Amitabh Bachchan’s connection with Prayagraj : प्रयागराज में 13 जनवरी से महाकुंभ 2025 शुरू होगा, जो 26 फरवरी तक चलेगा। हर साल लाखों भक्त इस पवित्र आयोजन में शामिल होने आते हैं। लेकिन क्याआप जानते हैं कि बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन का इस शहर से गहरा रिश्ता है उनका जन्म और बचपन यहीं गुजरा है। क्लाइव रोड स्थित बंगला नंबर 17 वह जगह है, जहां उनका जन्म हुआ और यही उन्होंने अपने पिता हरिवंश राय बच्चन के साथ जीवन के शुरुआती दिन यही बिताए।
बंगले की खास कहानी
यह बंगला दस बीघे जमीन पर बना है। इसे दस दरवाजों वाला बंगला कहा जाता है, क्योंकि इसमें दस बड़े दरवाजे हैं। इसके अलावा, इसे सूर्यभेदी भवन भी कहा जाता है, क्योंकि सूरज की किरणें हर कमरे में सीधे प्रवेश करती हैं। इस बड़े से बंगले में कुल 30 कमरे हैं और एक बड़ा मैदान भी है। आज यह बंगला श्री शंकर इंदु तिवारी प्रसार न्यास की देखरेख में है।
बिग बी का बचपन
अमिताभ बच्चन ने इस बंगले में लगभग 9 साल गुजारे। उनके पिता हरिवंश राय बच्चन यहां किराए पर रहते थे। यह बंगला बिग बी की शुरुआती यादों का अहम हिस्सा है। यहीं की गलियों में उन्होंने अपना बचपन जिया और बड़े सपने देखे।
पुश्तैनी घर की हालत
अमिताभ बच्चन का असली पुश्तैनी घर कटघर मोहल्ले में जमुना क्रिश्चियन इंटर कॉलेज के सामने स्थित है। यह घर उनके दादा प्रताप नारायण ने करीब 118 साल पहले बनवाया था। 60×60 वर्ग गज में फैला यह घर अब जर्जर हो चुका है। इस घर में उनके रिश्तेदार अनूप रहते हैं। यहां की एक खास चीज वह मेज है, जिस पर हरिवंश राय बच्चन ने अपनी प्रसिद्ध रचना मधुशाला लिखी थी। वह मेज आज भी इसी घर में रखी है।
प्रयागराज सिर्फ महाकुंभ का केंद्र नहीं, बल्कि अमिताभ बच्चन की जड़ों से भी जुड़ा है। उनका बचपन और परिवार की कहानी इस शहर के हर कोने में बसती है।