क्या है “Saiyaara” का मतलब,कैसे अहान पांडे और अनीत पड्डा की फिल्म के नाम में ही छुपा है फिल्म का जादू

सैयारा’ का अर्थ है तारा या अकेला घूमने वाला खगोलीय पिंड। अहान पांडे और अनीत पड्डा की यह फिल्म प्यार और तन्हाई के ऐसे तारे की कहानी है जो खुद रोशनी बन जाता है।

Meaning of Saiyaara in Hindi and Arabic

Saiyaara meaning:अहान पांडे और अनीत पड्डा की हाल ही में रिलीज़ हुई फिल्म ‘सैयारा’ इन दिनों दर्शकों के बीच खूब चर्चाओं में है। रोमांस से भरी इस फिल्म को लोगों का ज़बरदस्त रिस्पॉन्स मिल रहा है। रिलीज के सिर्फ तीन दिनों में ही इस फिल्म ने देश और विदेश के बॉक्स ऑफिस पर मिलाकर 100 करोड़ रुपये से ज़्यादा की कमाई कर ली है। छोटे बजट में बनी ये फिल्म युवाओं के बीच बेहद पसंद की जा रही है और इसे इस साल की सबसे चौंकाने वाली हिट फिल्मों में गिना जा रहा है। इसी बीच एक सवाल सोशल मीडिया और पब्लिक के बीच काफी उठ रहा है कि आखिर “सैयारा” का मतलब क्या है?

क्या होता है सैयारा का मतलब?

‘सैयारा’ शब्द उर्दू और अरबी भाषा से लिया गया है। इसका सामान्य अर्थ है तारा, सितारा या आसमान में चमकने वाला खगोलीय पिंड। अरबी में ‘सैयारा’ का मतलब होता है। चलने वाला या घूमने वाला। जबकि उर्दू में इसका प्रयोग किसी ऐसे तारे या ग्रह के लिए किया जाता है जो आकाश में घूमता है। कभी-कभी यह शब्द एक तन्हा और अकेले सफर करने वाले व्यक्ति के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है।

दिलचस्प बात ये है कि पृथ्वी को भी ‘सैयारा’ कहा जा सकता है, क्योंकि यह भी एक घूर्णनशील ग्रह है।

प्यार में सैयारा का मतलब

अगर प्रेम की नज़र से देखें तो ‘सैयारा’ उस शख्स को कहा जाता है जो अकेले अपने भावनाओं की दुनिया में घूमता रहता है। वो व्यक्ति जो किसी से गहरे प्यार में हो लेकिन उसकी दुनिया बस उसी के इर्द-गिर्द सिमटी हो, उसे भी सैयारा कहा जा सकता है।

फिल्म का नाम ‘सैयारा’ क्यों रखा गया?

मेकर्स ने इस फिल्म का नाम ‘सैयारा’ रखने के पीछे खास वजह बताई है। फिल्म की कहानी प्यार, जुनून और दूसरी दुनिया की भावना के इर्द-गिर्द घूमती है। यही वजह है कि इस नाम को चुना गया ताकि दर्शक पहले ही जान सकें कि यह कोई आम प्रेम कहानी नहीं है। फिल्म के ऑफिशियल ट्रेलर में भी ‘सैयारा’ शब्द की खूबसूरती को दर्शाया गया है, जिसमें कहा गया है।

“सैयारा यानी तारों में एक तन्हा तारा,
जो खुद से रोशन कर दे, जग ये सारा…
तुम हो ना मेरे सैयारा…”

ये डायलॉग साफ दर्शाता है कि फिल्म का नाम ही उसकी आत्मा है।

‘सैयारा’ सिर्फ एक नाम नहीं, बल्कि एक एहसास है। यह एक ऐसे तारे की कहानी है जो अकेले चलते हुए भी सबको रोशन करता है। फिल्म की कामयाबी भी इसी गहराई को दर्शाती है।

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