
2 नवंबर को भारत ने इतिहास रच दिया जब हरमनप्रीत कौर की टीम ने नवी मुंबई के डॉ. डीवाई पाटिल स्टेडियम में हुए फाइनल मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका को 52 रनों से हराकर अपना पहला महिला विश्व कप जीत लिया। जैसे ही भारतीय कप्तान ने दीप्ति शर्मा की गेंद पर नादिन डी क्लार्क का आखिरी कैच लपका, तो दर्शकों में जबरदस्त जश्न का माहौल बन गया।
एक इंटरव्यू में हर्मनप्रीत ने कहा,
“ये कोई अचानक लिया गया फैसला नहीं था। हमने पहले ही तय किया था कि अगर हम ट्रॉफी जीतते हैं, तो वो सबसे पहले मिताली दी और झूलन दी के हाथों में जाएगी। वो हमारी प्रेरणा हैं, और आज हम जहां हैं, उसमें उनका बहुत बड़ा योगदान है।”
उन्होंने आगे कहा कि टीम की यह जीत सिर्फ मौजूदा खिलाड़ियों की नहीं, बल्कि उन सभी की है जिन्होंने भारतीय महिला क्रिकेट को इस मुकाम तक पहुंचाने के लिए संघर्ष किया।
फैंस ने सोशल मीडिया पर इस भावनात्मक इशारे की जमकर तारीफ की। एक यूज़र ने लिखा, “यह है असली स्पोर्ट्समैनशिप! हर्मनप्रीत ने दिल जीत लिया।”