Health Tips: भीगा या भुना चना? एक्सपर्ट ने बताया किस तरह का चना सेहत के लिए बेहतर

चना सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है। भीगे चने में ज्यादा पोषण होता है, जो मसल्स मजबूत करता है और पाचन सुधारता है। भुना चना सर्दियों में फायदेमंद है और डायबिटीज मरीजों के लिए बेहतर है। यह कब्ज, दिमागी ताकत, दांतों की मजबूती और बीपी कंट्रोल में भी मदद करता है।

Soaked gram vs Roasted gram

Health Tips: सेहतमंद रहने के लिए हम कई चीजें खाते हैं, लेकिन चना ऐसा सुपरफूड है जो सेहत को कई तरह से फायदा पहुंचाता है। कुछ लोग इसे भिगोकर खाते हैं तो कुछ भुने हुए चने का आनंद लेते हैं। पर सवाल ये उठता है कौन सा चना ज्यादा फायदेमंद है?आइए इस बारे में जान लेते हैं।

भीगा हुआ चना या भुना चना

नोएडा की डाइटिशियन खुशबू शर्मा कहती हैं कि सेहत के लिए दोनों ही चने फायदेमंद हैं। हालांकि, भीगा हुआ चना ज्यादा पौष्टिक माना जाता है क्योंकि इसमें प्रोटीन और विटामिन बी कॉम्प्लेक्स की मात्रा अधिक होती है।लेकिन भुने हुए चने की ताकत कुछ कम नहीं है ये डायबिटीज और थायराइड जैसे पेशेंट के लिए काफी अच्छा सोर्स है।

भीगा हुआ चना मसल्स को मजबूत करता है।पाचन को आसान बनाता है।हर मौसम में खाया जा सकता है।

भुना हुआ चना सर्दियों में सर्दी-ज़ुकाम से राहत देता है डायबिटीज और थायराइड के मरीजों के लिए बढ़िया ऑप्शन है। वजन घटाने वालों के लिए भी अच्छा है।

चना खाने के टॉप हेल्थ बेनेफिट्स

पाचन सुधारता है

चना में मौजूद फाइबर पाचन तंत्र को बेहतर बनाता है। अगर कब्ज की समस्या हो तो गुड़ के साथ चना खाइए, आराम मिलेगा।

दिमाग की ताकत बढ़ाता है

चना आपके शरीर में हैप्पी हार्मोन सेरोटोनिन बढ़ाता है, जिससे तनाव कम होता है और दिमाग तेज चलता है।

दांतों की मजबूती

चना और गुड़ में भरपूर फॉस्फोरस होता है, जो दांतों को मजबूत बनाता है।

दिल का रखवाला

चना कोलेस्ट्रॉल कम करता है और बीपी को कंट्रोल में रखता है, जिससे दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा कम हो जाता है।

कुछ जरूरी टिप्स

अगर वजन बढ़ाना है तो भुने चने से बचें।
डायबिटीज और थायराइड के मरीज भुना चना खाएं।
-सुबह-सुबह भीगा हुआ या अंकुरित चना खाना सबसे बेहतर रहता है।

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