Gungwakh Murder Case:उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के गुंगवाछ गांव में एक बार फिर सनसनीखेज वारदात सामने आई है। यहां 60 वर्षीय मजदूर निर्मल कश्यप की लाठी-डंडों और धारदार हथियार से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। घटना के बाद पूरे इलाके में दहशत फैल गई है।
निर्मल कश्यप, संग्रामपुर थाना क्षेत्र के टीकरमाफी गांव के रहने वाले थे और मेहनत-मजदूरी कर जीवन यापन करते थे। गुरुवार की शाम वे गुंगवाछ गांव में अभिषेक शुक्ला के घर मजदूरी करने गए थे। शाम करीब छह बजे जब वे साइकिल से घर लौट रहे थे, तभी रास्ते में उनकी मौत का जाल बिछ चुका था।
तीन हमलावरों ने रास्ता रोककर किया हमला
गुंगवाछ गांव में 220 केवीए बिजली उपकेंद्र के पास तीन युवकों ने निर्मल कश्यप का रास्ता रोक लिया। वह कुछ समझ पाते, इससे पहले ही हमलावरों ने उन पर लाठी-डंडों और धारदार हथियार से हमला कर दिया। कुछ ही मिनटों में वे लहूलुहान होकर जमीन पर गिर पड़े।
ग्रामीणों की मदद से घायल को तुरंत एंबुलेंस से सीएचसी ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की।
भाई ने दर्ज कराई नामजद रिपोर्ट
मृतक के भाई धर्मराज ने देर रात पुलिस को तहरीर दी, जिसमें दो लोगों को नामजद किया गया है। उन्होंने पड़ोसी रवि कश्यप और बहन के दामाद हुबलाल उर्फ दीपक पर हत्या का आरोप लगाया है। इसके अलावा बहन सतना, उनकी बेटी शोभा और दूसरी बहन करमइता पर साजिश रचने का आरोप लगाया गया है।
कोतवाल रवि कुमार सिंह ने बताया कि घटना की जांच जारी है और रिपोर्ट दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस ने पहले दुर्घटना बताने की कोशिश की
परिजनों का आरोप है कि घटना के बाद पुलिस इसे सड़क दुर्घटना बताने की कोशिश कर रही थी। जब परिवार और ग्रामीणों ने विरोध किया, तब जाकर पुलिस ने हत्या का मामला मानकर तहरीर ली। इससे पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं।
जमीन के विवाद में बढ़ा था तनाव
मृतक के परिवार में लंबे समय से जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। ग्रामीणों के अनुसार, मृतक की बहन शादी के बाद भी मायके में आकर रहने लगी थी। भाइयों ने उसे हिस्सा भी दे दिया था, लेकिन वह और उसका परिवार बार-बार झगड़ा करते थे।
भाई धर्मराज का कहना है कि बहन ने दो दिन पहले धमकी दी थी, “अब जितना जीना है जी लो, उसके बाद सब हमारा होगा।” उनका आरोप है कि बहन का दामाद और अन्य लोग भी अक्सर धमकाने आते थे।
गुंगवाछ गांव फिर सुर्खियों में
गुंगवाछ गांव पहले भी चर्चाओं में रह चुका है। 15 मार्च 2022 को इसी गांव के राजापुर इलाके में भूमि विवाद को लेकर पूर्व प्रधान अमरेश यादव, उनकी पत्नी नइका, संकटा प्रसाद यादव और उनके बेटे हनुमान उर्फ बजरंगी की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। अब मजदूर निर्मल कश्यप की हत्या ने एक बार फिर इस गांव को सुर्खियों में ला दिया है।



