
Elon Musk ने एक पोस्ट शेयर की जिसमें उनके AI चैटबॉट, ग्रोक, भगवान गणेश की एक छवि की पहचान करते हुए दिखाई दे रहे थे। जब उनसे पूछा गया कि उन्होंने क्या देखा, तो चैटबॉट के विस्तृत जवाब ने ऑनलाइन उपयोगकर्ताओं को प्रभावित किया।
Elon Musk ने अपनी AI कंपनी xAI के चैटबोट Grok को एक तस्वीर दिखाई — जिसमें एक दक्षिण भारतीय पारंपरिक ब्रास मूर्ति दिखाई दे रही थी। उन्होंने पूछा: “What is this?” जिज्ञासा के रूप में पोस्ट किया गया यह सवाल जल्द ही वायरल हो गया। Grok ने तुरंत पहचान की कि यह मूर्ति हिन्दू देवता Lord Ganesha की है और मूर्ति के प्रतीक‑तत्वों का विवेचन किया — जैसे हाथों में मोदक, एक दांत टूटे‑हुए, पीछे कमल का फुल , और उनके पैरों में मूषक, आदि।चैटबॉट ने आगे कहा कि ऐसी मूर्तियाँ आमतौर पर घरेलू मंदिरों में पाई जाती हैं और दैनिक पूजा के लिए उपयोग की जाती हैं, और इस छवि का वर्णन “पारंपरिक दक्षिण भारतीय शैली की पीतल की मूर्ति के रूप में किया गया है, जिसे लाल पृष्ठभूमि के सामने लकड़ी के चबूतरे पर रखा गया है।”
भारतीय सोशल मीडिया पर इस घटना को जोरदार प्रतिक्रिया दी जा रही है — यूज़र्स इसे “प्राचीन ज्ञान और आधुनिक तकनीक का मिलन” कह रहे हैं। यह कदम सिर्फ एक मज़ेदार सोशल मीडिया पोस्ट नहीं रहा — यह इस बात का परिचायक है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस अब सांस्कृतिक और धार्मिक प्रतीकों को पहचानने में भी सक्षम हो रही है, और इस तरह के प्रयोग विश्व‑स्तर पर तकनीक, धर्म और संस्कृति के बीच दूरी घटा सकते हैं।
Elon Musk ने अपनी AI कंपनी xAI के चैटबोट Grok को एक तस्वीर दिखाई — जिसमें एक दक्षिण भारतीय पारंपरिक ब्रास मूर्ति दिखाई दे रही थी। उन्होंने पूछा: “What is this?” जिज्ञासा के रूप में पोस्ट किया गया यह सवाल जल्द ही वायरल हो गया।