Pawandeep Rajan Car Accident : इंडियन आइडल-12 के विजेता और मशहूर गायक पवनदीप राजन की कार का रविवार देर रात यूपी के अमरोहा ज़िले में भीषण एक्सीडेंट हो गया। यह हादसा तब हुआ जब वह अपनी MG Hector कार से उत्तराखंड से दिल्ली की ओर सफर कर रहे थे। हादसा गजरौला थाना क्षेत्र में नेशनल हाईवे-9 पर सीओ ऑफिस के सामने रात करीब 2:30 बजे हुआ।
कार में पवनदीप के साथ उनके मित्र अजय मेहरा और ड्राइवर राहुल सिंह बौहर भी सवार थे। तीनों उत्तराखंड के चंपावत जिले के निवासी हैं। पुलिस जांच में सामने आया है कि हादसे का कारण ड्राइवर को आई नींद की झपकी था। कार तेज रफ्तार में चल रही थी और सड़क किनारे खड़े कैंटर से टकरा गई।
तीनों घायल, फोर्टिस नोएडा में भर्ती
टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि गाड़ी के आगे के हिस्से के परखच्चे उड़ गए। कार के दो एयरबैग जरूर खुले, लेकिन टक्कर में पवनदीप और उनके साथी गंभीर रूप से घायल हो गए। स्थानीय लोगों ने तत्काल पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने तीनों को पहले अमरोहा जिला अस्पताल, फिर मुरादाबाद और अंत में डिडौली के एक निजी अस्पताल के ICU में भर्ती कराया।
हालात गंभीर देख परिजन उन्हें नोएडा के फोर्टिस हॉस्पिटल लेकर गए। फोर्टिस द्वारा जारी मेडिकल बुलेटिन के अनुसार, पवनदीप के शरीर के कई हिस्सों में फ्रैक्चर हैं। उनके बाएं पैर और दाहिने हाथ में गहरी चोटें आई हैं। उन्हें ICU में रखा गया है और जल्द ही सर्जरी की योजना बनाई जा रही है। फिलहाल उनकी हालत स्थिर है और वह होश में हैं।
कैसे हुआ हादसा?
पवनदीप की MG Hector कार ड्राइवर राहुल सिंह चला रहे थे। रात करीब ढाई बजे जब गाड़ी चौपला चौराहा ओवरब्रिज से उतर रही थी, तभी ड्राइवर को झपकी आ गई और कार हाईवे किनारे खड़े एक कैंटर में पीछे से जा भिड़ी। पवनदीप आगे की सीट पर ड्राइवर के साथ बैठे थे, जबकि अजय मेहरा पीछे की सीट पर थे। टक्कर इतनी तेज थी कि सभी को कार से निकालने में मशक्कत करनी पड़ी।
CO बोले—कानूनी कार्रवाई जारी
सीओ श्वेताभ भास्कर ने जानकारी दी कि सूचना मिलते ही पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। तीनों घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया और दुर्घटनाग्रस्त गाड़ियों को कब्जे में ले लिया गया है। मामले में आवश्यक कानूनी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। 27 जुलाई, 1996 को उत्तराखंड के चंपावत में जन्मे पवनदीप राजन को संगीत विरासत में मिला है। उनके पिता सुरेश राजन भी एक प्रसिद्ध लोकगायक हैं। पवनदीप की शुरुआती पढ़ाई चंपावत के सीनियर सेकेंडरी स्कूल से हुई। पढ़ाई के साथ ही उन्होंने संगीत की शिक्षा भी ली और कॉलेज में अपने म्यूजिकल ग्रुप की शुरुआत की।
यह भी पढ़ें : हरिहरपुर में बन रहा यूपी का सबसे हाईटेक सरकारी स्कूल…
रियलिटी शोज से मिली पहचान
2015 में रियलिटी शो द वॉयस इंडिया के विजेता बनकर उन्होंने देशभर में पहचान बनाई। इसके बाद उन्हें उत्तराखंड सरकार ने 2016 में युवा ब्रांड एंबेसडर घोषित किया। साल 2021 में इंडियन आइडल-12 जीतने के बाद वे एक बार फिर चर्चा में आए। शो जीतने पर उन्हें एक लग्जरी कार और ₹25 लाख की इनामी राशि मिली थी। अब तक पवनदीप 1200 से अधिक म्यूजिकल शो कर चुके हैं। उन्होंने भारत के 14 राज्यों और 13 विदेशी देशों में प्रस्तुति दी है। वे बॉलीवुड, मराठी, कुमाऊंनी, गढ़वाली और पहाड़ी भाषाओं में भी गा चुके हैं। उन्हें भारत के सबसे युवा म्यूजिक डायरेक्टर्स में भी गिना जाता है।