सूत्रों की माने तो भारत के कई राज्यों में एचएमपीवी के मामले सामने आ चुके हैं. यह वायरस खासकर बच्चों को अपनी चपेट में ले रहा है. अब तक कई बच्चे इसकी जद में आ चुके हैं. इसके बाद से पैरेट्स में अपने बच्चों को लेकर चिंता है. उधर, स्वास्थ्य विभाग ने सभी को व्यक्तिगत स्तर पर इस वायरस को लेकर एहतियात बरतने की सलाह दी है. हालांकि, विभाग की तरफ से स्पष्ट किया जा चुका है कि घबराने की जरूरत नहीं है.
HMPV वाइरस के लक्षण
डॉक्टर्स की माने तो इस वायरस की चपेट में आने के बाद व्यक्ति में सामान्य लक्षण देखने को मिल सकते हैं, जिसमें बुखार, नाक बंद होना, गले, सिर और छाती में दर्द होना जैसे लक्षण शामिल हैं. 90 फीसद स्थिति में यह सामान्य होते हैं, तो ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है. इसके अलावा, इसके कुछ वेरिएंट भी होते हैं, जिसमें मरीज को निमोनिया और ऑक्सीजन में कमी जैसी स्थिति का सामना करना पड़ सकता है. लेकिन, आमतौर पर ऐसे मामले बहुत ही कम देखने को मिलते हैं.
फैलने का कारण
अब ये भी सवाल है की यह है कि बीमारी फैलती कैसे है? तो इस बारे में डॉक्टर्स बताते हैं कि अगर आप ऐसे व्यक्ति के संपर्क में आएंगे, जो पहले से ही इस वायरस से संक्रमित है, तो आप भी इस वायरस की चपेट में आ सकते है और अगर आप इस वायरस से बचना चाहते हैं, तो इसके लिए आपको नियमित तौर पर मास्क पहनकर रखना होगा. इसके अलावा, उस व्यक्ति के संपर्क में जाने से बचे, जो पहले से ही इस वायरस से ग्रसित हो. घर में प्रवेश करने से पहले अपने हाथ जरूर धोएं. इसके अलावा, आप अपने खानपान का भी विशेष ध्यान रखें.
कैसे करें रोकथाम
इसकी रोकथाम के बारे में बताते हुए डॉ. कहते हैं कि मौजूदा समय में इसका कोई चिकित्सकीय उपचार उपलब्ध नहीं है, तो ऐसी स्थिति में आपको व्यक्तिगत स्तर पर एहतियात बरतना होगा. इस वायरस से निपटने के लिए मौजूदा समय में कोई उपचार मौजूद नहीं है, अभी इसका वैक्सीन डेवलप होने की प्रक्रिया में है, तो ऐसी स्थिति में व्यक्तिगत स्तर पर रोकथाम के जरिए आप इस तरह के वायरस का सामना कर सकते हैं.