भारत के मोटरस्पोर्ट उत्साही दर्शकों के लिए एक बड़ी खबर सामने आई है। ग्रेटर नोएडा के बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट (BIC) में एक बार फिर फॉर्मूला-1 रेसिंग के लौटने की उम्मीद जगी है। करीब 12 साल के लंबे अंतराल के बाद यहां F-1 इवेंट के आयोजन की चर्चाएं फिर से शुरू हो गई हैं। हाल ही में जापान की टीम ने सर्किट का दौरा किया और ट्रैक की निरीक्षण प्रक्रिया को अंजाम दिया, जिससे आगामी रेसिंग कैलेंडर में भारत की वापसी की संभावनाएं और प्रबल हो गई हैं।
साल 2011 में जब पहली बार F-1 ग्रां प्री का आयोजन BIC पर हुआ था, तब भारत मोटरस्पोर्ट मैप पर वैश्विक स्तर पर उभरा था। तीन वर्षों तक यह सर्किट फॉर्मूला-1 का गवाह बना, लेकिन नीतिगत विवादों और आर्थिक कारणों के चलते 2013 के बाद यह आयोजन ठप हो गया। अब दोबारा अंतरराष्ट्रीय मोटरस्पोर्ट एजेंसियां और टीमें भारत के इस यूनीक ट्रैक में दिलचस्पी दिखा रही हैं।
अंतरराष्ट्रीय रेसिंग के मानकों पर बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट
जापान से आई तकनीकी और मोटरस्पोर्ट टीम ने सर्किट के डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर, सुरक्षा मानकों, पिट स्टॉप, ट्रैक की स्मूथनेस, और दर्शक व्यवस्था का बारीकी से निरीक्षण किया। प्रारंभिक रिपोर्ट में बताया गया कि बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट आज भी अंतरराष्ट्रीय रेसिंग के मानकों पर ताकतवर है और मामूली बदलावों के बाद यहां सबसे बड़े रेसिंग इवेंट्स आयोजित हो सकते हैं।
आयोजकों और प्रशासन की ओर से अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि ग्रेटर नोएडा और आसपास का क्षेत्र रेसिंग फैंस एवं मोटरस्पोर्ट टूरिज्म के लिए पूरी तरह तैयार है। राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन भी इच्छुक हैं कि इस भव्य आयोजन के जरिये क्षेत्र में रोजगार, कारोबार और अंतरराष्ट्रीय पहचान को नई ऊर्जा मिले।
अगर हालिया निरीक्षण सफल और आगे की प्रक्रियाएं तेज रहती हैं, तो बहुत संभव है कि बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट F-1 की दुनिया में फिर से भारत का परचम बुलंद कर सकता है। सर्किट के दोबारा सक्रिय होने से यहां करोड़ों दर्शकों का रोमांच फिर से लौटेगा और भारत अंतरराष्ट्रीय मोटरस्पोर्ट मानचित्र पर वापस चमकेगा।
