आज के समय में हार्ट अटैक एक आम लेकिन गंभीर बीमारी बन गई है, जो अब सिर्फ बुजुर्गों तक सीमित नहीं रह गई। युवा, ऑफिस में काम करने वाले, स्कूल-कॉलेज जाने वाले या यहां तक कि जिम जाने वाले लोग भी इसके शिकार हो रहे हैं। परेशानी तब और बढ़ जाती है जब कोई अकेले हो और अचानक हार्ट अटैक आ जाए। ऐसे में घबराने के बजाय सही कदम उठाना जरूरी है।
हार्ट अटैक के आम लक्षण
हार्ट अटैक के संकेत पुरुषों और महिलाओं में थोड़ा अलग हो सकते हैं, लेकिन कुछ मुख्य लक्षण होते हैं, जिन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए
सीने में भारीपन या जकड़न, ऐसा लगे जैसे कोई चीज सीने पर दबा रही हो।
दर्द का फैलना, दर्द सिर्फ सीने में न होकर बाजू, पीठ, गर्दन, जबड़े या पेट में भी हो सकता है।
सांस लेने में तकलीफ, बिना मेहनत किए भी सांस फूलने लगे।
अचानक पसीना आना, बिना किसी कारण ठंडा पसीना आना चिंता की बात हो सकती है।
चक्कर या बेहोशी जैसा महसूस होना, हल्का सिर घूमना या अचानक बहुत थकावट महसूस होना।
अकेले होने पर क्या करें?
अगर आप अकेले हैं और हार्ट अटैक के लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो घबराएं नहीं। इन स्टेप्स को अपनाएं:
तुरंत एम्बुलेंस या इमरजेंसी नंबर पर कॉल करें।
शांत रहें और गहरी सांस लेने की कोशिश करें।
अपने कपड़े ढीले करें ताकि सांस लेने में राहत मिले।
हिलें-डुलें नहीं, जहां हैं वहीं बैठ जाएं।
अगर धड़कन तेज है, तो गहरी सांस लें और जोर से खांसी करें। इसे कफ CPR कहा जाता है, जो हार्टबीट को स्थिर करने में मदद कर सकता है।
जब तक मदद न पहुंचे, कुछ भी खाने-पीने से बचें।
खुद गाड़ी चलाकर अस्पताल बिल्कुल न जाएं।
हार्ट अटैक से कैसे बचा जा सकता है?
सीने में जलन या असामान्य दर्द को हल्के में न लें।
उल्टी, थकान या जी मिचलाना भी संकेत हो सकता है।
अगर पहला ECG नॉर्मल आए तो 1-3 घंटे बाद दोबारा टेस्ट कराना जरूरी है।
धूम्रपान और तंबाकू का सेवन पूरी तरह बंद करें।
रोज थोड़ी बहुत फिजिकल एक्टिविटी ज़रूर करें।
संतुलित खानपान और तनाव से दूरी रखें।