लखनऊ ऑनलाइन डेस्क। उत्तर प्रदेश की बस्ती पुलिस ने जनपद में सक्रिय अंतरजनपदीय हनी ट्रैप रैकेट का खुलासा करते हुए गैंग की लेडी सरगना लवी उर्फ लवली सिंह को दबोच लिया है। पुलिस की गिरफ्त में आाई लेडी नटवरलाल के निशाने पर कई रसूखदार हस्तियां थीं। वह कुछ बड़े व्यापारियों के अलावा रंगीन मिजाज नेताओं और ठेकेदारों का शिकार करना चाहती थी। पुलिस की पूछताछ में उसने चार-पांच नाम तक गिनाए, जिनको जाल में फंसाकर करोड़ों का वारा-न्यारा करने का उसका इरादा था।
वह पढ़ी लिखी थी। सुंदर थी। आवाज में भी जादू था। ऐसे में लेडी नटवरलाल लवली सिंह ने जल्द से जल्द रईस बनने के लिए अपराध का रास्ता चुना। उसने अपने पूरे परिवार के साथ ठगी की वारदातों को अंजाम देना शुरू कर दी। लवली सिंह की रडार पर बरेली के कई रईस थे। उसने कप्तानगंज थानाक्षेत्र में एक कारोबारी को अपने जाल में फंसाया और मोटी रकम की डिमांड की। कारोबारी की पत्नी को जब इसकी जानकारी हुई तो उन्होंने हिम्मत दिखाई और एसपी अभिनंदन से मिलकर पूरी कहानी बयां की। एसपी ने कोतवाली पुलिस को टास्क सौंपा।
कोतवाली पुलिस ने कई दिनों तक लवली सिंह और उसके गैंग पर नजर रखी। साक्ष्य जुटाए और शुक्रवार को मुंडेरवा में रह रही लवी उर्फ लवली उर्फ सुषमा सिंह को दबोच लिया। पकड़ी गई लेडी ठग संतकबीरनगर के खलीलाबाद की रहने वाली है। उसके पास से डिजिटल साक्ष्य, बैंक लेनदेन के कागजात और वीडियो क्लिप बरामद हुए हैं। पुलिस अधीक्षक अभिनंदन ने बताया कि गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है और पूरे रैकेट की गतिविधियों की जांच साइबर सेल को सौंप दी गई है।
कप्तानगंज क्षेत्र की एक महिला ने शिकायत की थी कि उसके पति को इसने हनी ट्रैप में फंसाकर 10 लाख रुपये वसूल लिए और 50 लाख रुपये अभी मांग रही है। पहले तो संकोच में बात दबी रही लेकिन बाद में आजिज आकर वह महिला एसपी के सामने पेश हो गई। उसकी बातें सुनकर एसपी ने कोतवाली पुलिस को छानबीन का निर्देश दिया। जांच में पता चला कि लवी उर्फ लवली सिंह हनी ट्रैप का रैकेट चलाती है। पुलिस के मुताबिक हनी ट्रैप की मास्टरमाइंड लवी का पूरा परिवार गिरोह में शामिल है। लवली सिंह लोगों को परिवार के साथ मिलकर अपने जाल में फंसाती है और फिर उसने लाखों रूपए की उगाही करती है।
पुलिस ने बताया कि ट्रैप करने से लेकर ब्लैक मेलिंग करने में लवली सिंह की बहन पूरा साथ देती थी। पिता और मां भी सहयोग करती थी। केस दर्ज कराने वाली महिला के मुताबिक लवी की बहन सन्नो, पिता फूलचन्द्र, इसकी मां एवं अन्य कई लोग शामिल है। पुलिस ने इन सबको केस में नामजद किया है। महिला का आरोप है कि इसकी बहन भी फोन करके उन्हें धमकाती थी और धन उगाही करती थी। पुलिस को दिए तहरीर में पीड़िता ने एक दंपती का जिक्र किया है। कहा है कि लवी सिंह उसे धमकी देती थी कि जिस तरह उसकी पत्नी को धमकाकर आत्महत्या करने पर मजबूर कर दिया था, वही हाल तुम्हारा भी करूंगी, वरना अपने पति से कहो कि वह मुझे 50 लाख रुपये दे दे।
लवी सिंह अब तक तीन लोगों को शिकार बना चुकी है। तीनों में बेहद चालाकी से नजदीकी बढ़ाने के बाद उसने कांड किया। जांच कर रहे इंस्पेक्टर दिनेश चौधरी बताते हैं कि उसकी बातचीत में ऐसी मधुरता और आत्मीयता होती थी कि कोई भी व्यक्ति उसके झांसे में आने से खुद को रोक नहीं पाता था। पहले सोशल मीडिया या फोन के जरिए रसूखदार या संपन्न पुरुषों से संपर्क करती थी। धीरे-धीरे उनसे दोस्ती बढ़ाती और फिर निजी मुलाकात का बहाना बनाकर सुनसान जगह बुलाती थी। वहां गिरोह के अन्य सदस्य पहले से मौजूद रहते थे। मुलाकात के दौरान फोटो या वीडियो बना लेते, फिर उन्हीं तस्वीरों के आधार पर ब्लैकमेलिंग शुरू कर देते थे।
लवली सिंह एंड कंपनी न्यूड फोटो और वीडियो के जरिए लाखों रुपये की मांग करते थे। नहीं देने पर महिला उत्पीड़न या दुष्कर्म का झूठा मुकदमा दर्ज कराने की धमकी दी जाती थी। पुलिस ने लवली सिंह को जेल भेज दिया है। एसपी के आदेश पर इस पूरे केस की जांच साइबर सेल भी कर रही है। फिलहाल लवली सिंह के परिवार के अन्य सदस्य फरार हैं। जिनकी तलाश में पुलिस लगातार ऑपरेशन चलाए हुए है। पुलिस गैंग से जुड़े हर पहलू की गंभीरता से जांच कर रही है। एसपी का कहना है कि जल्द ही लवली सिंह के गैंग के अन्य आरोपी सलाखों के पीछे भेजे जाएंगे।