कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या के मामले में पूरे विश्व में भारत सबसे निचले स्तर पर है। दूसरे देशों की तुलना में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या भारत में सबसे कम रही है और कोरोना के टीके को बनाने के मामले में भी भारत पूरे विश्व में अग्रणी रहा है। भारत में कोरोना वायरस के केस की संख्या 26 हजार तक है, जो देश के कुल पॉजिटिव मामलों का 0.06 प्रतिशत है।
वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन ने क्या कहा
कई देश में Omicron Sub-Variant जैसे BF.7 और XBB तेजी से फैलते हुए दिख रहे हैं. वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाइजेशन (WHO) की नयी रिपोर्ट के अनुसार, ओमिक्रोन का BA.5 सब-वेरिएंट दुनियाभर में प्रमुख वेरिएंट बना हुआ है, जो अकेले 76.2 प्रतिशत मामलों के लिए जिम्मेदार है और अगर भारत की बात करें तो यहां BA.4 और BA.5 सब-वेरिएंट कभी भी प्रमुख वेरिएंट नहीं बने हुए हैं. अभी के स्थिति के मुताबिक BA.2.75 तेजी से फैलने का कारण बना हुआ है।
BQ.1, BQ.1.1 और BQ.7 वेरिएंट की जाँच
अगर बात की जाए अमेरिका की तो, अमेरिका में वैग्यानिक BQ.1, BQ.1.1 और BQ.7 वेरिएंट की तेजी से दर बढ़ोतरी के कारण जाँच कर रहे है.। Centre for disease control-USA के अनुसार BQ.1 और BQ.1.1 के हर जगह कुल मामलों में 5.7 प्रतिशत है, और BF.7 के 5.7 प्रतिशत हैं। भारत और सिंगापुर में कोविड के मामलों में बढ़ोतरी का कारण XBB वेरिएंट है और भारत में 54 प्रतिशत मामलो के लिए यह वेरिएंट जिम्मेदार है।
कितना खतरनाक है यह वेरिएंट
भारत में फैले मामलों की बात करें तो अभी तक कोई भी ऐसे मामले सामने नहीं आए है जिस वजह से संक्रमित लोगों को अस्पताल में भर्ती किया गया हो, वहीं सिंगापुर में इस वेरिएंट से संक्रमित लोगों को अस्पताल में भर्ती करने का मामला सामने आया है पर मृत्यु में कोई वृध्दि नहीं हुई है.।