Diabetes : पिछले कुछ वर्षों में डायबिटीज के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ी है, जिसका मुख्य कारण अनियमित जीवनशैली माना जाता है। चूंकि यह बीमारी लाइफस्टाइल से जुड़ी होती है, इसलिए इसे सही जीवनशैली अपनाकर नियंत्रित किया जा सकता है। आहार में कुछ विशेष चीजों को शामिल करने से ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है। इसी क्रम में स्टीविया एक प्रभावी विकल्प हो सकता है, जिसे ‘मीठी तुलसी’ भी कहा जाता है। शुगर के मरीज मिठास के लिए स्टीविया का सेवन कर सकते हैं, जिससे एक घंटे के भीतर ही ब्लड शुगर का स्तर कम होने लगता है। इसे घर पर किसी भी गमले में आसानी से उगाया जा सकता है। आइए जानें कि डायबिटीज में स्टीविया किस तरह लाभकारी हो सकता है।
स्टीविया में कैलोरी न के बराबर होती है, जिससे यह ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करता है। इसके अलावा, यह हाई ब्लड प्रेशर को भी कम करने में प्रभावी साबित होता है। यह चीनी का एक बेहतरीन प्राकृतिक विकल्प है और सामान्य चीनी की तुलना में 200-300 गुना अधिक मीठा होता है। इसकी खासियत यह है कि इसमें किसी भी प्रकार के कृत्रिम तत्व नहीं होते, जिससे यह पूरी तरह प्राकृतिक रहता है। स्टीविया के पत्तों के सेवन से आयरन, पोटैशियम, मैग्नीशियम, फाइबर और प्रोटीन जैसे आवश्यक पोषक तत्व प्राप्त होते हैं।
Diabetes के मरीजों के लिए स्टीविया के फायदे
स्टीविया ब्लड शुगर को नहीं बढ़ाता, बल्कि इसे नियंत्रित करने में मदद करता है। यह न केवल डायबिटीज के लिए लाभकारी है, बल्कि हाई ब्लड प्रेशर, हाइपरटेंशन, हाई कोलेस्ट्रॉल, गैस, एसिडिटी और त्वचा संबंधी समस्याओं में भी फायदेमंद होता है। हालांकि, डायबिटीज के मरीजों को अत्यधिक मात्रा में स्टीविया का सेवन करने से बचना चाहिए।
वजन घटाने में मददगार
जो लोग बढ़ते वजन से परेशान हैं, उनके लिए भी स्टीविया का सेवन लाभकारी हो सकता है। इसमें कैलोरी और कार्बोहाइड्रेट न के बराबर होते हैं, जिससे यह वजन घटाने में मदद करता है। मीठा खाने की इच्छा होने पर चीनी की बजाय स्टीविया का उपयोग करना एक बेहतर विकल्प हो सकता है। हालांकि, किसी भी चीज़ का अत्यधिक सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है, इसलिए इसे संतुलित मात्रा में ही इस्तेमाल करना चाहिए।