GPS spufing alerts: किस हवाई मार्ग पर GPS स्पूफिंग का बढ़ रहा खतरा, DGCA ने जारी किया हाई अलर्ट,तकनीकी खामी से कई उड़ानें प्रभावित

दिल्ली और मुंबई के हवाई क्षेत्र में GPS स्पूफिंग और तकनीकी खामी के कारण उड़ानों पर बड़ा असर पड़ा है। DGCA ने इसे गंभीर सुरक्षा मुद्दा मानते हुए पायलटों और एयरलाइनों को तत्काल रिपोर्टिंग का आदेश दिया है।

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GPS Alert on Mumbai–Delhi Air Route:देश की विमानन सुरक्षा से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है। नई दिल्ली में हाल ही में GPS गड़बड़ी के कारण हवाई यातायात नियंत्रण प्रणाली ठप हो गई थी, जिसकी वजह से करीब 800 घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों में देरी हुई। अब इसी खतरे को देखते हुए मुंबई के पास प्रमुख हवाई मार्गों पर GPS संबंधी NOTAM चेतावनी जारी की गई है। यह चेतावनी 13 से 17 नवंबर 2025 तक लागू रहेगी।

DGCA ने सभी एयरलाइनों, पायलटों और ATC को आदेश दिया है कि GPS स्पूफिंग या किसी भी असामान्य नेविगेशन सिग्नल की जानकारी 10 मिनट के भीतर देना अनिवार्य होगा। यह निर्देश दिल्ली एयरपोर्ट के पास दर्ज कई GPS गड़बड़ियों के बाद जारी किया गया है, जो देश में इस तरह की पहली गंभीर घटना थी।

दिल्ली के पास पहली बार दर्ज हुई GPS स्पूफिंग

पिछले दिनों राजधानी दिल्ली के आसपास उड़ान भरने वाले कई पायलटों ने बताया था कि उनके GPS नेविगेशन में असामान्य डेटा दिखाई दे रहा था। इससे उड़ान संचालन पर बड़ा खतरा पैदा हुआ। हवाई यातायात विशेषज्ञों ने इसे सुरक्षा की दृष्टि से बेहद गंभीर करार दिया है।

रक्षा विश्लेषक डेमियन साइमन ने भी पुष्टि की है कि मुंबई के पास उड़ने वाले विमानों को GPS सिग्नल प्रभावित होने की संभावना को लेकर चेतावनी जारी की गई है। उनकी एआई रिसर्च टीम ने X पर पोस्ट कर बताया कि इस क्षेत्र में उपग्रह सिग्नल बाधित हो सकते हैं।

GPS उपकरण और भारत में नियम

GPS एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस होता है जो उपग्रह संकेतों की मदद से सटीक लोकेशन बताता है। इसका उपयोग यात्रा, ट्रैकिंग और मैपिंग में किया जाता है।
भारत में बिना सरकारी अनुमति के गार्मिन जैसे GPS उपकरण रखना प्रतिबंधित है।

तकनीकी खामी से दिल्ली एयरपोर्ट पर हड़कंप

इसी सप्ताह दिल्ली के IGI एयरपोर्ट पर एयर ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम में तकनीकी खराबी आ गई थी। इसके कारण लगभग 800 उड़ानों में देरी हो गई, जिससे यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। कई विमान रनवे पर लंबे समय तक खड़े रहे।

इंडिगो, एयर इंडिया, स्पाइसजेट और अकासा एयर समेत कई कंपनियों पर इसका सीधा असर पड़ा।

IGI एयरपोर्ट देश का सबसे व्यस्त हवाई अड्डा है जहां रोजाना 1,500 से ज्यादा उड़ानें संचालित होती हैं। इसलिए इस तरह की तकनीकी गड़बड़ी से व्यापक स्तर पर असर देखने को मिला।

DGCA की सख्ती

DGCA ने साफ कहा है कि भविष्य में GPS से जुड़ी किसी भी समस्या को हल्के में नहीं लिया जाएगा।
एयरलाइनों को पायलटों से हुई हर घटना तुरंत रिपोर्ट करने को कहा गया है ताकि ऐसी गड़बड़ियों का कारण जल्द पता लगाया जा सके।

यह मामला अब राष्ट्रीय सुरक्षा और एविएशन सेफ्टी दोनों का अहम मुद्दा बन चुका है

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