India’s Got Latent: महाराष्ट्र साइबर सेल ने कॉमेडियन समय रैना के यूट्यूब शो ‘India’s Got Latent’ को लेकर बड़ा कदम उठाया है। शो के एपिसोड 1 से लेकर एपिसोड 6 तक के सभी प्रतिभागियों और शो से जुड़े अन्य लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। इस विवाद की शुरुआत रणवीर अल्लाहबादिया द्वारा की गई एक अत्यंत आपत्तिजनक टिप्पणी से हुई, जिसमें उन्होंने सुझाव दिया था कि ‘माता-पिता को सेक्स करते हुए देखना चाहिए’, जिसने सोशल मीडिया पर भारी आक्रोश उत्पन्न किया। इस टिप्पणी के बाद कई जगहों पर शिकायतें दर्ज की गई, जिसके परिणामस्वरूप कानूनी कार्रवाई की गई।
कानूनी कार्रवाई
इस मामले में महाराष्ट्र साइबर सेल ने कई लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है, जिसमें India’s Got Latent शो के होस्ट समय रैना, रणवीर अल्लाहबादिया, आशीष चंचलानी सहित अन्य लोग शामिल हैं। यह कार्रवाई मुंबई, इंदौर और असम जैसे अन्य स्थानों से आई शिकायतों के बाद की गई, जहां शो को अश्लील और आपत्तिजनक माना गया था। राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने शो के दौरान की गई अपमानजनक टिप्पणियों पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए 17 फरवरी, 2025 को सुनवाई के लिए रणवीर अल्लाहबादिया, रैना और अन्य संबंधित पक्षों को तलब किया है।
प्रभाव
अखिल भारतीय सिने वर्कर्स एसोसिएशन (AICWA) ने शो की निंदा की है और इसके होस्ट और प्रतिभागियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई का आह्वान किया है। उन्होंने शो पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है और पेशेवरों से अपील की है कि वे इस शो में शामिल लोगों से सहयोग न करें। इस विवाद के बाद, रणवीर अल्लाहबादिया ने अपनी टिप्पणी के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगी और सरकारी आदेश पर यूट्यूब से संबंधित एपिसोड को हटा दिया।
इस घटना ने डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर सामग्री विनियमन पर एक व्यापक बहस को जन्म दिया है, जिसमें सख्त दिशा-निर्देशों की आवश्यकता पर बल दिया जा रहा है। इस विवाद के चलते शो के होस्ट और प्रतिभागियों की व्यक्तिगत और व्यावसायिक प्रतिष्ठा पर भी असर पड़ा है, और कई लोगों के सोशल मीडिया फॉलोअर्स में गिरावट देखी गई है। शो को रद्द करने की भी मांग तेज हो गई है।
यह मामला डिजिटल और टेलीविजन शो पर कंटेंट के नियमन की दिशा में महत्वपूर्ण संकेत देता है।