Ghaziabad News: गाजियाबाद के वसुंधरा में एम्स का सेटेलाइट सेंटर बनने का रास्ता साफ हो गया है। लखनऊ में हुई आवास एवं विकास परिषद की बोर्ड बैठक में इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी गई। वसुंधरा सेक्टर-7 में साहिबाबाद नमो भारत स्टेशन के पास 10 एकड़ जमीन इस सेंटर के लिए दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने की थी घोषणा
पिछले साल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घोषणा की थी कि गाजियाबाद में एम्स का सेटेलाइट सेंटर बनाया जाएगा। इसके बाद एम्स की टीम ने गाजियाबाद के तीन इलाकों का निरीक्षण किया था। मंडोला विहार, सिद्धार्थ विहार और वसुंधरा में जमीन देखी गई, लेकिन वसुंधरा की लोकेशन सबसे उपयुक्त मानी गई। इसकी वजह दिल्ली से नजदीकी और मेट्रो तथा नमो भारत ट्रेन की कनेक्टिविटी है। इसी आधार पर इस जगह को चुना गया।
जल्द शुरू होगी निर्माण प्रक्रिया
आवास एवं विकास परिषद की बोर्ड बैठक में सर्वसम्मति से वसुंधरा की जमीन एम्स को देने का फैसला हुआ। अब परिषद एम्स को इस प्रस्ताव के आधार पर पत्र भेजेगी, जिसके बाद एम्स प्रबंधन यहां सेंटर बनाने की प्रक्रिया शुरू करेगा।
पहले से अस्पताल के लिए आरक्षित थी जमीन
वसुंधरा सेक्टर-7 और 8 में परिषद की करीब 80 एकड़ जमीन खाली पड़ी थी। जिन 10 एकड़ जमीन पर एम्स का सेटेलाइट सेंटर बनने वाला है, वह पहले से ही अस्पताल के लिए आरक्षित थी। इस वजह से जमीन के उपयोग को बदलने की जरूरत नहीं पड़ेगी और निर्माण कार्य तेजी से शुरू हो सकेगा।
कई शहरों को मिलेगा फायदा
इस सेटेलाइट सेंटर के बनने से दिल्ली एम्स पर मरीजों का दबाव कम होगा। साथ ही, गाजियाबाद, नोएडा, हापुड़, मेरठ, मुजफ्फरनगर, बागपत और बुलंदशहर के मरीजों को भी फायदा मिलेगा। अब उन्हें इलाज के लिए दिल्ली नहीं जाना पड़ेगा, बल्कि गाजियाबाद में ही एम्स स्तर की सुविधाएं मिलेंगी।
बेहतर कनेक्टिविटी से होगी सहूलियत
वसुंधरा की सबसे बड़ी खासियत इसकी कनेक्टिविटी है। यह दिल्ली और नोएडा से सिर्फ पांच मिनट की दूरी पर है। इसके अलावा, साहिबाबाद नमो भारत स्टेशन और वैशाली मेट्रो स्टेशन भी पास ही हैं। एलिवेटेड रोड से भी इस जगह तक आसानी से पहुंचा जा सकता है।
परिषद जल्द सौंपेगी जमीन
उत्तर प्रदेश आवास आयुक्त डॉ. बलकार सिंह ने कहा कि वसुंधरा सेक्टर-7 में 10 एकड़ जमीन एम्स को देने का प्रस्ताव पास हो चुका है। इसे जल्द एम्स को सौंप दिया जाएगा, ताकि आगे की प्रक्रिया जल्द शुरू की जा सके।