प्यार के लिए पत्नी बनी कसाई, 1 लाख की सुपारी देकर अपनी आंख के सामने पति की कटवाई गर्दन

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में एक और पति अपनी पत्नी के हाथों मारा गया। बेवफा बीवी ने प्यार की चाहत में खौफनाक वारदात को अंजाम दे डाला। प्रेमी के साथ मिलकर पति को रास्ते से हटाए जानें का प्लान बनाया और सुपारी किलर को एक लाख की सुपारी दी। फिर अपनी आंखों के सामने पति का गला कटवाया।

नोएडा ऑनलाइन डेस्क। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में एक और पति अपनी पत्नी के हाथों मारा गया। बेवफा बीवी ने प्यार की चाहत में खौफनाक वारदात को अंजाम दे डाला। प्रेमी के साथ मिलकर पति को रास्ते से हटाए जानें का प्लान बनाया और सुपारी किलर को एक लाख की सुपारी दी। फिर अपनी आंखों के सामने पति का गला कटवाया। पुलिस ने मृतक की पत्नी और उसके प्रेमी को अरेस्ट कर हत्याकांड का खुलासा कर दिया है।

क्या है पूरा मामला

बिजनौर के निवासी बृजलाल ने बीते आठ अक्टूबर को अपने छोटे भाई योगेश (35) की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। पुलिस ने केस दर्ज कर योगेश की खोजबीन शुरू की। पुलिस ने पिलखुवा क्षेत्र में जंगल में एक लाख मिली। लाश पूरी तरह से कंकाल में तब्दील हो गई थी। पुलिस ने योगेश के परिवारवालों को शिनाख्त के लिए बुलाया। कपड़े और बाइक से शव का शिनाख्त हुई। शव योगेश का निकाला। पुलिस ने मृतक के भाई की तहरीर पर योगेश की बीवी पूजा और उसके प्रेमी आशीष पर एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की।

पति के मर्डर की दी सुपारी

पुलिस की पूछताछ में आरोपी पत्नी पूजा ने बताया कि उसने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या का प्लान बनाया। पुलिस ने बताया कि पूजा ने सुपारी किलर चंद्रपाल को एक लाख रुपये की सुपारी दी। चंद्रपाल ने पूजा के पति को मारने की हामी भर दी। एडवांस में उसे 7 हजार रुपये भी दिए। चंद्रपाल ने अपने साथी प्रवीण को भी अपराध में मिला लिया। 24 सितंबर को योगेश अपनी बाइक से पूजा को लेने पिलखुवा पहुंचा तो वहां उसके साथ आशीष भी था। चंद्रपाल और प्रवीण पास में ही छुपे हुए थे। इस दौरान चंद्रपाल ने पीछे से आकर योगेश के गले पर पेपर कटर से वार कर दिया।

अपने सामने कटवाया पति का गला

पुलिस ने बताया कि हमले के बाद योगेश घायल हो गया और जान बचाने के लिए जंगल की ओर भागा। कुछ दूर पर आरोपियों ने योगेश को दबोच लिया। इसके बाद उन्होंने योगेश का गला काट दिया। पूजा चाहती थी कि योगेश का गला उसकी आंखों के सामने काटा जाए। जब योगेश का गला काटा जा रहा था तो वहीं खड़े-खड़े ये सब देख रही थी। उसे पति पर बिल्कुल भी रहम नहीं आया। पुलिस ने बताया, योगेश के शव को जानवरों ने नोंच लिया था और केवल कंकाल ही बचा था। उसकी पहचान कपड़ों और पास में मिली बाइक से हुई थी।

योगेश और पूजा में अक्सर विवाद होता था

मृतक के भाई बृजपाल ने पुलिस को बताया योगेश और पूजा की शादी साल 2013 में हुई थी। दोनों के दो बच्चे भी हैं। पूजा का अफेयर आशीष नामक युवक से था। आशीष को लेकर योगेश और पूजा में अक्सर विवाद होता था। पूजा सरेआम योगेश को अंजाम भुगतने की धमकी देती थी। योगेश और पूजा लिंक रोड क्षेत्र के साहिबाबाद गांव में दो बच्चों के साथ किराए पर रह रहे थे। पूजा हरहाल में आशीष से शादी करना चाह रह रही थी। उसने योगेश से तालाक भी मांगा, लेकिन वह देने को तैयार नहीं हुआ। आशीष और पूजा मिलकर योगेश को पीटते थे। योगेश बच्चों के चलते पत्नी से अलग नहीं होना चाहता था।

आशीष का पूजा से प्रेम संबंध बन गए

पुलिस के अनुसार, पहले पूजा का सुखदेव नामक युवक से अफेयर था। सुखदेव और आशीष दोस्त थे। दोनों कर्नाटक में एक टावर लगाने वाली कंपनी में काम करते थे। लगभग दो साल पहले सुखदेव और पूजा का किसी बात को लेकर ब्रेकअप हो गया था। इस पर सुखदेव ने आशीष को पूजा का नंबर देकर उससे सुलह करवाने के लिए कहा था। फोन पर बात करने के दौरान आशीष का पूजा से प्रेम संबंध बन गए। फिर वो कर्नाटक से नौकरी छोड़कर वापस आ गया था। लगभग एक साल तक आशीष पूजा के साथ लिव-इन रिलेशन में रहा था। इसी दौरान दोंनों ने पूजा के पति की हत्या करने की योजना बनाई।

पूजा पर एक मुकदमा बिजनौर में दर्ज करवा रखा था

पुलिस को जांच में पता चला कि पूजा को अपने परिवार से कुछ जमीन मिली थी, जिसे बेचकर उसने रुपये बैंक में जमा करवाए थे। जरूरत पड़ने पर रुपये निकालती रहती थी। योगेश जब विरोध करता तो पूजा उसे जान से मारने की धमकी देती। एसीपी ने बताया कि योगेश ने पूजा पर एक मुकदमा बिजनौर में दर्ज करवा रखा था। पूजा उस मामले को गाजियाबाद की अदालत में ट्रांसफर करवाना चाहती थी। साजिश के तहत 13 सितंबर को योगेश को बिजनौर बुलाया गया था और चंद्रपाल के साथी प्रवीण को उसका फोटो देकर हत्या करने के लिए कहा था। प्रवीण को बिजनौर में योगेश नहीं मिला। इसके बाद 15 सितंबर को साहिबाबाद स्थित आशीष के कमरे पर योगेश को चंद्रपाल ने यह कहकर बुलाया था कि पूजा का सामान कमरे पर रखा है वह ले जाए, लेकिन योगेश सामान लेने नहीं गया था।

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