Vijay Raaz: बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता विजय राज, जिन्हें ‘भूल भुलैया 3’, ‘गली बॉय’, ‘स्त्री’ और ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ जैसी सुपरहिट फिल्मों में उनके शानदार कॉमिक और किरदार रोल्स के लिए जाना जाता है, को आखिरकार एक बड़े कानूनी मामले में राहत मिली है। साल 2020 में फिल्म ‘शेरनी’ के सेट पर लगे यौन उत्पीड़न और पीछा करने के आरोपों से गोंदिया मजिस्ट्रेट कोर्ट ने उन्हें बरी कर दिया है। कोर्ट ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए विजय राज को निर्दोष करार दिया।
क्या था पूरा मामला?
साल 2020 में (Vijay Raaz) विजय राज, विद्या बालन अभिनीत फिल्म ‘शेरनी’ की शूटिंग के दौरान विवादों में घिर गए थे। फिल्म के सेट पर एक महिला क्रू मेंबर ने उन पर यौन उत्पीड़न और छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। 3 नवंबर 2020 को रामनगर पुलिस स्टेशन, गोंदिया में दर्ज एफआईआर के अनुसार विजय राज ने 25 से 29 अक्टूबर 2020 के बीच होटल गेटवे, गोंदिया और जटाशंकर कॉलेज, बालाघाट में महिला के साथ अनुचित व्यवहार किया।
आरोप था कि विजय ने महिला के रूप-रंग पर टिप्पणी की बिना इजाजत उनके मास्क को ठीक करने की कोशिश की और अनचाहा शारीरिक संपर्क करने का प्रयास किया। 4 नवंबर 2020 को मध्य प्रदेश के बालाघाट से विजय राज को गिरफ्तार किया गया लेकिन उसी दिन उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया। इस घटना के बाद उन्हें शूटिंग बीच में छोड़नी पड़ी और कई प्रोजेक्ट्स से हाथ धोना पड़ा।
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उत्पीड़न केस पर कोर्ट का फैसला
अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट महेंद्र केशव सोरते ने 15 मई 2025 को फैसला सुनाते हुए कहा कि अभियोजन पक्ष पर्याप्त सबूत पेश करने में नाकाम रहा। कोर्ट ने पाया कि न तो सीसीटीवी फुटेज में आरोपों की पुष्टि हुई और न ही गवाहों के बयान दर्ज किए गए। इसके अलावा शिकायतकर्ता महिला की केस की सुनवाई पूरी होने से पहले मृत्यु हो चुकी थी जिसके चलते उनकी गवाही नहीं हो सकी।
विजय राज की वकील सवीना बेदी सच्चर ने कहा, “विजय को न सिर्फ शूटिंग छोड़नी पड़ी बल्कि उनकी आजीविका पर भी असर पड़ा। यह फैसला उन लोगों के लिए सबक है जो बिना सबूत के किसी को दोषी ठहराते हैं।”