Bollywood : बॉलीवुड में इस समय कई बड़े कलाकारों को जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं, जिससे पूरे फिल्म इंडस्ट्री में दहशत का माहौल है। इन धमकियों ने सलमान खान, शाहरुख खान, अमिताभ बच्चन समेत कई अन्य सितारों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं।
सलमान खान की सुरक्षा बढ़ाई गई
सलमान खान को हाल ही में लॉरेंस बिश्नोई गैंग से लगातार जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। इस गैंग ने हाल ही में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी भी ली थी। इसके बाद सलमान की सुरक्षा को वाई-प्लस श्रेणी में अपग्रेड कर दिया गया है। अब उनके पास 11 सुरक्षाकर्मियों की एक टीम तैनात है, जिसमें छह निजी सुरक्षा अधिकारी और पांच सशस्त्र गार्ड शामिल हैं।
शाहरुख खान भी खतरे में
सलमान के अलावा, शाहरुख खान को भी जान से मारने की धमकियां मिली हैं। इस कारण से मुंबई सरकार ने उनकी सुरक्षा को बढ़ाकर वाई-प्लस श्रेणी में कर दिया है। इस श्रेणी के तहत उन्हें अतिरिक्त सुरक्षा प्रदान की जा रही है ताकि किसी भी संभावित खतरे से निपटा जा सके।
कंगना रनौत को वाई-प्लस सुरक्षा
कंगना रनौत, जो अपने विवादित बयानों के लिए जानी जाती हैं, को भी जान से मारने की धमकियों का सामना करना पड़ा है। 2020 में सांसद संजय राउत के साथ हुई सार्वजनिक झड़प के बाद, उन्हें वाई-प्लस श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई थी। उनके खुले और विवादित बयानों के चलते उनकी जान को खतरा बढ़ गया है।
अमिताभ बच्चन की सुरक्षा में बदलाव
महानायक अमिताभ बच्चन को भी धमकियों का सामना करना पड़ा है। पिछले साल उनकी सुरक्षा को वाई श्रेणी से बढ़ाकर एक्स श्रेणी में कर दिया गया, जिससे उनकी सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई।
दीपिका पादुकोण और अक्षय कुमार की सुरक्षा
दीपिका पादुकोण को भी ऑनलाइन धमकियों के बाद वाई श्रेणी की सुरक्षा दी गई है। वहीं, अक्षय कुमार की भी सुरक्षा व्यवस्था को वाई श्रेणी में रखा गया है, जो उनकी लोकप्रियता और सार्वजनिक गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए किया गया है।
अनुपम खेर को एक्स-प्लस सुरक्षा
फिल्म “द कश्मीर फाइल्स” की रिलीज के बाद अनुपम खेर को जान से मारने की धमकी मिली, जिसके बाद उन्हें एक्स-प्लस श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई। फिल्म के विवादास्पद विषय के चलते उन्हें निशाने पर लिया गया था।
इन धमकियों के बाद, बॉलीवुड में दहशत का माहौल बना हुआ है और कई मशहूर हस्तियों की सुरक्षा को बढ़ाया गया है। सुरक्षा एजेंसियां इन धमकियों को गंभीरता से लेते हुए आवश्यक कदम उठा रही हैं।