अब होमबाउंड को इस शॉर्टलिस्ट से अंतिम 5 नामांकित फिल्मों में से एक चुना जाना है — जो जनवरी 2026 में घोषणा की जाएगी। एक बार नामांकन मिलने के बाद, फिल्म को ऑस्कर समारोह में विजेता घोषित होने की पूरी संभावना होती है। शॉर्टलिस्ट पर फिल्म के समर्थकों और दर्शकों ने भी अपनी प्रतिक्रियाएँ साझा की हैं, जिसमें कई लोगों ने इसे “जीत के योग्य” बताया है और भारतीय फिल्म उद्योग की सफलता के लिए उत्साह व्यक्त किया है।
भारत की होमबाउंड फिल्म का ऑस्कर 2026 के बेस्ट इंटरनेशनल फीचर फिल्म श्रेणी के लिए शॉर्टलिस्ट होना भारतीय सिनेमा का एक महत्वपूर्ण वैश्विक पड़ाव है। यह उपलब्धि न केवल फिल्म की गुणवत्ता और सामाजिक संदेश को दर्शाती है, बल्कि भारतीय फिल्मों की अंतरराष्ट्रीय पहचान को भी मजबूत करती है। जैसे‑जैसे ऑस्कर नामांकन की घोषणा पास आती है, होमबाउंड की यात्रा और अधिक रोमांचक होती जा रही है।
