Ghaziabad Nikay Chunav: महापौर चुनाव से पहले BJP नेताओं के बीच गुटबाजी तेज, सीट पर दावेदारी को लेकर टक्कर

नगर निकाय के चुनाव की तैयारी को लेकर शासन ने नगर निकायों के अध्यक्ष की सीट पर आरक्षण की घोषणा कर दी है। गाजियाबाद में महापौर की सीट अनारक्षित हो गई है। ऐसे में न केवल इस सीट पर जीत हासिल करने बल्कि टिकट के लिए भी दावेदारों में कड़ी टक्कर शुरू हो गई है।

लेटर ने खोली पार्टी में मचे घमासान की पोल

आपको बता दें कि गाजियाबाद नगर निगम के महापौर की सीट पर अब तक बीजेपी पार्टी का कब्जा रहा है। लोकसभा चुनाव से पहले होने वाले निकाय चुनाव में जीत हासिल करने के लिए सभी सियासी दल पूरी तैयारी में जुटे हैं। एक तरफ जहां बीजेपी के सामने इस सीट पर अपना कब्जा बरकरार रखने की चुनौती है तो वहीं दूसरी पार्टियों को लगातार मिल रही हार के शर्मनाक रिकॉर्ड की चुनौती है।

इन सब के बीच गाजियाबाद में महापौर चुनाव से पहले ही भारतीय जनता पार्टी के जन प्रतिनिधियों में महापौर और 2024 चुनाव को लेकर जोरदार गुटबाजी शुरू हो गई है। इस बीच गाजियाबाद बीजेपी पार्टी में चल रहे अंदर खाने घमासान का एक वायरल लेटर सामने आने के बाद चौतरफा इसी लेटर की बातचीत हो रही है।

‘मैं हूं जनरल वीके सिंह के साहब के साथ हूं’

दरअसल “एमएलसी दिनेश कुमार गोयल ने लेटर में लिखा है कि राज्यसभा सांसद अनिल अग्रवाल, विधायक सुनील शर्मा, विधायक नंद किशोर गुर्जर, विधायक अजीतपाल त्यागी, विधायक अतुल गर्ग, महानगर अध्यक्ष संजीव शर्मा पहुंच कर जनरल वीके सिंह के खिलाफ साजिश रच रहे है ताकि उनको 2024 लोकसभा चुनाव का टिकट ना मिले।

इसके अलावा अपने गुट के नेता को महापौर का बनवाने का प्रयास कर रहे है। उन्होंने आगे लिखा की मैं इस साजिश में इन लोगों के साथ नही हूं। मैं हूं जनरल वीके सिंह के साहब के साथ हूं”

Exit mobile version