Bollywood News: फिल्ममेकर करण जौहर अपने अनोखे फैशन सेंस के लिए जाने जाते हैं, लेकिन इस बार उनका लुक देखकर लोग दंग रह गए। हाल ही में उन्हें मुंबई एयरपोर्ट पर स्पॉट किया गया, जहां उनका पहनावा और उनकी हालत चर्चा का विषय बन गए। 52 साल के करण जौहर का यह नया लुक सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, और लोग तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
महंगे लेकिन अजीबोगरीब कपड़े
करण जौहर ने एयरपोर्ट पर ‘Doublet’ ब्रांड की डेरिसाइकिल निम स्वेटर और पैंट पहनी थी, जिसकी कीमत करीब डेढ़ लाख रुपये बताई जा रही है। हालांकि, यह आउटफिट जितना महंगा था, उतना ही अजीब भी लग रहा था। करण का स्वेटर और पैंट जगह-जगह से फटा हुआ था, जिसे देखकर सोशल मीडिया यूजर्स ने जमकर मजे लिए।
यूजर्स के मजेदार रिएक्शन
करण जौहर का यह लुक देखते ही लोग तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं देने लगे। एक यूजर ने कमेंट किया, “इतने पैसे होने के बाद भी बंदे के क्या हालात हैं!” वहीं, दूसरे ने लिखा, “बिलेनियर का भिखारी लुक।” एक और यूजर ने कहा, “क्या फकीरी हाल है फैशन के नाम पर!” करण के इस लुक पर ट्रोलर्स अपनी हैरानी और मजाकिया कमेंट्स के जरिए रिएक्शन दे रहे हैं।
करण जौहर का बॉडी डिस्मॉर्फिया से संघर्ष
हाल ही में करण जौहर ने अपनी मानसिक स्वास्थ्य स्थिति को लेकर एक बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि वह ‘बॉडी डिस्मॉर्फिया’ नाम की समस्या से जूझ रहे हैं। इस मानसिक परेशानी के कारण उन्हें हमेशा यह महसूस होता है कि वह मोटे दिख रहे हैं, भले ही उनका वजन कितना भी कम हो जाए।करण ने कहा, “इस परेशानी की वजह से मैं स्वीमिंग पूल में भी नहीं जाता। मैंने इससे बाहर आने की बहुत कोशिश की, लेकिन अब तक सफल नहीं हो पाया। इसलिए मैं हमेशा अपने साइज से बड़े कपड़े पहनता हूं, ताकि खुद को सहज महसूस कर सकूं।”
क्या है बॉडी डिस्मॉर्फिया
बॉडी डिस्मॉर्फिया (BDD) एक मानसिक स्वास्थ्य स्थिति है, जिसमें व्यक्ति अपने शरीर की छोटी-छोटी खामियों को लेकर जरूरत से ज्यादा परेशान रहता है, जबकि ये खामियां दूसरों को नजर भी नहीं आतीं। यह समस्या किशोरों और युवाओं में ज्यादा देखी जाती है, और पुरुषों तथा महिलाओं दोनों को प्रभावित कर सकती है।
करण का फैशन और उनकी मानसिक स्थिति
करण जौहर का नया लुक भले ही लोगों को अजीब लग रहा हो, लेकिन उनके मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी यह समस्या इस तरह के फैशन चुनावों का कारण हो सकती है। ट्रोल्स भले ही उनके लुक का मजाक उड़ा रहे हों, लेकिन यह भी जरूरी है कि मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं को गंभीरता से लिया जाए।