Ghaziabad News/Mohsin Khan: पुलिस कमिश्नर गाज़ियाबाद जे. रविन्द्र गौड़ पुलिस व्यवस्था में नए प्रयोग के लिए जाने जाते है और सबसे बड़ी बात ये है कि यूपी के तेज़ तर्रार आईपीएस की सूची में शामिल पुलिस कमिश्नर जे. रविन्द्र गौड़ यूं तो काफी सौम्य स्वभाव के है लेकिन कानून व्यवस्था को मजबूत करने के लिए वो सख्त तेवर के रूप में भी अपनी पहचान रखते है। अब उन्होंने गाज़ियाबाद कमिश्नरेट में बीट प्रणाली को नए ढंग से लागू किया है और इसके लिए उन्होंने तीन ज़ोन में 2096 बीपीओ यानि की बीट पुलिस ऑफिसर बनाएं है। जिसमें 717 सब इंस्पेक्टर की तैनाती रहेगी। बता दें कि बीट प्रणाली पुलिस Ghaziabad की सबसे छोटी लेकिन सबसे महत्तवपूर्ण इकाई होती है।
बीपीओ की जिम्मेदारी होगी तय
पिछले लंबे समय से यूपी के ज़िलों में देखा जा रहा था कि बीट पुलिसिंग काफी हल्की पड़ गई थी और इसको पुलिस कमिश्नर गाजियाबाद जे.रविन्द्र गौड़ ने महसूस किया और Ghaziabad में चार्ज लेने के बाद उन्होंने बीट स्तर पर पुलिसिंग को सख्त कर दिया और 2096 बीट बनाकर बीपीओ की नियुक्ति करने के साथ ही उनकी जिम्मेदारी भी तय कर दी है। अब हर छोटी बड़ी घटना की शुरूआती जिम्मेदारी इन्हीं बीट पुलिस अधिकारियों की होगी।
पुलिस कमिश्नर जे. रविंद्र गौड़ ने बताया कि शहरी क्षेत्र में पांच हजार और ग्रामीण इलाकों में तीन हजार की आबादी के मानक से बीट बनाकर पुलिस अधिकारी की तैनाती की गई है। इस तरह तीनों जोन में कुल 2096 बीट पुलिस ऑफिसर बनाए गए हैं। सिटी जोन में 512, ट्रांस हिंडन जोन में 693 और ग्रामीण जोन में सर्वाधिक 891 बीट बनाई गई हैं। खोड़ा थाना क्षेत्र में सर्वाधिक 195, निवाड़ी और मधुबन बापूधाम में सबसे कम 40-40 बीट बनाई गई हैं।
बीट पुलिसिंग में रहेगी महिला पुलिसकर्मी, शिष्टाचार प्रणाली भी होगी लागू
Ghaziabad पुलिस कमिश्नरेट में सख्ती से लागू हुई बीट पुलिसिंग में महिला पुलिसकर्मियों की भी भागीदारी तय की गई है। बीपीओ की जिम्मेदारी ये होगी कि वो अपने-अपने क्षेत्र की हर गतिविधि पर नज़र रखेंगे और जनता से सीधा संवाद स्थापित करके उनकी समस्या का भी समाधान करेंगे और अपराधियों पर भी आवश्यक कार्रवाई भी कर सकेंगे। इसके अलावा पुलिस कमिश्नर जे. रविन्द्र गौड़ ने सख्त लहजे में पुलिसकर्मियों को ताकीद कर दिया है कि अब ‘तू-तड़ाक’ और ‘तुम’ से काम नहीं चलेगा बल्कि ‘आप’ कहकर संबोधित करना होगा। अगर कोई भी फरियादी थाने में आता है तो उसको आप कहकर संबोधित किया जाएगा।
बीट पुलिस ऑफिसर के ये रहेंगे काम
पुलिस कमिश्नर Ghaziabad जे. रविन्द्र गौड़ ने बताया कि बीपीओ को बीट बुक दी गई है, जिसमें क्षेत्र की गतिविधियों, अपराध, अपराधियों, हिस्ट्रीशीटर, सभ्रांत लोगों, ग्राम-मोहल्लों, सोसाइटी, मॉल, रेलवे स्टेशन, बस, मेट्रो स्टेशन, अस्पताल, बैंक, धार्मिक स्थल, सर्राफा, मार्केट और अन्य महत्वपूर्ण संस्थानों की जानकारी रखनी होगी। बीपीओ द्वारा पासपोर्ट, किराएदार, शस्त्र लाइसेंस और अन्य सभी तरह के वेरिफिकेशन किए जाएंगे। प्रार्थना पत्रों की जांच भी बीपीओ करेंगे।
अभियुक्तों की गिरफ्तारी में रहेगी भूमिका पुलिस कमिश्नर ने बताया कि बीपीओ और बीट सब-इंस्पेक्टर को हिस्ट्रीशीटर से लेकर छोटे अपराधियों का रिकॉर्ड रखना होगा। उनके बारे में उच्चाधिकारियों को सूचना देनी होगी। बीपीओ घटनास्थल के निरीक्षण से लेकर अभियुक्तों की गिरफ्तारी में भूमिका निभाएंगे। गोकशी, सट्टेबाजी और मादक पदार्थों की तस्करी पर लगाम लगाना भी बीपीओ की जिम्मेदारी है।