24 फरवरी को सस्ता हुआ सोना, जानिए आज कितना दाम में कितनी आई गिरावट

आज हफ्ते के पहले दिन सोने की कीमतों में गिरावट आई है। सोमवार, 24 फरवरी को सोने के भाव में कमी देखने को मिली है। देश के प्रमुख शहरों में 24 कैरेट सोना लगभग 87,700 रुपये और 22 कैरेट सोना करीब 80,400 रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास बिक रहा है। सोने की कीमतों में 150 रुपये तक की गिरावट आई है।

Gold Price Fell Today

Gold Price Fell Today : आज हफ्ते के पहले दिन सोने के भाव में गिरावट आई है। सोमवार, 24 फरवरी को सोने की कीमतों में कमी देखी गई। देश के प्रमुख शहरों में 24 कैरेट सोने का भाव लगभग 87,700 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोने का भाव करीब 80,400 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा है। सोने की कीमत में 150 रुपये तक की गिरावट आई है। जानिए आज का सोने और चांदी का ताजा भाव।

बाजार में सोने की कीमतों में गिरावट की क्या है वजह ?

सर्राफा बाजार में सोने की कीमतों में गिरावट की मुख्य वजह ज्वैलरी कारोबारियों और स्टॉकिस्टों की कमजोर मांग रही। साथ ही, बढ़ती कीमतों के बाद कारोबारियों ने मुनाफावसूली शुरू कर दी, जिससे सोने के दाम घट गए। वैश्विक बाजार में कमजोर रुझान और अमेरिकी फेडरल रिजर्व की सख्त नीतियों के कारण निवेशकों की रुचि कम हुई, और इसका असर सोने की कीमतों पर पड़ा।

24 फरवरी को कितना है चांदी का भाव ?

आज, 24 फरवरी को चांदी का भाव 1,00,400 रुपये प्रति किलोग्राम है।

सोने की कीमत कैसे तय होती है?

भारत में सोने की कीमत कई कारकों पर निर्भर करती है, जैसे विदेशी बाजार के दाम, सरकार द्वारा लगाए गए टैक्स और रुपये की कीमत में उतार-चढ़ाव। सोना सिर्फ निवेश का माध्यम नहीं है, बल्कि भारतीय परंपरा और त्योहारों का अहम हिस्सा भी है। खासकर शादियों और त्योहारों के समय सोने की मांग बढ़ जाती है, जिससे इसके दाम भी ऊपर जाते हैं।

सोने की कीमत में क्यों है अस्थिरता ?

सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव विभिन्न कारकों के कारण होते हैं, जिनमें आर्थिक, राजनीतिक और अंतरराष्ट्रीय बाज़ार से जुड़े मुद्दे शामिल हैं। आइए जानते हैं कुछ प्रमुख कारण जो सोने की कीमतों में अस्थिरता लाते हैं:

1. आर्थिक अस्थिरता

जब किसी देश में आर्थिक अस्थिरता होती है, तो सोने की कीमत बढ़ जाती है। आर्थिक संकट या मंदी के दौरान, निवेशक सोने को एक सुरक्षित निवेश मानते हैं और इसे महंगाई से बचने का एक तरीका समझते हैं। ऐसे समय में सोना एक सुरक्षित आश्रय के रूप में काम करता है, जिससे उसकी कीमतें ऊपर जाती हैं।

2. राजनीतिक घटनाएं

भू-राजनीतिक अनिश्चितताएँ, जैसे ट्रेड युद्ध या किसी देश में राजनीतिक अस्थिरता, सोने की मांग को बढ़ा देती हैं। जब किसी देश में राजनीतिक घटनाएं होती हैं, तो निवेशक अपनी पूंजी को सुरक्षित रखने के लिए सोने का रुख करते हैं। इसके अलावा, सरकार द्वारा सोने के आयात पर नए टैक्स लगाने से भी इसकी कीमत पर असर पड़ता है।

3. अंतरराष्ट्रीय बाज़ार

वैश्विक बाज़ार में कमजोर रुझान के कारण सोने की कीमतों में गिरावट हो सकती है। जब अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में सोने की कीमत घटती है, तो भारत में भी इसका असर देखने को मिलता है। वैश्विक सोने की कीमतों में होने वाले उतार-चढ़ाव भारतीय बाज़ार को प्रभावित करते हैं, जिससे सोने के दाम में बदलाव आता है।

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4. आपूर्ति और मांग

घरेलू बाजार में सोने की मांग में कमी आने से इसकी कीमतों पर दबाव बनता है। यदि सोने की आपूर्ति अधिक हो, लेकिन मांग कम हो, तो इसकी कीमत गिर सकती है। इसके विपरीत, जब मांग बढ़ती है, तो सोने की कीमत भी बढ़ जाती है।

5. मुद्रास्फीति

मुद्रास्फीति यानी कीमतों में लगातार बढ़ोतरी का असर सोने की कीमत पर भी पड़ता है। जब महंगाई बढ़ती है, तो निवेशक सोने को अपनी संपत्ति को सुरक्षित रखने के उपाय के रूप में देखते हैं। इस कारण से, सोने की कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है। इन सभी कारकों का मिलाजुला असर सोने की कीमतों पर पड़ता है, जिससे बाज़ार में अस्थिरता बनी रहती है।

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