Hathras: हाथरस से बड़ी खबर है। यहां Hathras भोले बाबा के सत्संग के दौरान भगदड़ मच गई। इसमें 40 लोगों की मौत हो गई है। 100 के अधिक भक्त घायल हो गए। इसमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं। सीएमओ उमेश त्रिपाठी ने इसकी पुष्टि की।
घायलों को बस-टैंपों में लादकर जिला अस्पताल ले जाया गया है। डीएम और एसपी मौके पर पहुंच गए है। कई थानों की फोर्स भी बुलाई गई है।
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार आखिरकार क्या कर रही थी
सरकार ने आखिरकार क्या किया? अखिलेश यादव ने पूछा। इतनी बड़ी घटना सरकार की जानकारी में होने के बावजूद होना बहुत दुखद है। मुख्य चिंता उनकी सुरक्षा और व्यवस्था के लिए सरकार ने क्या किया..। इसी तरह की घटना होगी अगर आप शुरुआत से लेकर अंत तक ध्यान नहीं देंगे। सरकार इसके लिए उत्तरदायी है..। हमें उम्मीद है कि घायलों का उचित इलाज किया जाएगा।”
#WATCH दिल्ली: हाथरस हादसे पर समाजवादी पार्टी सांसद अखिलेश यादव ने कहा, "…सरकार आखिरकार क्या कर रही थी? सरकार की जानकारी में होने के बावजूद इतनी बड़ी घटना होना बहुत दुखद है… उनकी सुरक्षा और व्यवस्था के लिए सरकार ने क्या किया ये सबसे बड़ा प्रश्न बनता है… जब तक आप किसी आयोजन… pic.twitter.com/LUdjjT9qWd
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 2, 2024
राहुल ने कहा कि सरकार को संवेदनशीलता से सहयोग करना चाहिए।
राहुल गांधी ने हाथरस दुर्घटना पर कहा कि सरकार को संवेदनशीलता से लोगों की मदद करनी चाहिए। मैं उन परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं जो अपने प्यारे लोगों को खो चुके हैं।
#WATCH दिल्ली: हाथरस हादसे पर कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा, "सरकार को संवेदनशीलता के साथ लोगों की मदद करनी चाहिए। मैं उन सभी परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं जिन्होंने प्रियजनों को खोया है।" pic.twitter.com/QYDDOnZjpb
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PM मोदी ने मुआवजे की घोषणा की
PM Narendra Modi ने हाथरस दुर्घटना में मरने वाले हर व्यक्ति के परिजनों को PMNRF से दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।घायलों को 50,000 रुपये का भुगतान किया जाएगा।
सैनिक को लाशों को देखकर दिल का दौरा पड़ा
जब वह एटा मेडिकल कॉलेज में मरे हुए लोगों को देखता था, एक सिपाही रजनेश (30) को दिल का दौरा पड़ गया। वह मौके पर मर गया। क्यीआरटी अवागढ़ में उसकी नौकरी थी। उसे मेडिकल कॉलेज में आपातकालीन कार्य पर बुलाया गया था। वह इतनी लाशें देखकर थक गया। सिपाही मूलतः अलीगढ़ का निवासी था।
CM योगी कल हाथरस जा सकते हैं।
बुधवार को प्रधानमंत्री योगी आदित्यनाथ हाथरस जा सकते हैं। सूत्रों ने यह जानकारी दी है।
हादसे की वजह थी व्यवस्थापकों की गलती
दोपहर लगभग 12.30 बजे सत्संग समाप्त होने पर भीड़ को रोक दिया गया और भोले बाबा को पीछे की खिड़की से निकाला गया। इससे दबाव बढ़ा। वहां एक गहरा गड्ढा था, जिसमें कुछ लोग गिर गए, जिससे भगदड़ हुई। लोग एक-दूसरे को रौंदते रहे और चले गए। गड्ढे में गिरने से कई लोग मर गए।
दानिश अली ने योगी सरकार पर आरोप लगाए
कांग्रेस नेता दानिश अली ने कहा कि उत्तर प्रदेश में शासन की प्रणाली से अफसरों को इतना दबाव पड़ता है कि वे सांप्रदायिक कार्यक्रमों को बिना विचार-विमर्श के अनुमति देते हैं। कितने निर्दोष लोग आज मर गए। इसके लिए कोई नहीं होना चाहिए..। ठीक-ठीक सुरक्षा प्रदान करना शासन-प्रशासन की जिम्मेदारी है…।
डीएम ने बताया कि एसडीएम ने कार्यक्रम को मंजूरी दी थी।
DM ने कहा कि SDM ने कार्यक्रम की अनुमति दी थी। यह एक निजी कार्यक्रम था। मृतकों की पूरी सूची अभी नहीं मिली है। 150 के करीब मरने वालों की संख्या बताई जाती है।
सुरक्षा के लिए पुलिस लगाई गई थी। आयोजकों ने अंदर की व्यवस्था की। सीनियर अधिकारी जांच करेगा। मैं अभी अधिक नहीं कह सकता। चिकित्सा हमारी पहली प्राथमिकता है। परीक्षण जारी है।
हाथरस दुर्घटना पर अमित शाह ने शोक व्यक्त किया
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि हाथरस, उत्तर प्रदेश में हुए दुःखद हादसे से उनका मन बहुत दुखी है। इस दुर्घटना में मर गए लोगों के परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएँ हैं। ईश्वर उन्हें इस मुसीबत को सहने की शक्ति दें। राहत कार्यों में स्थानीय प्रशासन व्यस्त है। घायलों को शीघ्र ही ठीक होना चाहता हूँ।
राजनाथ सिंह ने जताया दुख
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश के हाथरस ज़िले में हुआ हादसा बहुत दुःखद है। जिन लोगों ने इस दुर्घटना में अपनों को खोया है, उनके परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं हैं। मैं भी सभी घायलों के जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूँ। स्थानीय प्रशासन राज्य सरकार की देखरेख में पीड़ितों को हर संभव मदद कर रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने सदन में हाथरस दुर्घटना पर शोक व्यक्त किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चलते सदन में हाथरस की घटना की चर्चा की। संसद में मोदी ने कहा कि यूपी के हाथरस में भगदड़ में कई लोगों की दुखद मौत हुई है। इस दुर्घटना में मरने वालों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता है।
घायलों का जल्द से जल्द स्वस्थ होना चाहता हूँ। राज्य सरकार की देखरेख में प्रशासन राहत और बचाव कार्य करता है। केंद्रीय सरकार राज्य सरकार के संपर्क में है।
सदन के माध्यम से मैं सभी को यकीन दिलाता हूं कि पीड़ितों को हर संभव प्रयास किया जाएगा।
प्रियंका गांधी ने कहा कि पीड़ितों को मुआवजा देना चाहिए।
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने कहा कि हाथरस में सत्संग के दौरान भगदड़ से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की मौत और कई के घायल होने का समाचार हृदयविदारक है।
मृत आत्माओं को शांति प्रदान करें। मृतकों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। घायलों को शीघ्र ही ठीक होना चाहते हैं। मैं राज्य सरकार से अपील करता हूँ कि पीड़ितों को उचित मुआवजा देने और घायलों को उचित चिकित्सा उपलब्ध कराने के लिए प्रबंध बनाए जाएं।
कथावाचक भोले बाबा कौन हैं?
कथावाचक भोले बाबा पटियाली, जिला कासगंज, में रहते हैं और हाथरस में सत्संग करने आए हैं। प्रमुख नाम एसपी सिंह है। भोले बाबा ने 17 साल पहले एसआई की नौकरी छोड़ दी और सत्संग शुरू किया।
बताया गया कि भोले बाबा (एसपी सिंह) ने अपने कार्यकाल में ही मानव सेवा के उपदेश देना शुरू कर दिया था। वहीं, भोले बाबा और उनके अनुयायी अक्सर मीडिया से दूर रहते हैं।
हाथरस में भगदड़ मचने से अभी तक 150 लोग मारे गए हैं। इसमें बहुत सी महिलाएं हैं। मरने वालों की संख्या अभी भी बढ़ सकती है। घटना के बाद से चारों ओर शोर है। पुलिस प्रशासन बचाव और राहत कार्य में व्यस्त है। सूचना मिलने के बाद प्रशासनिक अधिकारी घटनास्थल पर गए हैं। सत्संग हाथरस के फुलरई मुगलगढ़ी में इसका आयोजन हुआ था। यह साकार नारायण विश् व हरी भोले बाबा का सत् संग बताया जाता है। कहा जाता है कि प्रवचन खत्म होने पर भगदड़ मची क्योंकि वह बाबा के पैर छूकर आशीर्वाद लिया।
हाथरस में भगदड़ से लगभग 150 से ज्यादा मौतें हुई हैं
CM योगी ने मुआवजे का ऐलान किया
मुख्यमंत्री ने हाथरस दुर्घटना पर दुःख व्यक्त किया और कहा कि गहन जांच होगी, मृतकों को 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि वह घटना की प्रत्यक्ष निगरानी कर रहे हैं, और उन्होंने दो मंत्री, मुख्य सचिव और डीजीपी को मौके पर भेजा. मुख्यमंत्री ने कहा कि कार्यक्रम आयोजकों के खिलाफ एफआईआर
हाथरस दुर्घटना का कारण व्यवस्थापकों की गलती
दोपहर लगभग 12.30 बजे सत्संग समाप्त होने के बाद भीड़ को रोक दिया गया, जिससे अंदर दबाव बढ़ा. भोले बाबा को पीछे के दरवाजे से निकाला गया। वहां एक गहरा गड्ढा था, जिसमें कुछ लोग गिर गए, जिससे भगदड़ हुई। लोग एक-दूसरे को रौंदते रहे और चले गए। गड्ढे में गिरने से कई लोग मर गए।
हाथरस सत्संग में भगदड़ में 100 लोगों की मौत, जांच के लिए कमेटी बनाई गई
हाथरस में एक धार्मिक कार्यक्रम में भगदड़ मचने से अभी तक सौ लोग मारे गए हैं। इसमें बहुत सी महिलाएं हैं। घटना के बाद से चारों ओर शोर है। पुलिस प्रशासन बचाव और राहत कार्य में व्यस्त है। सूचना मिलने के बाद प्रशासनिक अधिकारी घटनास्थल पर गए हैं। सत् संग हाथरस के फुलरई मुगलगढ़ी में इसका आयोजन हुआ था। सरकार नारायण विश् व हरी भोले बाबा का यह सत् संग है।
जिनके सत्संग में दुर्घटना हुई, उनसे पहले कई बड़े कार्यक्रम हुए हैं
सिकंदराराऊ, हाथरस में भोले बाबा के सत्संग में एक बड़ा हादसा हुआ है। बाबा ने आगरा में भी बहुत सारे सत्संग किए हैं। कोठी मीना बाजार में आठ वर्ष पहले हुए सत्संग में बहुत से अनुयायी पहुंचे थे। इतनी भीड़ थी कि मैदान में खड़े होने के लिए जगह नहीं बची।बाबा को देखने वाले लोग पेड़ों पर बैठ गए।
नारायण साकार विश्व हरि भोले बाबा, जिसके हाथरस सत्संग में यह दुर्घटना हुई, कौन है?
बाबा नारायण साकार हरि का सत्संग “मानव मंगल मिलन सद्भावना समागम” है। यह सत्संग इस बार 2 जुलाई, मंगलवार को हाथरस जिले की सिकंदराराऊ तहसील के ग्राम फूलरई मुगलगढ़ी, राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुआ।
पटियाली के बाबा नारायण साकार हरि का नाम भी साकार हरि है। इनके सत्संग में हमेशा हजारों लोग आते हैं। 2 साल पहले भी, मई 2022 में, देश में कोरोनावायरस की लहर चल रही थी, उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद में उनके सत्संग का आयोजन किया गया था। जिला प्रशासन ने सत्संग में केवल पाँच सौ लोगों की अनुमति दी थी, लेकिन कानून की धज्जियां उड़ाते हुए सत्संग में 50,000 से अधिक लोग आए। यहां उमड़ी भीड़ ने शहर की यातायात व्यवस्था को बर्बाद कर दिया। उस समय भी आयोजकों के खिलाफ रिपोर्ट जिला प्रशासन ने दर्ज की थी।
नारायण साकार हरि जिले के बहादुर नगरी गांव में रहते हैं। वह अध्यात्मिक क्षेत्र में आने से पहले गुप्तचर विभाग में काम करते थे। नारायण अपनी पत्नी के साथ साकार बातचीत करते हैं। इनके सत्संग का नाम है “मानव मंगल मिलन सद्भावना समागम।” यह सत्संग इस बार 2 जुलाई, मंगलवार को हाथरस जिले की सिकंदराराऊ तहसील के ग्राम फूलरई मुगलगढ़ी, राष्ट्रीय राजमार्ग पर हुआ।
हाथरस भगदड़ में श्रद्धालुओं की मौत पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (@rashtrapatibhvn) ने शोक व्यक्त किया
उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में हुए हादसे में कई श्रद्धालुओं, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे, की मौत की खबर दिल दहला देने वाली है। राष्ट्रपति मुर्मू ने एक ट्वीट में कहा, “मैं उन लोगों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं जिन्होंने अपने परिवार के सदस्यों को खो दिया है और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करती हूं।
योगी आदित्यनाथ ने हाथरस दुर्घटना पर अपनी पहली प्रतिक्रिया दी
हाथरस शहर में हुई दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में हुई जनहानि बहुत दुःखद है।
मेरी संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं।
संबंधित अधिकारियों को युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्यों का संचालन और घायलों को समुचित उपचार देने के लिए निर्देश दिए गए हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार के मा. मंत्री श्री लक्ष्मी नारायण चौधरी जी और श्री संदीप सिंह जी ने घटनास्थल पर पहुंचने का आदेश दिया है और राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को भी वहाँ पहुंचने का आदेश दिया है।
ADG, आगरा और कमिश्नर, अलीगढ़ ने भी टीम बनाकर दुर्घटना का कारण खोजने का आदेश दिया है।
जनपद हाथरस की दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में हुई जनहानि अत्यंत दुःखद एवं हृदय विदारक है।
मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं।
संबंधित अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्यों के युद्ध स्तर पर संचालन और घायलों के समुचित उपचार हेतु निर्देश दिए हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार में मा.…
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) July 2, 2024
भीषण गर्मी से भगदड़ की आशंका
सूत्रों के अनुसार, प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस टीमें राहत और बचाव कार्य में लगी हुई हैं। पुरुषों, बच्चों और महिलाओं को बेहोशी की हालत में एटा, अलीगढ़ के सिकंदराराऊ हॉस्पिटल में लाया गया है। पंडाल में भीषण गर्मी और उमस के कारण भगदड़ हुई, सूत्रों ने बताया।
दूसरे जिले के अस्पतालों में भर्ती
सिकंदराराऊ जीटी रोड पर थाना क्षेत्र के गांव फुलरई में भोले बाबा के सत्संग में पहुंचे लोगों में भगदड़ मची। कई लोग मरने की आशंका है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर लाशों के आने से लोगों में हड़कंप मच गया। इलाज के लिए दर्जनों लोग बेहोश हो रहे हैं। घायलों को ट्रक, बस या टेम्पो में डालकर जिला अस्पताल ले जाया जाता है। हाथरस जिलाधिकारी और एसपी घटनास्थल पर पहुंचे। मंगलवार को हाथरस, उत्तर प्रदेश में सिकंद्राराऊ में एक बड़ी घटना हुई। भोले बाबा की प्रार्थना में अचानक हड़ताल हुई। जो वहां सैकड़ों लोगों को चोट लगी।
दुसरे जिले के अस्पतालों में भेजा जा रहा
सिकंदराराऊ जीटी रोड पर स्थित थाना क्षेत्र के गांव फुलरई में भोले बाबा के सत्संग में पहुंचे लोगों में भगदड़ मची। कई लोगों की मृत्यु की आशंका है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर लाशों के पहुंचने से लोगों में हड़कंप मच गया। इलाज के लिए दर्जनों लोग बेहोशी की हालत में आ रहे हैं। घायल लोगों को ट्रक, बस या टेम्पो में डालकर जिला अस्पताल ले जाया जा रहा है। हाथरस जिले के डीएम और एसपी घटनास्थल पर पहुंचे। मंगलवार को उत्तर प्रदेश के हाथरस के सिकंद्राराऊ में एक महत्वपूर्ण घटना हुई। भोले बाबा के सत्संग में अचानक हड़ताल हुई। जिससे वहां सैकड़ों लोग घायल हो गए।
हाथरस दुर्घटना पर मल्लिकार्जुन खरगे की प्रतिक्रिया
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने इस हादसे पर कहा कि उत्तर प्रदेश के हाथरस के सत्संग में भगदड़ मचने से कई श्रद्धालुओं की मृत्यु की खबर बहुत दुखद है। हादसे के दृश्य बहुत दुखद हैं। हम शोकाकुल परिवारों को समझते हैं। सरकार और प्रशासन को घायलों की देखभाल में कोई कमी नहीं होनी चाहिए और पीड़ितों को तुरंत मुआवज़ा मिलना चाहिए। विपक्षी दलों के कार्यकर्ताओं से अनुरोध है कि वे हादसे में पीड़ित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान करें।
एटा सीएमओ ने 27 मौतों की पुष्टि की
हाथरस हादसे में 90 से अधिक लोग भगदड़ में मर गए हैं। हालाँकि, एटा के सीएमओ उमेश कुमार ने बताया कि हादसे में 27 लोगों की मौत हुई, जिनमें 25 महिलाएं और दो पुरुष हैं। वहीं, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस में हुए विस्फोट पर चिंता व्यक्त की है। मुख्यमंत्री ने मृतकों के शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है।
VIDEO | Hathras Stampede: “We have received 27 bodies from the ‘satsang’ that was going on in Hathras. Out of these, 25 are female and two are male. Police are carrying out their proceedings and our team is ready to conduct post-mortem after they are done,” says Etah Chief… pic.twitter.com/1xkd9d1UuV
— Press Trust of India (@PTI_News) July 2, 2024
हादसे की तस्वीरें…
घायलों को एटा और हाथरस के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
एक साथ इतनी संख्या में घायल पहुंचे कि अस्पताल के बाहर लोगों को जमीन पर ही लेटना पड़ा।
महिला ने एम्बुलेंस में ही दम तोड़ दिया।
ज्योति बोली- शांति सत्संग में गए थे, तभी मची भगदड़
प्रत्यक्षदर्शी ज्योति ने बताया- हम लोग शांति सत्संग में गए थे। सत्संग खत्म होने के बाद हम लोग निकलने लगे। भीड़ बहुत ज्यादा थी, तभी अचानक भीड़ में भगदड़ मच गई। जिससे कई लोग एक दूसरे के नीचे दब गए। कई लोगों की जान चली गई। मेरे साथ आए कई लोगों की जान चली गई है। मैं भी दब गई थी। लगा था कि मौत हो जाएगी। लेकिन किसी तरह से बच गई।
सीएम योगी ने शोक व्यक्त किया
CM योगी ने घटना पर शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को तुरंत मौके पर पहुंचकर राहत कार्य को तेजी से पूरा करने का आदेश दिया। साथ ही घायलों को सही उपचार देने के निर्देश भी दिए गए हैं।
हाथरस में 90 से अधिक लोग मर गए
हथरस हाथरस में एक सत्संग में भगदड़ में ९० से अधिक लोगों की मौत हुई है। वहीं अस्पताल में महिलाओं और बच्चों सहित कई घायल हुए हैं।
मुख्यमंत्री योगी ने हाथरस दुर्घटना की जानकारी ली और अधिकारियों को उचित उपचार का आदेश दिया
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस में हुए दुर्घटना की सूचना दी। CM योगी ने घायलों को तुरंत अस्पताल में भर्ती करने के निर्देश दिए हैं और मृतकों के शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। इसके अलावा, उन्होंने घायलों के जल्दी ठीक होने की भी कामना की है। मुख्यमंत्री ने मौके पर पहुंचकर राहत कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए।
भोले बाबा: सरकारी काम छोड़कर प्रवचन देना शुरू किया
बहादुर नगरी, उत्तर प्रदेश के एटा जिले की पटयाली तहसील में भोले बाबा का गांव है। उन्हें २६ वर्ष पहले सरकारी नौकरी छोड़ दी गई थी और प्रवचन देने लगे।
अपने भाषण में उन्होंने कहा कि वे गुप्तचर ब्यूरो में काम करते थे। पश्चिम उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली और उत्तराखंड में अधिक साकार विश्व हरि भोले बाबा के अनुयायी हैं।
सरकारी अस्पताल भरे हुए, निजी अस्पताल भी भरे
हादसे के बाद इतने लोग घायल हो गए कि सरकारी अस्पताल भर गए। CHCA के बाहर कुछ लोग तड़पते हुए दिखाई दिए। हाथरस सरकार ने निजी अस्पतालों को अलर्ट भेजा है। सभी को बेड सुरक्षित रखने को कहा है। अब घायल व्यक्ति एक निजी अस्पताल में भर्ती है। स्थिति अनियंत्रित है। मृत शरीरों के बीच हर व्यक्ति अपने को खोज रहा है।