Greater Ghaziabad News: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार दिल्ली-एनसीआर को नया स्वरूप देने के लिए एक महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट पर काम कर रही है। गाजियाबाद जिले के मुरादनगर में ‘ग्रेटर गाजियाबाद’ नामक एक नया शहर बसाया जाएगा, जिसमें गाजियाबाद, लोनी, मुरादनगर और मोदीनगर के इलाके शामिल होंगे। इस परियोजना के तहत 20 गांवों को जोड़ा जाएगा, जबकि पहले यह संख्या 13 थी। साल 2031 तक यह शहर पूरी तरह विकसित होगा और इसमें आधुनिक सुविधाओं, चौड़ी सड़कों, सार्वजनिक परिवहन, औद्योगिक क्षेत्रों और रोजगार के नए अवसरों का समावेश होगा। तीन जोनों में बंटा यह शहर सचिव स्तर के अधिकारी की देखरेख में चलेगा, जिससे दिल्ली-एनसीआर को एक नया और व्यवस्थित शहरी चेहरा मिलेगा।
दिल्ली-एनसीआर में आधुनिकता की नई पहचान
उत्तर प्रदेश सरकार की इस योजना में ‘Greater Ghaziabad’ को दिल्ली-एनसीआर का एक प्रमुख आधुनिक शहर बनाने का लक्ष्य है। इसमें 20 गांवों को शामिल किया जाएगा, जिनमें खोड़ा, कनावनी, लोनी और डासना नगर पंचायत के भी गांव होंगे। मास्टर प्लान 2031 में इसे विशेष स्थान दिया गया है। यहां आवासीय, व्यावसायिक और औद्योगिक विकास को संतुलित तरीके से बढ़ावा मिलेगा।
प्रशासनिक ढांचा और विकास का रोडमैप
Greater Ghaziabad शहर को तीन जोनों में बांटा जाएगा और हर जोन की कमान एक आईएएस अधिकारी संभालेगा। बेहतर यातायात, सार्वजनिक सुविधाएं, अंडरपास, रेलवे स्टॉपेज और औद्योगिक क्षेत्र के विकास पर जोर दिया जाएगा। परियोजना के सर्वे और रिपोर्ट अंतिम चरण में हैं, जिसके बाद सीमांकन और विकास योजनाओं को लागू किया जाएगा।
रोजगार और अवसरों का केंद्र
ग्रेटर गाजियाबाद सिर्फ एक शहर नहीं, बल्कि रोजगार और व्यवसाय का नया केंद्र होगा। सड़क नेटवर्क और उद्योगों के विकास से हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा। आने वाले वर्षों में यह शहर पूरे उत्तर भारत के लिए एक आदर्श शहरी मॉडल बन सकता है।